Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को आम बजट 2022-23 पेश किया. सियासी जानकारों के अनुसार सीएम गहलोत द्वारा पेश किये बजट में कृषि बजट के साथ साथ प्रदेश के हर वर्ग को साधने की गई है. लेकिन बजट पेश होने के बाद ही कांग्रेस के एक विधायक ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिव विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अमीन खान ने बजट में अपने विधानसभा क्षेत्र में सड़क घोषित ना किये जाने को लेकर आक्रोशित दिखे. राजस्थान विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान अमीन खान ने कहा कि, ‘हम कमजोर वर्ग में आते हैं और सब जानते हैं कि 95 फीसदी पोलिंग भी करते हैं. जिसमें से 99 फीसदी पोलिंग कांग्रेस के पक्ष में होती है, लेकिन हम बीजेपी का जितना जोखिम उठाते हैं उतना हमें इंसाफ नहीं मिलता.’
कांग्रेस के पक्ष में होती है 99 फीसदी पोलिंग, मगर नहीं मिलता इंसाफ- अमीन खान
गुरुवार को विधानसभा के सत्र के दौरान बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस विधायक का दर्द झलक गया. शिव विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अमीन खान ने वर्तमान बजट घोषणा में अपने विधानसभा क्षेत्र में किसी भी सड़क परियोजना की घोषणा ना होने पर नाराजगी जताई और कांग्रेस को चेतावनी तक दे डाली. बजट पर चरचा में भाग लेते हुए अमीन खान ने कहा कि, ‘हम कमजोर वर्ग से आते हैं और आप सब जानते हैं कि 95 फीसदी पोलिंग भी करते हैं. जिसमें से 99 फीसदी पोलिंग कांग्रेस के पक्ष में होती है, लेकिन कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग करके हम बीजेपी का जितना जोखिम उठाते हैं उतना हमें इंसाफ नहीं मिलता.’
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आदत बदलों नहीं तो खा जाओगे चोट- अमीन खान
अमीन खान ने बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि, ‘हमारी जो भी तकलीफ है उसके लिए हम भाजपा को शिकायत नहीं कर सकते, क्योंकि हम भाजपा को वोट ही नहीं देते. लेकिन कांग्रेस की जो पुरानी आदत है मेहरबानी करके कांग्रेस अब अपनी इस आदत को बदले. क्योंकि लोग अब अनजान नहीं रहे और देख लेना एक दिन आप चोट खा जाओगे. मैं कांग्रेस पार्टी से साफ़ साफ़ कह देता हूं कि वह गलतफहमी में नहीं रहे पहले गांव में अनजान लोग थे. अब सब लोग जानकार हो गए हैं. कांग्रेस हम गरीबों के लिए विशेष रियायत दे क्योंकि किसी भी वर्ग में 95 फीसदी पोलिंग नहीं होती. कोई भी वर्ग 99 फीसदी वोट एक पार्टी को नहीं देता.’
हिंदू राज में तसल्ली नहीं मारेगा कोई- अमीन खान
वहीं बजट पर चर्चा में भाग लेते अमीन खान ने उर्दू भाषा को लेकर कहा कि, ‘उर्दू भाषा कोई पाकिस्तान के बाप की भाषा नहीं है या यह केवल मुसलमानों की भाषा नहीं है. उर्दू तो असली हिंदुस्तान की भाषा है, आज भी जिला हेड क्वार्टर में जब अलग से थाने बनाए जाते हैं तो उन्हें सदर थाना कहा जाता है.’ अमीन खान ने कहा कि, ‘यह सदर शब्द हिंदी या संस्कृत का नहीं बल्कि उर्दू का है. वहीं पुलिस की तफ्तीश में रोजनामचा, आम रोजनामचा, तफ्तीश, मौका मुआयना शब्द आज तक लिखे जाते हैं, जो उर्दू के शब्द हैं. इसका मतलब है कि उर्दू मोहब्बत और अदब वाली भाषा है.’ अमीन खान ने कहा कि, ‘भाजपा हिंदुत्व की ज्यादा बात करती है, लेकिन हिंदू धर्म में साफ लिखा है कि किसी को मारेंगे नहीं. अगर हिंदू राज हो गया तो भी हम को तसल्ली है कि कोई हमको मारेगा नहीं.’
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मंत्रिमंडल विस्तार पर उठाए सवाल
अमीन खान ने कहा कि, ‘यह तो केवल बातें बनाने की बातें हैं लेकिन मेरे इलाके में वोट कांग्रेस को मिलता है. बावजूद उसके भी बजट में सड़कों के नाम पर मेरे क्षेत्र में 1 इंच भी सड़क घोषित नहीं की गई. बजट में उन्हें नजरअंदाज किया गया है. यह आम बजट है लेकिन यह बजट हमारे लिए नहीं है.’ इस दौरान अमीन खान ने हाल ही में हुए कैबिनेट विस्तार पर सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘शेड्यूल कास्ट के चार मंत्री बनाए गए, जबकि हमारा एक कैबिनेट मिनिस्टर साले मोहम्मद है, जिसके पास केवल कब्रों का काम है. जिसका मुसलमान के अलावा किसी से लेना देना नहीं और जाहिदा के पास गवर्नमेंट प्रेस का काम है. जिनसे हमें कोई किताब छपवानी नहीं.’
यूनुस खान है तबलीग जमात का आदमी- अमीन खान
वहीं पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार का जिक्र करते हुए अमीन खान ने कहा कि, ‘जब प्रदेश में भाजपा सरकार थी तो वसुंधरा राजे के पास यूनुस खान केवल एक मिनिस्टर था. लेकिन उसके पास दो महत्वपूर्ण विभाग थे. जबकि हर कोई जानता है कि यूनुस खान तबलीग जमात का आदमी है और पक्का मुसलमान है.