बेचारे आदमी पर उछाल रहे हैं कीचड़- नशे में CM मान को विमान से उतारे जाने के दावों पर बोले केजरीवाल

पिछले छह महीने में भगवंत मान साहब ने जो काम किए हैं वो 75 साल में किसी सरकार में नहीं हुआ, 75 साल मे पहली बार पंजाब को मिला है मेहनती और कट्टर ईमानदार मुख्यमंत्री, जो मीडिया में चल रहा हैं वो सब झूठ है, बकवास है- अरविंद केजरीवाल

‘सब झूठ और बकवास है’
‘सब झूठ और बकवास है’

Politalks.News/Delhi/Punjab. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अक्सर चर्चाओं में रहने की आदत है. भगवंत मान और उनका शराब प्रेम किसी से छिपा नहीं हैं. यही कारण हैं कि वे इन दिनों अपने शराब पीने की लत को लेकर एक बार फिर सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं. जी हां देश की राजनीति इन दिनों सबसे ज्यादा अगर चर्चा किसी मुख्यमंत्री की है तो वो भगवंत मान की. दरअसल ऐसी खबरें हैं कि जर्मनी गए पंजाब के सीएम भगवंत मान को लुफ्थांसा एयरलाइंस की फ्लाइट से उतार दिया गया था क्योंकि वे नशे में धुत थे. रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी स्थिति ऐसी थी कि वे अपने पैरों पर भी खड़े नहीं हो पा रहे थे. ऐसे में उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी गई. इस खबर के सामने आने के बाद से विपक्षी दल आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं. तो वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भगवंत मान को बेचारा बताया. केजरीवाल ने कहा कि, ‘वह बेचारा आदमी लगा हुआ है पंजाब के विकास के लिए, उसको सब मिलकर रोकना चाहते हैं. उसने तो वो काम किया है जो 75 साल में कभी नहीं हुआ.’

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान 17 सितंबर को जर्मनी से दिल्ली लौट रहे थे. इस दौरान फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट पर उन्हें लुफ्थांसा एयरलाइंस के विमान से नीचे उतार दिया गया. बताया जा रहा है कि वे बहुत ज्यादा नशे में थे, इसलिए एयरलाइन ने ऐसा फैसला लिया. लुफ्थांसा वेबसाइट के मुताबिक, यह विमान फ्रैंकफर्ट से शनिवार दोपहर 1.40 बजे रवाना होने वाला था. यह दिल्ली में रात 12.55 बजे लैंड करता, लेकिन इस हंगामे के बाद विमान 4 घंटे की देरी से शाम 5.52 बजे उड़ान भर पाया और सोमवार सुबह 4.30 बजे दिल्ली में लैंड हुआ. विमान के बाकी यात्रियों के अनुसार CM भगवंत मान ने इतनी शराब पी रखी थी कि वे ठीक से चल नहीं पा रहे थे. उनकी पत्नी और सुरक्षाकर्मी उन्हें संभाल रहे थे. इस वजह से सुरक्षा का हवाला देते हुए मान को नीचे उतार दिया गया. उनके स्टाफ ने कोशिश की कि उन्हें न उतारा जाए, लेकिन फ्लाइट का स्टाफ कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था. एक अन्य यात्री का कहना है कि इस पूरे वाकये के चलते फ्लाइट चार घंटे लेट हुई. अब इस मुद्दे को लेकर सियासी बयानबाजी बहुत तेज हो गई हैं.

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पंजाब के सीएम भगवंत मान को फ्रैंकफर्ट से लुफ्थांसा की फ्लाइट उतारे जाने की खबरों को लेकर विपक्षी दलों ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि, ‘इस विमान के यात्रियों ने मीडिया को जो जानकारी दी है, वह परेशान करने वाली है. जानकारी के मुताबिक, पंजाब के CM भगवंत मान को लुफ्थांसा फ्लाइट से उतारा गया, क्योंकि वे नशे में थे. इस वजह से फ्लाइट 4 घंटे देरी से उड़ान भर पाई.’ बादल ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि, ‘हैरानी की बात यह है कि पंजाब सरकार इन खबरों पर चुप है. CM भगवंत मान और दिल्ली CM केजरीवाल को इस मुद्दे पर सफाई देनी चाहिए. भारत सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए, क्योंकि इसमें पंजाबी और राष्ट्रीय गौरव शामिल है. अगर मान को विमान से उतारा गया था, तो भारत सरकार को जर्मन सरकार से इस बारे में बात करनी चाहिए.’

कांग्रेस पार्टी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. दिल्ली कांग्रेस ने ट्वीट कर निशाना साधा और कहा कि, ‘बेहद शर्मनाक. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को नशे में धुत होने के कारण विमान से उतरा गया.’ वहीं आम आदमी पार्टी ने इस मामले को झूठ कर बेबुनियाद बताया. AAP के मीडिया कम्युनिकेशन के निदेशक चंदर सुता डोगरा ने बताया था कि मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं थी. इसी वजह से 17 तारीख की बजाय वे 18 तारीख को दिल्ली रवाना हुए. पंजाब CM कार्यालय के मीडिया प्रभारी नवनीत वाधवा ने कहा कि यह सब फालतू बातें हैं. मुख्यमंत्री के जर्मनी दौरे के कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें 18 सितंबर तक जर्मनी में रहना था.’ इस पुरे मामले पर सियासत गरमाने के बाद आज आम आदमी पार्टी प्रमुख एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है.

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आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘पिछले छह महीने में मान साहब ने जो काम किए हैं वो 75 साल में किसी सरकार में नहीं हुआ. 75 साल मे पहली बार पंजाब को मेहनती और कट्टर ईमानदार सीएम मिला है. छह महीने में 100 मोहल्ला क्लीनिक बना दिए, पंजाब के लोगों की बिजली मुफ्त कर दी, 17 हजार नई नौकरियां निकाल दीं, 8 हजार टीचर पक्के कर दिए. इनके जो विरोधी हैं, उनको काम में कुछ कमी दिखाई नहीं देती तो कीचड़ फेंकते हैं, सब झूठ है, बकवास है. वह बेचारा आदमी लगा हुआ है पंजाब के विकास के लिए, उसको रोकना चाहते हैं. जनता देख रही है. जनता उनके काम से बहुत खुश है. मैं विरोधियों से पूछना चाहता हूं कि यदि भगवंत मान ने छह महीने में बिजली मुफ्त कर सकते थे तो इन दूसरी सरकारों ने 75 सालों में बिजली मुफ्त क्यों नहीं की. ये सारा पैसा लेकर कहां चले गए. पंजाब का पैसा किसने खाया?’

इस बीच केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि वह इन आरोपों पर गौर करेंगे कि ‘नशे में होने के कारण’ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को विमान से उतार दिया गया था. मंत्री ने जोर दिया कि तथ्यों को सत्यापित करना महत्वपूर्ण है.

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