Politalks.News.MamtaBhupesh. दौसा से आने वाले गहलोत सरकार (Gehlot Sarkar) के मंत्रियों में कोल्डवार चरम पर है. लालसोट विधायक और मंत्री परसादी लाल मीणा (Minister Parsadi Lal Meena) ने पांच दिन पहले जहां कार्यकर्ताओं के बीच विधायकों को नसीहत दी थी कि, ‘कार्यकर्ताओं से पैसा लिया तो वे धुआं उड़ा देंगे’. अब गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री और सिकराय से विधायक ममता भूपेश (Minister Mamta Bhupesh) ने इशारों-इशारों में कार्यकर्ताओं पर पैसे लेकर ट्रांसफर-पोस्टिंग कराने का आरोप लगा दिया है. भूपेश ने कहा कि, ‘कई कार्यकर्ता अपने रिश्तेदारों के ट्रांसफर करवाते हैं, खुले मंच पर सबसे कहना चाहती हूं, अगर मैंने ट्रांसफर-पोस्टिंग (Transfer posting) की एवज में किसी से पैसा लिया हो तो कोई साबित कर दे, यहां खाली कागज पड़े हुए हैं. अभी मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगी’. सियासी गलियारों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है. सियासी जानकार ममता भूपेश के आज के बयान को चिकित्सा मंत्री द्वारा विधायकों को दी गई नसीहत का जवाब मान रहे हैं.
भूपेश ने कार्यकर्ताओं पर लगा दिया ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे लेने का आरोप
दौसा के सिकराय में शनिवार को कार्यकताओं को महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने खरी-खरी सुनाई. भूपेश ने कहा कि, ‘कई कार्यकर्ता अपने रिश्तेदारों के ट्रांसफर करवाते हैं, गांव की एक महिला का फोन आया, कहा कि, ‘पति मास्टर है, ट्रांसफर के लिए 6 महीने से आपके कार्यकर्ता को पैसे दे रखे हैं. फिर भी काम नहीं हुआ. 90 प्रतिशत उन कर्मचारियों से मैं खुद फोन पर बात करती हूं. उनमें से कई की सच्चाई सामने आ चुकी है, यह गलत बात है’.
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‘ट्रांसफर-पोस्टिंग में मैंने पैसा लिया अगर ये साबित हुआ तो दे दूंगी इस्तीफा’
मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि, ‘खुले मंच पर सबसे कहना चाहती हूं, अगर मैंने ट्रांसफर-पोस्टिंग की एवज में किसी से पैसा लिया हो तो कोई साबित कर दें, यहां खाली कागज पड़े हुए हैं. अभी मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगी. कड़वी बात बोलूंगी तो बुरा लगेगा, लेकिन इंजेक्शन कड़वा लगेगा, तभी सही इलाज होगा’.
‘यह धंधा बंद करो भैया…’
मंत्री ममता भूपेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि, ‘यह धंधा बंद करो भैया, आप भी अपने आप को रोको. हममें ही कमियां नजर आती हैं तो आप लोगों की कमियां किससे कहेंगे? मैंने ट्रांसफर कराए, सब कर्मचारियों की लिस्ट बनाकर फोन करके पूछा, आप सब कार्यकर्ताओं को एक-एक करके जयपुर बुलाऊंगी, तब जाकर सच्चाई सामने आएगी’.
‘कुछ कार्यकर्ता ट्रांसफर कराने आते हैं तो कुछ रुकवाने’
मंत्री ममता भूपेश ने यह भी कहा कि, ‘एक गांव के 5 कार्यकर्ता कोई ट्रांसफर कराने आते हैं, जबकि उसी गांव के कई कार्यकर्ता ट्रांसफर रुकवाने आ जाते हैं. इससे हमारे सामने निर्णय करने में गफलत पैदा हो जाती है. ये नीति भी आपको बंद करनी पड़ेगी, आपको एकजुटता के साथ रहना चाहिए. जो अधिकारी-कर्मचारी आपका कहना नहीं मानेगा, उसे हम एक मिनट भी यहां नहीं रखेंगे. कुछ कार्यकर्ता कहते हैं अधिकारी को हटाओ और कुछ कहते हैं रखो, इसके लिए भी आपको बिना गुटबाजी के एकजुट होना होगा’.
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मंत्री परसादीलाल ने विधायकों को दी थी नसीहत- कार्यकर्ताओं से पैसा लिया तो वे धुआं उड़ा देंगे
आपको बता दें कि दौसा में कांग्रेस के ट्रेनिंग कैंप में पांच दिन पहले राजस्थान के हेल्थ मिनिस्टर परसादी लाल मीणा ने कहा था कि, ‘विधायक कार्यकर्ताओं से काम के बदले पैसे नहीं लें, कार्यकर्ताओं का सम्मान करें. कार्यकर्ताओं के ट्रांसफर-पोस्टिंग के लिए भी पैसे ले लिए तो इससे बड़ा पाप कोई हो ही नहीं सकता. आपने पैसा लिया तो चुनाव में कार्यकर्ता धुआं उड़ा देंगे’.