Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज उदयपुर-डूंगरपुर दौरे पर रहे. इस दौरान सीएम गहलोत ने कांग्रेस सेवादल की गुजरात के साबरमती से निकली ‘आजादी गौरव यात्रा’ में भाग लिया. यह यात्रा आज राजस्थान में प्रवेश कर चूकी है और राजस्थान में 707 किलोमीटर की यात्रा तय कर दिल्ली पहुंचेगी. ‘आजादी गौरव यात्रा’ के डूंगरपुर के रतनपुर बॉर्डर पहुंचने पर एक बड़ी सभा का आयोजन भी किया गया. इस सभा को संबोधित करते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधायकों की खरीद फरोख्त वाले मामले को लेकर एक बार फिर पीएम मोदी, अमित शाह, गजेंद्र सिंह शेखावत को निशाने पर लिया है. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘अगर हमारी सरकार इतनी ही निक्कमी थी, काम नहीं कर रही थी, राजस्थान का लॉ एंड ऑर्डर खराब हो गया था तो आप सरकार भंग कर देते.’
रतनपुर बॉर्डर पर आयोजित कांग्रेस सेवादल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट खेमे की बगावत के समय हुए सियासी संकट को फिर याद किया है. इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘जहां आपके सरदार पटेल बैठे हुए हैं वहां आप बैठे हुए हो वहां बैठे बैठे क्या करतूते कर रहे हो सरकारे गिराने का, वोटों के माध्यम से नहीं, धन बल के माध्यम से. राज्यसभा का चुनाव हो MLA को खरीद कर के एक एक सीट जीतो राज्यसभा की.’ सीएम गहलोत ने मध्य्रपदेश में हुए सत्ता परिवर्तन का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘इन लोगों ने मध्यप्रदेश में चुनी हुई सरकार गिरा दी पैसो के दम पर. 35 35 करोड़ में आपने 22 विधायकों को खरीद लिया और सरकार गिरा दी. अरे भाई ये कहां का लोकतंत्र है.
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सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘राजस्थान में ही देख लो इन लोगों को अमित शाह और जोधपुर वाले एमपी गजेंद्र सिंह को शर्म ही नहीं आई कि जोधपुर का एमएलए मैं हूं, मुझे मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला हुआ है फिर भी इन लोगों ने सरकार गिराने की कोशिश की. मेरी सरकार गिराने के लिए अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र शेखावत ने हमारी पार्टी के अंदर तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी थी. अब आप ही बताइए, यह कहा का लोकतंत्र है. ये लोग देश को कहां ले जा रहे हैं.’ सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘इससे अच्छा होता कि हम निकम्मे थे, काम नहीं कर रहे थे, राजस्थान का लॉ एंड ऑर्डर खराब हो गया, सब कुछ ब्रेक डाउन हो गया तो आप सरकार भंग कर देते. एमएलए खरीदकर आप देश को कहां ले जाना चाहते हैं? मैं एक बात साफ देता हूं ये जो दोष लगा है मोदीजी पर और अमित शाह पर यह इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा, और इसे कोई भी नहीं मिटा सकता.’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि, ‘गुजरात प्यारा स्टेट लेकिन यहां शासन करने वाले जो लोग हैं वो बहुत खतरनाक लोग हैं. चाहे वह अमित शाह हों या फिर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. ये दोनों के दोनों नेता कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. उनकी कथनी करनी में भयंकर अंतर है, जो इस देश के लिए बहुत ही ज्यादा खतरनाक होता है. मेरा ऐसा मानना है कि शासन करने वालों को दिल हमेशा बड़ा रखना चाहिए. मोदीजी ने कहा कि 56 इंच का सीना है मेरा तो यह वास्तव में दिखाना चाहिए था. संवेदनशीलता से शासन करते. सब जाति, धर्म, वर्गों को साथ लेकर चलते.’
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इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘यहां गुजरात के प्रभारी रघु शर्मा बैठे हैं. रघु शर्मा ने कहा था कि या तो प्रभारी रहूंगा या मंत्री रहूंगा और इन्होंने मंत्री की जगह प्रभारी बनना मंजूर किया यह कितनी बड़ी बात है. पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा मंत्री थे, इन्होंने मंत्री की जगह पीसीसी अध्यक्ष रहना मंजूर किया. हरीश चौधरी भी पंजाब के प्रभारी बने और मंत्री पद छोड़ दिया. लेकिन मैं आपसे कहना चाहूंगा कि, मंत्री पद आते जाते रहते हैं, क्यों कि मंत्री तो आप कभी भी बन जाओगे.’ इस दौरान सीएम गहलोत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘रघु शर्मा, गोविंद डोटासरा, हरीश चौधरी आप खुद की इच्छा से मंत्री पद से हटे हो, आप जब चाहोगे तब मंत्री बन जाओगे. रघु शर्मा जो गुजरात के प्रभारी हैं उनसे मैं ये कहना चाहूंगा कि जब मैं गुजरात का प्रभारी था, तो इन्होंने मुझे मुख्यमंत्री बना दिया. आप समझो राहुल गांधी ने आपको सोच समझकर गुजरात भेजा है. मैं खुद 10 महीने प्रभारी रहा वहां पर.’