Politalks.News/WestBengal. हाल ही में 2024 के लोकसभा चुनाव को अपनी ‘आखिरी जंग‘ बताने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा कि काश उन्होंने राजनीति छोड़ दी होती. बीते रोज बुधवार को ममता बनर्जी ने मीडियाकर्मियों से कहा कि, ‘मैंने समाज की सेवा के लिए राजनीति में प्रवेश किया, लेकिन अगर मुझे पहले पता होता कि आज की राजनीति इतनी गंदी हो जाएगी, जिस कारण मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को इतनी झूठी बदनामी का सामना करना पड़ेगा, तो मैं बहुत पहले राजनीति छोड़ देती.’
दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्रीय एजेंसियों पर सवाल उठाए हैं. बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से मंगलवार को अभिषेक बनर्जी को समन भेजा गया है, जिसमें उन्हें कोयला घोटाला मामले में पूछताछ के लिए तलब किया गया है. सीएम बनर्जी ने एजेंसियों की तरफ से मिल रहे समन को ‘खुली हिंसा’ बताया है. बनर्जी ने कहा, ‘एजेंसी के समन केवल प्रतिशोध की राजनीति नहीं है, यह खुली हिंसा है… अगर मुझे पता होता कि राजनीति इतनी गंदी हो जाएगी, तो मैं कभी राजनीति में नहीं आती.’ ममता बनर्जी ने आगे कहा, ‘आप हर समय सभी को बेवकूफ नहीं बना सकते… जिस तरह आप मीडिया में हमें बगैर सबूत के बदनाम कर रहे हैं, जिस तरह की भाषा का आप इस्तेमाल करते हैं और ‘सूत्रों’ का हवाला देते हैं… आपको सोचना चाहिए कि अगर आपके साथ भी ऐसा ही किया जाए, तो क्या होगा…’ इधर, टीएमसी के नेताओं का कहना है कि ईडी और सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो यानी CBI पार्टी कार्यक्रमों के आसपास उनके खिलाफ काम कर रही हैं.
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इसके साथ ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके परिवार के सदस्यों की संपत्ति की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग को लेकर कलकत्ता हाई कोर्ट की एक खंडपीठ में हाल ही में दायर जनहित याचिका (PIL) पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अगर कोई उनके नाम पर संपत्ति होने या उनके परिवार के किसी भी सदस्य की ओर से सरकारी भूमि पर अवैध रूप कब्जा किए जाने का पता लगाए तो उस व्यक्ति को बुलडोजर का उपयोग करके उस संपत्ति को ध्वस्त करने की आजादी होगी. ममता बनर्जी ने कहा कि, “इसके लिए मेरी अनुमति की भी जरुरत नहीं होगी. मैंने राज्य के मुख्य सचिव से इस मामले में स्वतंत्र जांच करने के लिए कहा है. यदि मेरे परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ अवैध रूप से जमीन पर कब्जा करने का एक भी आरोप हो, तो इसके लिए संबंधित सदस्य जवाबदेह होगा.’ बनर्जी ने कहा कि, ‘मैं अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ नहीं रहती, वे एकल परिवार इकाइयों की तरह अलग-अलग रहते हैं. हम केवल सामाजिक अवसरों पर मिलते हैं.’
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं कि पशु तस्करी और कोयला घोटाला से मिला पैसा कोलकाता के कालीघाट जाता है. खास बात है कि यहां ममता बनर्जी रहती हैं और जगह काली मंदिर के लिए मशहूर है. इसपर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा, ‘आप आरोप लगाते हैं कि भ्रष्टाचार की कमाई कालीघाट पहुंच रही है। मैं पूछती हूं, कालीघाट में किसके पास? क्या मां काली? क्या आप कोई नाम बता सकते हैं?’
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वहीं दूसरी तरफ, वाम दलों और कांग्रेस ने आरोप लगाए हैं कि ममता बनर्जी और भाजपा के बीच ‘सेटिंग’ है. इस पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, ‘मैं सैटिंग की राजनीति में शामिल नहीं हूं… मैं इसमें अच्छी नहीं हूं… मैं यह कभी नहीं कर सकती… अगर मैं सैटिंग करने में अच्छी होती, तो अपने पूरे शरीर पर चोट के निशान लेकर मैं वाम राजनीति में चीजे मिलने वाले हिस्से में नहीं होती. मैं कांग्रेस नेताओं की तरह नहीं, जिन्होंने खुद को बेच दिया.’