Politalks.News/Bihar. बिहार (Bihar) की सियासत में जोरदार हलचल जारी है. बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी (Mukesh Sahni) को बड़ा झटका लगा है. सहनी की पार्टी वीआईपी में बीजेपी ने बड़ी सेंध लगा दी है. VIP के सभी तीन विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. पार्टी टूटने के बाद सहनी पहली बार मीडिया के सामने आए. गुरुवार को उन्होंने प्रेस कांफ्रेस करते हुए बीजेपी (BJP) पर जमकर हमला बोला. सहनी ने कहा कि, ‘मैं सन ऑफ मल्लाह हूं (I am the Son of Sailor) मैं उनका बेटा हूं मैं उनके अधिकार के लिए लड़ाई लड़ता रहूंगा. मेरी कोई गलती नहीं है, अपने समाज के लिए आरक्षण मांगा है. सभी जगह आरक्षण मिला है. बिहार में नहीं मिला. मैं किसी के सामने नहीं झुकेगा’ (I will not bow down to anyone). सियासी गलियारों में चर्चा है कि मुकेश सहनी ने यूपी चुनाव में उतर कर अपने तेवर दिखाए थे. अब यूपी में चुनाव भाजपा जीत चुकी है. सियासी जानकार ऐसा ही कुछ होने का अंदेशा जता रहे थे. कुछ जानकार तो सहनी के पाला बदलने की बात तक कह रहे थे. लेकिन अब भाजपा के दाव ने सहनी को बड़ा झटका दिया है.
’30 रुपए प्रतिदिन में की है मजदूरी’
पत्रकारों से बातचीत में इंसान पार्टी के मुखिया ने अपने संघर्षों को याद करते हुए कहा कि, ‘₹30 प्रतिदिन मजदूरी की है. रात में मुंबई की सड़कों पर फुटपाथ पर सोया हूं. मेरे लगातार विकास करने से लोगों को समस्या हो रही थी. नित्यानंद राय, मंगल पांडे को सब कुछ पता था कि मेरे साथ क्या हो रहा है? जो विधायक छोड़कर गए हैं उनको शुभकामनाएं और भाजपा को भी बधाई देता हूं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बहुत झूठ बोला है, जो डीलिंग हुई थी. वह मेरे अमित शाह जी के बीच हुई थी. संजय जायसवाल कमरे के बाहर भी नहीं खड़े थे’.
यह भी पढ़े: जरुरत पड़े तो सोनिया-कांग्रेस के लिए दे सकता हूं जान- ‘गुलामी’ पर संयम से एक कदम आगे निकले नागर
‘भाजपा ने ऐसे ही अरुणाचल प्रदेश में नीतीश को दिया था झटका’
सीएम नीतीश कुमार का जिक्र करते हुए सहनी ने कहा कि, ‘मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एकाधिकार है किस को मंत्रिमंडल में रखना है, किसको नहीं रखना है. यह कोई बड़ी बात नहीं है, यह सामान्य बात है. हर पिछड़े के साथ ऐसा ही किया जाता है. अरुणाचल प्रदेश में नीतीश कुमार के साथ भी बीजेपी ने ऐसा ही किया था. उनके छह विधायकों को तोड़ लिए थे. 2020 में जब नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार में शामिल हुए तो लोगों को यह पच नहीं पाया. मुझे पता था कि यह सब एक दिन होगा’.
‘दूसरी पार्टी के विधायकों को छीनकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है भाजपा’
वहीं, बोचहा विधानसभा उपचुनाव का जिक्र करते हुए सहनी ने कहा कि, ‘वहां वीआईपी का अधिकार है. जब तक शरीर मे सांस रहेगी तब तक झुकूंगा नही. बोचहा में पूरी ताकत लगाकर जीतेंगे. कुछ लोग चाहते हैं कि मैं कहूं उठो तो उठे और बैठने को कहे तो बैठे. ऐसा नहीं हो सकता. दूसरे की पार्टी के विधायकों को छीनकर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनी है. उस पार्टी को नैतिकता के आधार पर मेरे से इस्तीफा मानने का अधिकार नहीं है’.
यह भी पढ़े: 2024 तक अमेरिका जैसी सड़कें, 20 घंटे में मुंबई-श्रीनगर.. गडकरी के रोडमैप में छिपे सियासी संकेत!
तीनों विधायकों ने छोड़ा सहनी का साथ
आपको बता दें कि मुकेश सहनी की VIP पार्टी के तीनों विधायकों ने पाला बदल लिया है. मुकेश सहनी की पार्टी के बिहार में तीन विधायक हैं. तीनों विधायकों ने पत्र लिख कर कहा है कि सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी से अपना नाता तोड़ रहे हैं. वीआईपी के पास सिर्फ तीन विधायक हैं.
अब आपको बताते हैं क्या कहता है नियम, दल-बदल कानून के तहत किसी पार्टी के दो-तिहाई विधायक पाला बदल सकते हैं. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी के तो सारे विधायकों ने एक साथ पाला बदल लिया है. तीनों विधायक ने वीआईपी विधायक दल का बीजेपी में विलय कर दिया है. इधर, विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने उनके बीजेपी में विलय की मंजूरी दे दी है.