कैसी होगी राहुल गांधी की दुल्हनिया? पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया किस तरह की चाहिएं खूबियां

महाराष्ट्र के मुंबई में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान एक यूट्यूब चैनल को इंटरव्यू में बताई राहुल ने अपने मन की बात, सोनिया गांधी और इंदिरा गांधी को बताया आईडियल, अपने बाइकिंग और साइक्लिंग प्यार का भी किया खुलासा, जानिए राहुल गांधी के इंटरव्यू की दिलचस्प बातें

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Rahul Gandhi about his Marriage. राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का पहला चरण पूरा हो गया है और 3 जनवरी से यात्रा का दूसरा चरण शुरू होने वाला है. पहले चरण में 9 राज्यों से निकलकर 108 दिनों में करीब 3000 किलोमीटर की दूरी नापते हुए पिछले हफ्ते यात्रा शनिवार को दिल्ली पहुंची थी. इस यात्रा के अगुवा राहुल गांधी के कदम जिस तरह से आगे बढ़ रहे हैं, मीडिया का पूरा ध्यान उन पर लग गया है. फिलहाल यात्रा विश्राम मोड पर है. इसी बीच हाल में एक यूट्यूब टीम ने राहुल गांधी से उनकी शादी और उनकी होने वाली दुल्हनियां को लेकर सवाल किए, जिस पर राहुल गांधी ने पहली बार ये साफ किया कि आखिर उन्हें कैसी दुल्हन चाहिए. राहुल ने खुलकर बताया कि उन्हें कैसी लड़की चाहिए और उसमें कैसे गुण होने चाहिए. बता दें, महाराष्ट्र से गुजर रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मुंबई में एक यूट्यूब चैनल की टीम ने यह इंटरव्यू शूट किया था. यह वीडियो बीते दिन ही यूट्यूब पर आया है, जो तेजी से वायरल हो रहा है.

हालांकि बीते कुछ सालों तक ये सवाल आम था कि देश के सबसे चहेते दो बैचलर शादी कब करेंगे, पहला सलमान खान और दूसरे राहुल गांधी. इस बार राहुल ने खुद ही बता दिया कि उन्हें कैसे लड़की चाहिए. दरअसल, राहुल गांधी अपने इस खास इंटरव्यू में अपनी दादी इंदिरा गांधी के बारे में बात कर रहे थे. राहुल ने कहा कि इंदिरा गांधी उनके जीवन का प्यार हैं, उनकी दूसरी मां हैं. इसी बात को लेकर उनसे शादी को लेकर सवाल किया गया तो राहुल गांधी ने बेहद दिलचस्प जवाब दिया.

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सवाल हुआ कि क्या ऐसी ही महिला से शादी करना चाहते हैं, जिसमें आपकी दादी जैसे गुण हों? शादी के लिए क्या ऐसी ही लड़की चाहिए. इस पर राहुल ने कहा, ‘यह दिलचस्प सवाल है. मैं ऐसी महिला चाहूंगा, जिसमें मेरी मां और दादी दोनों के गुण हों. वह अच्छा रहेगा.’

इस दौरान राहुल गांधी से कुछ अन्य सवाल भी किए गए, जानिए उन सवाल और उनके जवाब….

सवाल- आपकी दादी को आयरन लेडी ऑफ इंडिया कहा जाता है?
राहुल– उन्हें गूंगी गुड़िया भी कहा गया था. जो लोग मुझ पर 24 घंटे हमला करते हैं, उन्हीं लोगों ने इंदिराजी को गूंगी गुड़िया कहा था. फिर वह महिला आयरन लेडी बन गईं. वो हमेशा से ही आयरन लेडी थीं.

सवाल- कोई पप्पू बोलता है तो क्या कभी यह बात दिल पर लगी?
राहुल– नहीं, ये प्रोपेगैंडा कैंपेन है और यह उनके दिल की बात है. ये उन लोगों के भीतर डर है, जिनकी लाइफ में कुछ नहीं हो रहा है.

सवाल- 2010 में आपने ट्रेन से एक यात्रा शुरू की थी, क्या मोटिवेशन था?
राहुल– 2010 से नहीं. मैं हमेशा ये यात्राएं करता हूं. कुछ राजनीतिक कारणों से प्रेस मुझे निशाना बनाता है. जो मैं शुरू करता हूं, उसमें अवरोध खड़ा करता है. जो भी मैं करता हूं, उसके कुछ चुनिंदा पहलू ही प्रेस दिखाता है. मैं यह जानना चाहता हूं कि एक अप्रवासी मजदूर होना क्या होता है. मैं थर्ड क्लास में बैठा, उसमें किसी गोरखपुर से आए पेंटर से बात की. जो भी मेरे सामने आता है, उसे समझना चाहता हूं.

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सवाल- आपके पास कार और बाइक्स हैं? लैंड क्रूजर है?
राहुल- वास्तव में मैं किसी कार का मालिक नहीं हूं. मेरी मां की CRV है, उसे ही चलाता हूं. मैं कार में इंट्रेस्टेड कभी नहीं रहा. हां, ड्राइविंग में मेरा इंट्रेस्ट है. मेरे पास मोटर बाइक है. मैं मोटर बाइक में इंट्रेस्टेड नहीं हूं, पर उसे चलाना मुझे पसंद है. आप मुझसे कार, इंजन के बारे में बात करिए. मैं 90 फीसदी बातें सही बता सकता हूं. मैं कार ठीक कर सकता है. मैं चलना पसंद करता हूं. मैं हवा, पानी या जमीन…मुझे तेज चलना पसंद है. मुझे पुरानी लैम्ब्रेटा भी उतनी ही पसंद है, जितनी कि R-1. RD-350 पसंद है. दो स्ट्रोक होती है. खतरनाक है. कुछ देर वो कुछ नहीं करती और अचानक वो भागती है. एप्रीलिया RS-250 बाइक मेरी जिंदगी का प्यार है. मैं उसे लंदन में पढ़ाई के दौरान चलाता था.

सवाल- आपका साइकिलिंग में भी काफी ज्यादा इंट्रेस्ट है?
राहुल- हां है, मैं कुछ न कुछ स्पोर्ट्स करता रहता हूं. मेरे पिता एक पायलट थे. मैंने उनसे सीखा. ये प्लेन उड़ाना आपके एटीट्यूड और वे ऑफ थिंकिंग है. मेरे पिता ने मुझसे एक बात कही थी. उन्होंने कहा था कि तुम प्लेन उड़ाना, प्लेन तुम्हें उड़ाए…ऐसा मत होने देना. मायने ये थे कि आप यानी पायलट हमेशा प्लेन के आगे रहता है. पायलट 30 हजार की ऊंचाई से चीजों को देखता है. जो आप उस ऊंचाई से देखते हैं, वह आपको सड़क पर दिखाई नहीं देंगी. पायलट हमेशा ऊंचाई से देखता है. आप देख पाते हैं कि समस्याएं कहां हैं.

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