Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Assembly) में आज जोरदार नोकझोंक देखने को मिली. विधानसभा में आज पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई. दरअसल प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया (Leader of Opposition Gulabchand Kataria) और उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ (Rajendra Rathore) ने स्थगन प्रस्ताव लगाया था. प्रदेश में सड़कों के प्रस्ताव को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षण किया था. इस दौरान गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि, ‘विपक्ष की तरफ से दिए गए प्रस्तावों पर काम नहीं हो रहा है. ऐसा तो है नहीं, कि हम गलत प्रस्ताव देते हों और सत्ता पक्ष में बैठे सभी लोग राजा हरिश्चंद्र की संतान हो. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने सरकार को सुझाव दिया कि विपक्ष के सदस्यों से भी बात करके आप तय कर लीजिए. सभी 200 विधायकों से बात करके जिनके प्रस्तावों पर सहमति बन सकती है, उन पर काम होना चाहिए. इसके बाद स्पीकर अपने चैंबर में चले गए. इसके बाद सदन में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई.
भाजपा के प्रस्ताव पर बोले डोटासरा- किस मुंह से आप हम से उम्मीद हो करते?
दरअसल स्पीकर सीपी जोशी की जगह सभापति जेपी चंदेलिया आए तो नेता प्रतिपक्ष के स्थगन प्रस्ताव पर पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और राजेंद्र राठौड़ में जमकर नोकझोंक हुई. डोटासरा ने कहा कि, ‘2014 में आप की सरकार ने हमारे साथ क्या किया था? एक सड़क, एक हैंडपंप हमको नहीं दिया. डोटासरा बोले – किस मुंह से आप हम से उम्मीद करते हो?
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राठौड़ का पलटवार- मिनी बस की सवारी नहीं है, 73 नौजवानों का बेड़ा है
डोटासरा के भड़कने पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी जवाब दिया और कहा कि, ‘हम आपकी तरह मिनी बस की सवारी नहीं हैं. आप लोग तो केवल एक मिनी बस में आने लायक थे. हम किसी की दया पर आश्रित नहीं हैं. विपक्ष में 73 नौजवानों का बेड़ा बैठा है’. राठौड़ बोले कि, ‘सरकार को नाको चने चबवा देंगे’. दरअसल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के 200 में से केवल 21 विधायक ही सदन में पहुंचे थे. इसको लेकर भाजपा की ओर से तंज कसा जाता था कि विधायक दल तो एक मिनी बस में भी आ जाता होगा.
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बीच में खाचरियावास बोले- घमंड तो रावण का भी नहीं चला
इतना ही नहीं, डोटासरा से मुखातिब होकर राजेन्द्र राठौड़ ने विपक्ष की कुर्सियों की तरफ इशारा करके कहा कि, ‘आप तो फिर से इस तरफ ही आने की तैयारी कर रहे हो. इस बीच प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि, ‘घमंड रावण का भी नहीं चला, आपका भी नहीं चलेगा’. खाचरियावास पर पलटवार करते हुए बीजेपी के विधायक नारायण सिंह देवल बोले कि, ‘घमंड आपको है, आप सत्ता में घमंड से चूर हो’. इस नोकझोंक के बीच सभापति जेपी चंदेलिया ने दखल दिया और कहा कि, ‘आसन की बिना अनुमति के कोई सदस्य नहीं बोले’. तब जाकर मामला शांत हुआ.