Sachin Pilot in Sriganganagar. अपने तयशुदा कार्यक्रम के तहत प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सोमवार को श्रीगंगानगर के दौरे पर रहे. जहां डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के अनावरण कार्यक्रम के बाद आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पायलट ने तमाम मुद्दों पर केन्द्र की मोदी सरकार को जमकर आड़े हाथ लिया. इसके साथ ही मीडिया से बातचीत में प्रदेश के सियासी मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखते हुए पायलट ने पूरे दावे के साथ कहा कि बेहतर तालमेल रहा तो राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट करेगी. इसके साथ ही पायलट ने यह भी कहा कि इससे जुड़े सुझाव मैंने आलाकमान तक पहुंचा दिए हैं, अब फैसला हाईकमान को करना है. वहीं पेपरलीक मामले पर पायलट ने एक बार फिर अपनी पुरानी बात को ही दोहराया.
जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पीएम मोदी ने हाइवे उद्घाटन के लिए कई जिलों में से दौसा को चुना है, क्योंकि उन्हें पता है कि दौसा कांग्रेस का गढ़ है लेकिन जनता सब समझती है आप चाहे कितनी ही घोषणाएं कर लें.. जनता सब जानती है. पीएम मोदी जी ने चार साल में राज्य की ओर मुड़कर नहीं देखा है और वह ईआरसीपी का वादा भूल गए. पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने एमएसपी पर एक कानून नहीं बनाया जबकि किसानों के लिए तीन काले कानून लेकर आए. अब पीएम मोदी और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी राजस्थान के दौरे कर रहे हैं, यहां सड़कों का उद्धघाटन हो रहा है लेकिन पिछले 4 साल से यह नेता कहां थे?
जुबानी हमला जारी रखते हुए सचिन पायलट ने कहा कि अब चुनाव आ गए हैं तो यहां धर्म की बातें हो रही हैं. मजहब को भाषणों में लाया जा रहा है लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाएंगे तो यह लोग यहां से गायब हो जाएंगे. पायलट ने कहा कि हम लोगों ने 2018 में बहुत मेहनत के बाद यहां सरकार बनाई थी और हम जनता के सुख-दुख के साथी हैं लेकिन वो लोग दिल्ली में बैठक राज करना जानते हैं और जिन्होंने धर्म के नाम पर सत्ता हासिल की और चुनाव से पहले आपस में झगड़ा करवाकर राज करना चाहते हैं, लेकिन उन्हें पूरा देश देख रहा है. यही नहीं पायलट ने आगे कहा कि 70 सालों से अधिक बेरोजगारी आज है और पिछले 8 सालों में मोदी सरकार ने जनता की उम्मीदों को तोड़ा है और चुनावों के समय हिंदु-मुसलमान और मंदिर-मस्जिद कर चुनाव जीत जाते हैं.
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वहीं छत्तीसगढ़ के रायपुर में 24 फरवरी से होने वाले कांग्रेस के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले सोमवार को बड़े कांग्रेसी नेताओं के यहां ईडी की कार्रवाई को लेकर भी सचिन पायलट ने केंद्र की मोदी सरकार की नीयत पर सवाल उठाए. पायलट ने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन से महज 3 दिन पहले ED की छापेमारी बता रही है कि केन्द्र सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है.
इसके साथ ही मीडिया से बातचीत के दौरान राजस्थान में कांग्रेस की सरकार रिपीट करने के सवाल पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने खुलकर बोलते हुए कहा कि यदि बेहतर तालमेल रहा तो राजस्थान में कांग्रेस सरकार रिपीट होगी और हर बार सरकार बदलने की परिपाटी टूट जाएगी. पायलट ने बताया कि राजस्थान के संदर्भ में आलाकमान को मैंने अपने सुझाव दे दिए हैं और कुछ सुझावों पर अमल भी हुआ है कुछ पर अमल करने की जरूरत है. सचिन पायलट ने कहा कि आलाकमान को पता है कि कौन सा फैसला कब और कैसे लेना है. इस तरह बिना किसी का नाम लिए सचिन पायलट ने पार्टी में अपने विरोधियों को बहुत कुछ समझा दिया है.
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वहीं प्रदेश में बहुचर्चित सियासी मुद्दा बन चुके प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक की घटनाओं पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि ऐसे काम करने वाले मास्टरमाइंड्स पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. अपनी पुरानी बात को दोहराते हुए पायलट ने कहा कि मैंने पहले भी इस बारे में आवाज उठाई है और अब फिर कह रहा हूं कि मास्टरमाइंड लोगों और अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि युवाओं के सपने चूर-चूर न हों.