Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में बजरी खनन से रोक हटने के बाद से अवैध बजरी खनन माफियाओं के हौसले और भी ज्यादा बुलंद हो गए हैं और ये माफिया खुलकर जनता को लूट रहे हैं. इन बजरी माफियाओं से सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि उनकी सरकार के मंत्री और विधायक भी दुखी हैं. इसी के चलते सोमवार को अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाले एवं प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं पायलट समर्थक हेमाराम चौधरी ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हेमाराम चौधरी ने कहा कि, ‘बाड़मेर में बजरी खनन को लेकर जनता को लूटा जा रहा है. इससे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मेरे लिए जनता पहले है सरकार उसके बाद.’ तो वहीं हेमराम चौधरी के इस बयान पर अब सरकार में पर्यटन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. खाचरियावास ने कहा कि, ‘वे खुद सक्षम हैं, मंत्री तो खुद सरकार हैं. सरकार के मंत्री कमजाेर नहीं हैं, अफसर गलती कर रहा है तो सख्त कार्रवाई होगी.’
दरअसल, अशोक गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ने अवैध बजरी खनन को लेकर अपनी ही सरकार के खनन विभाग पर सवाल उठाए हैं. सोमवार को हेमाराम चौधरी ने कहा कि, ‘बाड़मेर में बजरी खनन को लेकर जनता को लूटा जा रहा है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इससे जुड़ी सभी जानकारी मैंने खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया को फोन पर दे दी है. आने वाले दिनों में अगर बजरी खनन की लूट को नहीं रोका गया तो मुझे जनता के साथ खड़ा रहना पड़ेगा. बजरी 500 रुपये टन से ज्यादा भाव में बेची जा रही है जबकि रायल्टी पर्ची 40 रुपये के आसपास काटी जा रही है. खनन माफिया एक तो सरकार राजस्व का नुकसान कर रहे है और दूसरा जनता को लूट रहे हैं. बजरी खनन को लेकर लोगों के इतने फोन आते है नींद हराम हो गई है. लोग बोलते हैं कि बजरी खनन को लेकर हमें लूटा जा रहा है.’
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यही नहीं हेमाराम चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘बाड़मेर की सबसे बड़ी समस्या बजरी की है. अगर समय रहते इसका समाधान नहीं हुआ तो आने वाले समय में उसका नुकसान हम सबको उठाना पड़ेगा. बजरी खनन मामले में लोगों की मांग वाजिब है और मेरे लिए जनता पहले है सरकार उसके बाद.’ बता दें, पायलट कैंप के नेता एवं मंत्री हेमाराम चौधरी के इस बयान की सियासी गलियारों में चर्चा चरम पर है. तो वहीं वन मंत्री हेमाराम चौधरी के बयान पर खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. खाचरियावास ने हेमाराम चौधरी से कहा कि, ‘हेमाराम चौधरी को लगता है कि बाड़मेर प्रशासन ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है तो वे किससे कह रहे हैं, वे खुद सक्षम हैं, मंत्री तो खुद सरकार हैं. सरकार के मंत्री कमजाेर नहीं हैं, अफसर गलती कर रहा है तो सख्त कार्रवाई होगी. बजरी के नाम पर कोई माफिया गड़बडी कर रहा है तो सख्त कार्रवाई करेंगे.’
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अपनी सरकार का बचाव करते हुए प्रताप सिंह खाचरियावास ने आगे कहा कि, ‘विधायकों और मंत्रियों को जनता ने चुनकर भेजा है. ऐसे में हम सबको जनता ने अधिकार दिए हैं और हम लोग मंत्री हैं तो हमें तो अलग से पावर भी मिली है. हेमाराम चौधरी हमारे बडे भाई हैं, उन्हें लगता है कि बाड़मेर प्रशासन ठीक से काम नहीं कर रहा है तो वे खुद सक्षम हैं, आप किससे कह रहे हैं? आप खुद मीटिंग बुलाइए, सारे अफसरों को बुलाकर डारयेक्शन दीजिए. आपका अधिकार है, आप प्रभारी मंत्री को साथ लेकर चर्चा कीजिए. कहीं सुधार की जरूरत है तो मुख्यमंत्री से अकेले में बात करके समाधान करना चाहिए. उन्हें कोई दिक्कत है तो कलेक्टर एसपी को डायरेक्शन दे सकते हैं वे.’