Politalks.News/Maharashtra. लगता है जैसे प्रवर्तन निदेशालय, आईटी, सीबीआई को महाराष्ट्र के सियासी दलों में कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी है. एक के बाद एक कई मामलों में केंद्रीय जांच एजेंसियों द्वारा महारष्ट्र सरकार के मंत्रियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को लेकर हर कोई सकते में है. कुछ ऐसा ही नजारा पश्चिम बंगाल में भी नजर आता है. मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शिवसेना के दिग्गज नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत के परिवार और कंपनी से जुड़ी करोड़ी की संपत्ति कुर्क कर दी है. ED ने ये कार्रवाई पात्रा चॉल स्कैम मामले के तहत की है. ED की कार्रवाई को लेकर संजय राउत ने कहा कि, ‘भले मुझे ही गोली मार दी जाए या फिर जेल भेज दिया जाए, मैं चुप नहीं बैठूंगा, संजय राउत बालासाहेब ठाकरे का चेला है, चुप नहीं बैठेगा और ना ही झुकेगा.’
क्या मैं मेहुल चोकसी हूं, नीरव मोदी हूं या फिर विजय माल्या हूं?- राउत
प्रवर्तन निदेशालय ने 1,034 करोड़ रुपये के पात्रा चॉल भूमि घोटाला मामले में शिवसेना नेता संजय राउत के अलीबाग प्लॉट और दादर व मुंबई में एक-एक फ्लैट को कुर्क किया. कहा जा रहा है कि संजय राउत की जो संपत्ति कुर्क की गई है, उसकी कुल कीमत 11 करोड़ रुपये के करीब है. ED द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. शिवसेना नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय राउत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘प्रॉपर्टी का मतलब आखिर क्या होता है. क्या मैं मेहुल चोकसी हूं, नीरव मोदी हूं या फिर विजय माल्या हूं. मैं अंबानी या अडानी भी नहीं हूं. मैं जिस घर में रहता हूं, वह छोटा सा है. मेरा जो पैतृक स्थान अलीबाग है, वहां एक एकड़ जमीन भी नहीं है. जो भी हमने लिया है, वह मेहनत की कमाई से ख़रीदा है और उसे 2009 में लिया गया था.’
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संजय राउत है बालासाहेब ठाकरे का चेला झुकेगा नहीं
संजय राउत यहीं नहीं रुके उन्होंने कहा कि, ‘यह जो कुछ भी हो रहा है, वह बदले की कार्रवाई है. मुझे बहुत पहले से ही ऐसी धमकियां मिल रही थीं कि यदि आप महाराष्ट्र की सरकार गिराने में सहयोग नहीं करोगे तो फिर केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई होगी. लेकिन मैं उन लोगों से साफ़ कह देना चाहता हूँ कि, हम डरने वाले नहीं हैं, चाहे हमें गोली मार दो. प्रॉपर्टी जब्त कर लो या फिर जेल भेज दो. संजय राउत बालासाहेब ठाकरे का चेला है, चुप नहीं बैठेगा और ना ही झुकेगा आप लोगों की पोल खोलता रहेगा. दो सालों से कार्रवाई चल रही है, लेकिन मैं चुप नहीं बैठा. अब जिसे फुदकना है, फुदकता रहे, नाचता रहे. आने वाले दिनों में पता चल जाएगा कि आखिर सच क्या है.’
प्रवीण राउत मेरे भाई इसीलिए उन्हें खड़ा किया गया कटघरे में- राउत
संजय राउत ने आगे कहा कि, ‘मैं तो पिछले 4 महीने से कह रहा था कि मुझे निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है. ताकि महाराष्ट्र की सरकार को किसी न किसी तरह से घेरा जा सके और उसे गिराया जा सके. लेकिन मैं उनके सामने झुकने वाला नहीं हूं. प्रवीन राउत मेरे भाई हैं और उनको सिर्फ इस वजह से कटघरे में खड़ा किया जा रहा है क्योंकि वह मेरे भाई हैं और उनके जरिए मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है. सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि दिल्ली, तमिलनाडु, हर जगह ईडी का इस्तेमाल कर विरोधियों पर निशाना साधा जा रहा है, जो उनका डर दिखा रहा है. पर हम उनसे डरने वाले नहीं हैं.’
यह है पूरा मामला
यह कार्रवाई पीएमएलए के तहत की गई है. प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर हैं साथ ही वह पात्रा चॉल रीडिवेलपमेंट प्रोजेक्ट में भी शामिल थे. प्रवीण को पात्रा चॉल प्रोजेक्ट को विकसित करने का काम दिया गया था जिससे 672 किराएदारों को बसाया जा सके. इस पुरे प्रोजेक्ट में प्रवीण राउत के साथ एचडीआईएल राकेश कुमार वाधवान, सारंग वाधवान और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के दूसरे डायरेक्टर ने मिलकर गैरकानूनी तरीके से फ्लोर स्पेस इंडेक्स बेच दिए. वित्तीय जांच एजेंसी के मुताबिक प्रवीण राउत के साथ एचडीआईएल राकेश कुमार वाधवान, सारंग वाधवान और गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के दूसरे डायरेक्टर ने मिलकर गैरकानूनी तरीके से फ्लोर स्पेस इंडेक्स बेच दिए. फ्लोर स्पेस इंडेक्स वह एरिया होता है जिसमें बिल्डर को फ्लैट बनाने की अनुमति मिलती है. यह एरिया अलग-अलग बिल्डर को 1034 करोड़ रुपये में बेचा गया.