Politalks.News/AshokGehlot. महाराष्ट्र में एकाएक आए सियासी संकट ने उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बड़ा दी हैं. शिवसेना में नम्बर दो माने जाने वाले ठाकरे के करीबी और सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अचानक बगावती सुर अपनाते हुए गुजरात के सूरत में डेरा डाल दिया. यहीं नहीं शिंदे के साथ सूत्रों के अनुसार करीब 30 विधायक भी मौजूद हैं. पार्टी से बगावत के चलते जहां शिवसेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता के पद से मुक्त कर दिया है. वहीं शिवसेना ने शिंदे को मानाने के लिए पार्टी के दो नेताओं मिलिंद नार्वेकर और रवि पाठक को सूरत भी भेजा हैं जहां कुछ देर की रुकावट के बाद उन्हें होटल में जाने की अनुमति मिल गई. सूत्रों के अनुसार दोनों नेता बागी विधायकों की नाराजगी को दूर करने की पूरी कोशिश में जुटे हैं. वहीं महाराष्ट्र में आए इस सियासी संकट को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हम जो बार-बार कह रहे हैं कि संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, लोकतंत्र खतरे में है उसके लिए इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड केस में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ को लेकर कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन जारी है. कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता AICC मुख्यालय पर दिल्ली पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस के इस प्रदर्शन में अगुवा की भूमिका में रह रहे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत फिलहाल अपने पारिवारिक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए जोधपुर पहुंचे हैं. इससे पहले सीएम गहलोत ने दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए महाराष्ट्र में हो रही सियासी उठापटक को लेकर बड़ा बयान दिया. सीएम गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘महाराष्ट्र के अंदर जो षड्यंत्र किया जा रहा है और जो मैं सुन रहा हूं, कि विधायकों को सूरत में लेकर चले गए हैं ये सब किसी से छिपा नहीं है.’
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पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘महाराष्ट्र के अंदर जो षड्यंत्र चल रहा है उसमें मैंने सुना कि कुछ शिवसेना विधायक सूरत चले गए हैं. अब आप देखिये कि किस तरह से गवर्नेंस चल रही है देश के अंदर. आज जब महंगाई है, बेरोजगारी है, अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो रही है और आप नेताओं को ईडी का नोटिस दे रहे हो. आप अग्निपथ लेकर आ रहे हो देश के बच्चों को ग़ुमराह करने के लिए अरे भाई आप चाहते क्या हैं? महाराष्ट्र में आज से ढाई से पहले भी तमाशा हुआ था और वो सबके सामने है. अचानक सुबह साढ़े 6 बजे शपथ करवा दी, बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस को बधाईया मिलने लगी गई. फडणवीस ने ट्वीट किया कि मोदी है तो मुमकिन है. अरे भाई आपके लिए इसका मतलब ये है क्या कि कि मतलब मोदी है सबकुछ मुमकिन है देश के अंदर, जुर्म, अन्याय, अत्याचार, उत्पीड़न, सबकुछ संभव है.
सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘फडणवीस ने पहले कहा मोदी है तो मुमकिन है लेकिन बाद में उनको मुंह की खानी पड़ी. बस तबसे ही उनके दिल में ये टीस थी कि कब हमें मौका लगे, कब हम ईडी का उपयोग करें, डराएं-धमकाएं सीबीआई से, इनकम टैक्स से और वो ही आज हम देख रहे हैं. महाराष्ट्र सरकार के 2-2 मंत्री जेल में बैठे हुए हैं उनकी जमानत तक नहीं हो रही है या यूं कहें कि उनकी जमानत तक नहीं होने दी जा रही है. तो ये तमाम षड्यंत्र है देश के अंदर लोकतंत्र को नष्ट करने का, खत्म करने का है.’
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पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने राजस्थान में आए सियासी संकट का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘हम जो बार-बार कह रहे हैं कि संविधान की धज्जियां उड़ रही हैं, लोकतंत्र खतरे में है, इससे बड़ा प्रमाण क्या होगा? मध्यप्रदेश की सरकार पर इन लोगों ने कब्ज़ा कर लिया? 1-1 MLA से उस वक़्त 35-35 करोड़ रुपए का हम सुनते हैं, 25 करोड़ रुपए, 30 करोड़ रुपए, 35 करोड़ रुपए के सौदे हुए थे. राजस्थान के अंदर भी 10-10 करोड़ रुपए तो बंट चुके थे लेकिन पता नहीं बाद में क्या हुआ. मुझे गर्व है ये कहते हुए कि राजस्थान के हमारे विधायक 34 दिन तक मेरे साथ रहे, बाड़ेबंदी में अंदर थे, कुछ नहीं मिला लेकिन उन्हें बाहर निकलते ही 10 करोड़ रुपए की ऑफर थी. ये तो पहली किस्त थी लेकिन फिर भी कोई नहीं गया और अभी राज्यसभा चुनाव के अंदर भी आपने देखा कि तीनों सीटें हम जीते हैं.’
वहीं जब सीएम गहलोत से सवाल पुछा गया कि, ‘एमपी में भी कोशिश की गई, राजस्थान में कोशिश की गई, महाराष्ट्र में कोशिश की जा रही है, सिर्फ राजस्थान ही एक अपवाद है जहां बीजेपी सफल नहीं हो पाई. क्या मानते हैं आप?’ तो सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘देखिए हर राज्य की अलग-अलग परिस्थितियां होती हैं, वो एक नया प्रयोग था उनका उसमें उन्होंने कामयाबी हासिल कर ली. मध्यप्रदेश में जो कुकर्म किया है इन्होंने, उसको हम समझ गए थे टाइमली, हमने पूरा उसी ढंग से बिहेव किया और उसके बाद में हम कामयाब हो गए.