Shah’s big claim regarding Karnataka elections: कर्नाटक में 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए चुनावों की घोषणा हो चुकी है जिसकी नामांकन प्रक्रिया 13 अप्रैल से शुरू होगी. इलेक्शन कमिशन द्वारा तारीखों की घोषणा के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कर्नाटक विधानसभा में जीत का दावा ठोका है. उन्होंने कहा कि मैं खुद कर्नाटक के 9 चक्कर लगा चुका हूं और हम यहां पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं. इसके साथ साथ शाह ने वीर सावरकर पर की गई टिप्पणी और लोकसभा की सदस्यता जाने पर कांग्रेस द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इस देश की जनता ने आपके शासनकाल में सब कुछ देखा हुआ है लेकिन कभी काली पगड़ियां और काले कपड़े नहीं पहने. कानूनी मामला है और कानून में श्रद्धा होनी चाहिए. अगर निर्दोष हैं तो कानून आपको छोड़ देगा.
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि जिस कानून के तहत राहुल गांधी सदस्यता गई, उसे हम नहीं बदलना चाहते, लेकिन कांग्रेस बदलना चाहती थी. इसके लिए कांग्रेस की यूपीए सरकार बकायदा अध्यादेश लेकर आई थी, जिसे सरेआम राहुल गांधी ने फाड़ दिया था. अगर वह अध्यादेश आ गया होता, तो शायद वह बच जाते. अब सजा होने पर प्रलाप कर रहे हैं. एजेंसियों के दुरुपयोग पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगर आप एक अंगुली किसी की तरह करोगे तो चार अंगुलियां आपकी तरफ होंगी.
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शाह ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए सरकार थी, तब सीबीआई ने गुजरात में एक कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को फंसाने के लिए मुझ पर दबाव बनाया था. शाह ने कहा कि जब मैं जब गुजरात का गृह मंत्री था तो सीबीआई ने मुझ पर एक एनकाउंटर के मामले में फर्जी केस दर्ज किया था लेकिन हमने कभी काले कपड़े पहनकर संसद जाम नहीं किया. मुझे 90 दिन में ही हाईकोर्ट ने बेल दे दी क्योंकि मुझे गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई के पास पर्याप्त सबूत ही नहीं थे.
कर्नाटक की जनता चाहती है डबल इंजन सरकार
10 मई को होने जा रहे कर्नाटक विधानसभा चुनावों को लेकर अमित शाह ने कहा कि मैं कर्नाटक में 9 चक्कर लगा चुका हूं और वहां हम पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रहे हैं. गृह मंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी में वरिष्ठ नेताओं का सम्मान है और येदियुरप्पा हमारे स्टार कैंपेनर होंगे. उन्होंने आगे कहा कि सीएम बोम्मई के काम को जनता ने सराहा है और कर्नाटक की जनता डबल इंजन की सरकार चाहती है. वहीं, कर्नाटक के बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट नहीं जारी करने के सवाल पर शाह ने कहा कि जेडीएस में एक परिवार बैठ जाता है इसलिए फैसला हो जाता है. कांग्रेस में कई परिवार बैठ जाए तो फैसला होता है. हम कार्यकर्ताओं से चर्चा कर फैसला करते हैं इसीलिए हम लोग थोड़ा स्लो हैं.
वीर सावरकर को लेकर राहुल गांधी पर बरसे शाह
वीर सावरकर पर कांग्रेस नेताओं टिप्पणियों को लेकर भी गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि वह सावरकर के बारे में अपनी दादी इंदिरा गांधी का भाषण सुन लें, राहुल के साथी भी उनको समझा रहे हैं. देश के लिए ज्यादा से ज्यादा यातनाएं सहने वाले वीर सावरकर ही हैं. ऐसे में वीर सावरकर पर राहुल गांधी को टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
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वहीं राहुल गांधी की सदस्यता जाने के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जिन्हें अदालत ने दोषी ठहराया है और जिन्होंने लोकसभा की सदस्यता खो दी है. उनसे पहले 17 सांसदों की सदस्यता गई है, तब लोकतंत्र खतरे में नहीं पड़ा था, सिर्फ राहुल गांधी के मामले में ही लोकतंत्र खतरे में पड़ गया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि उच्च न्यायालय में जाने के बजाय राहुल हो हल्ला करने की कोशिश कर रहे हैं और अपनी किस्मत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोष दे रहे हैं. राहुल गांधी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दोष मढ़ने की कोशिश करने के बजाय अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ लड़ने के लिए ऊपरी अदालत में जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान यही लोग बैठे थे, यही सोनिया गांधी नेतृत्व करती थीं यूपीए सरकार का, यही चिदंबरम थे, यही मनमोहन सिंह थे, यही राहुल गांधी सांसद थे. तब क्या हुआ था. हमने तो हाय तौबा नहीं की. आप लोगों पर जो केस चल रहे हैं, सारे भ्रष्टाचार के केस हैं जबकि राहुल गांधी का मामला बदजुबानी का है जो यूपीए सरकार की तरह फर्जी और मनगढ़ंत केस नहीं हैं.
विपक्षी एकता पर बोले शाह – ये सारी बातें बढ़ाती हैं टीआरपी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए ‘एकजुट विपक्ष’ के विचार पर भी जोरदार हमला किया. शाह ने दावा कहा कि ये सारी बातें सिर्फ टीआरपी बढ़ाती हैं. जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर राव, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, मोदी बनाम रेस्ट फॉर्मूले के तहत एक साथ आते हैं. अगर चंद्रशेखर राव उत्तर प्रदेश में और ममता बनर्जी तेलंगाना में रैली करती हैं या अखिलेश यादव साहब बंगाल में सभा करते हैं, तो इसका क्या फर्क पड़ेगा. केंद्रीय मंत्री शाह ने आगामी लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन 2019 से ज्यादा सीटों के साथ 2024 में वापसी करने का दावा किया है.