कांग्रेस एक्शन टेकन कैम्प में मोहन प्रकाश ने सुनाई खरी खोटी तो अफसरशाही पर फिर भड़के खाचरियावास

कांग्रेस के कैंप में वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश बोले- मुख्यमंत्रीजी, गर्भ वाले बच्चे की उम्मीद में गोद वाले को मत छोड़िए, जो जाट, मुस्लिम और दलित कांग्रेस का वोट बैंक है, उसे छोड़कर अन्य जातियों का ध्यान रखा जा रहा है, तो ब्यूरोक्रेसी पर फिर बरसे मंत्री खाचरियावास, बोले इनका इलाज करना बहुत जरूरी

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Politalks.News/Rajasthan/Congress. हाल ही में उदयपुर में हुए कांग्रेस के तीन दिवसीय नव संकल्प शिविर के घोषणा पत्र के क्रियान्वयन (एक्शन टेकन कैम्प) को लेकर चल रही दो दिवसीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में वरिष्ठ नेता और कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वरिष्ठ नेताओं को खूब खरी-खोटी सुनाई. मोहन प्रकाश ने सीएम गहलोत को सीख देते हुए कहा कि प्रदेश में गोद के बच्चे को छोड़ गर्भ के बच्चे की चिंता की जा रही है. कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने पश्चिमी राजस्थान का उदाहरण देते हुए कहा कि जो जाट, मुस्लिम और दलित कांग्रेस का वोट बैंक है, उसे छोड़कर अन्य जातियों का ध्यान रखा जा रहा है. इसके साथ ही कांग्रेस के इस एक्शन टेकन कैम्प में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बार फिर ब्यूरोक्रेसी पर सवाल उठाए.

बुधवार को शुरू हुए कांग्रेस के इस दो दिवसीय एक्शन टेकन कैम्प के पहले दिन कांग्रेस नेता मोहन प्रकाश ने सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस कोई प्रदर्शन करती है तो वहां चंद नेता रहते हैं. इन प्रदर्शनों से जनता नहीं जुड़ पाती, महंगाई सहित कई मुद्दों पर जनता में मुद्दा नहीं बन पा रहा है. मोहन प्रकाश ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री जी, आप गर्भ वाले बच्चे की उम्मीद में गोद वाले को छोड़ना बंद कीजिए. कांग्रेस का मूल वोट बैंक है, हम उसकी चिंता नहीं करते, उन्हें सत्ता में भागीदारी नहीं देते. इनकी जगह ऐसे लोगों को सत्ता में भागीदारी देते हैं जो वोट बैंक नहीं है. यह गोद वाले बच्चे को छोड़कर गर्भ वाले की चिंता करने की तरह है. इससे पार्टी का हित नहीं होगा. हमारे सीएम गांधीवादी हैं, लेकिन बीजेपी आरएसएस के कुछ नेता माहौल खराब करते हैं. उनका इलाज करने के लिए लोकल नेताओं को ताकत देना जरूरी है.’

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वहीं, कांग्रेस के एक्शन टेकन कैम्प में अफसरशाही पर फिर सवाल उठे. खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अफसरशाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि अफसर जनता के काम नहीं करते. उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से जनता में गलत मैसेज जाता है. खाचरियावास ने बैठक में जनता के काम अटकाने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई करने का सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को कई अफसर जनता तक पहुंचने में रोड़े अटका रहे हैं, उनका इलाज करना जरूरी है.

वहीं कांग्रेस के पहले दिन के कैम्प से बाहर आकर मीडिया से बातचीत में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि मैंने आज बैठक में बोला है कि कई अफसर महान हैं. जो प्रशासन शहरों के संग अभियान में पट्टे बांटने में बाधा बन रहे हैं. बेवजह फाइलें घुमा कर डिले कर रहे हैं. अब जनता की पट्टों से जुड़ी फाइलें घुमाने वाले अफसरों को घुमाने का वक्त आ गया है, अफसरशाही का रवैया ठीक नहीं है.

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वहीं इससे पहले कांग्रेस एक्शन टेकन कैंप की शुरुआत में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नेताओं से कहा कि चिंतन शिविर के फैसलों को धरातल पर लागू करने पर नेताओं के सुझावों को सौ फीसदी लागू करना संभव नहीं होगा. फाइनल फैसला एआईसीसी के स्तर पर होगा. यह कतई नहीं माना जाए कि जो कह दिया वह लागू होगा. कैंप में खाली पदों पर भरने के लिए नेताओं से सुझाव लिए जा रहे हैं. कांग्रेस चिंतन शिविर के बड़े फैसलों को लागू करने से पहले अब भी हाईकमान की मंजूरी का इंतजार होगा. इस कैंप के बाद विधायकों के बाड़ाबंदी भी तैयारी की जा रही है.

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