Politalks.News/Rajasthan/Lodha. एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में यदि आप में जनता की सेवा की प्रतिबद्धता है तो जरूरी नहीं कि हर जगह आपको सम्मान ही मिलेगा, कभी जनता के हित के लिए आपको अपमान भी सहन करना पड़ता है. लेकिन अपमान के डर से सेवा का रास्ता नहीं छोड़ा जा सकता….ये बड़ा बयान मुख्यमंत्री के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने शुक्रवार को शिवगंज कांग्रेस भवन में आयोजित ब्लॉक कांग्रेस की बैठक में उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दिया. इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हरीश राठौड की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ब्लॉक चुनाव प्रभारी शिशुपालसिंह राजपुरोहित भी मौजूद रहे.
अपनी बेबाकी और वाक्चातुर्य को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले विधायक संयम लोढ़ा ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि कार्य कोई भी मुश्किल नहीं होता बस इच्छाशक्ति मजबूत होनी चाहिए. जनता का प्रेम और विश्वास साथ होगा. उनके सुख दु:ख में हम भागीदार बनेंगे तभी हम मजबूत हो सकेंगे. अपनी बात के समर्थन में विधायक लोढ़ा ने आगे कहा कि हालांकि उन्होंने कभी कांग्रेस छोडऩे का सोचा नहीं और न ही कभी ऐसा दिमाग में आया कि कांग्रेस छोडक़र किसी दूसरी पार्टी में चले जाए. किसी परिस्थिति में जब उन्हें पार्टी से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने जनता के भरोसे निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. जनता ने भी उन्हें आशीर्वाद के रूप में ८२ हजार वोट प्रदान कर क्षेत्र का विधायक बनने का फिर से मौका दिया. अब हमें सिरोही की जनता का यह कर्ज विकास के रूप में उतारना है और इसके लिए वे दिन रात जनसेवा के कार्यो में लगे रहते है.
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निर्दलीय होने के बावजूद हमेशा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अपेक्षाओं पर खरे उतरने वाले विधायक संयम लोढ़ा ने आगे कहा कि उनकी सिरोही के विकास के प्रति प्रतिबद्धता को देख मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ७० साल की विकास की दरिद्रता को मात्र साढ़े तीन साल में ही खत्म कर क्षेत्र को विकास की कई सौंगातें दी है. लोढ़ा ने कहा कि सिरोही की जनता ने जिस उत्साह व उमंग के साथ विकास के लिए वोट दिया था, उसी संकल्प को पूरा करने के लिए वे निरंतर कार्य कर रहे है.
इस दौरान पर संयम लोढ़ा ने गौतम ऋषि महादेव मंदिर जो मीणा समाज के लोगों के आराध्य हैं, वहां प्रतिवर्ष आयोजित मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शिरकत करते हैं, की सडक़ का जिक्र करते हुए कहा कि मीणा समाज की दशकों से सडक़ का दोहरीकरण करवाने की मांग थी, मगर वह पूरी नहीं हो रही थी. चुनाव दौरान उन्होंने मीणा समाज के लोगों को भरोसा दिलाया था कि विधानसभा सदस्य बनने के बाद वे इस सडक़ का नवीनीकरण एवं दोहरीकरण करवाएंगे. उनका यह संकल्प आज पूरा हो गया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने इस सडक के लिए दस करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की परिणाम स्वरूप आज यह सडक़ मार्ग पूरी तरह से तैयार होने की दहलीज पर है.
अपने सम्बोधन में आगे बड़ी बात कहते हुए विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि आज देश का क्या हाल है, आज माहौल क्या है यह किसी से छिपा हुआ नहीं है. एक राजनीतिक कार्यकर्ता के रूप में देशहित में, जनता के हित में कई बार प्रताडऩा भी सहन करनी पड़ती है. कई बार अपनी ही सरकार के खिलाफ भी खड़ा होना पड़ता है. जनता की सेवा ही करनी है तो कई जगहों पर अपमान भी सहन करना पड़ता है. जरुरी नहीं कि हर जगह आपको सम्मान ही मिलेगा. उन्होंने झाडोलीवीर के लखमाराम देवासी प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि विधानसभा में सरकार ने भी यह माना कि इस मामले में गलती हुई है. जब उसको मुआवजा दिलवाने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तो उन्हें उठाकर विधानसभा से बाहर कर दिया गया.
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अपनी बात में थोड़ी तल्खी लाते हुए विधायक लोढ़ा ने कहा कि विधानसभा तो क्या भले ही दुनिया से बाहर फैंक दो लेकिन जनता की सेवा का रास्ता नहीं छोड़ेगे. जिस जनसेवा के जिस संकल्प को लेकर चला हूं उसको पूरा करने के लिए भले ही अपमान हो कभी पीछे नहीं हटेंगे. बैठक में विधायक लोढ़ा ने राज्य सरकार की ओर से जनता के हित में करवाए जा रहे कार्यों व योजनाओं की जानकारी देते हुए कार्यकर्ताओं से उनका लाभ प्रत्येक जरुरतमंद को दिलवाने की अपील की. वहीं बैठक को संबोधित करते हुए ब्लॉक चुनाव प्रभारी शिशुपालसिंह राजपुरोहित ने पार्टी के संगठनात्मक चुनावों को लेकर कार्यकर्ताओं से चर्चा करते हुए पार्टी को मजबूत बनाने का आह्वान किया.