Rajasthan Political Crisis/Ashok Gehlot in Delhi. राजस्थान की सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी में चरम पर पहुंची सियासी बयानबाजी के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को जयपुर से दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रूटीन चेकअप के लिए सी स्कीम स्थित निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचे, जहां गहलोत ने अपना वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा रूटीन चेकअप करवाया. इससे पहले शुक्रवार को बारां में मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बिना तंज कसते हुए कहा कि हमारी पार्टी के भीतर तो चुनौतियां नहीं हैं, हां राजनीति में थोड़ा-बहुत तो हर आदमी का एंबिशन होता है, हम क्यों बुरा मानें? हर आदमी अपना एंबिशन रखता है और रखना भी चाहिए, महत्वाकांक्षा होती है, महत्वाकांक्षा रहनी भी चाहिए.
आपको बता दें कि दो बार कोरोना पीड़ित हो चुके मुख्यमंत्री अशोक उसके बाद से ही अपना रूटीन चेकअप समय-समय पर करवाते हैं. इसी कड़ी में बीते रोज शुक्रवार को दिल्ली रवाना होने से पहले सीएम गहलोत ने रूटीन चेकअप करवाया था. मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की और रात्रि विश्राम के बाद आज से नवम्बर से 7 नवंबर तक तीन दिनों के लिए गुजरात के चुनावी दौरे पर जाने वाले थे, लेकिन अस्वस्थता के चलते सीएम गहलोत आज गुज5नहीं जा रहे हैं. शायद अब कल से सीएम गहलोत गुजरात दौरे पर रहेंगे. बता दें, गुजरात में सीएम गहलोत 10 जनसभाओं को संबोधित करेंगे और राजकोट में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे और सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म स्थान और पैतृक गांव करमसाद भी जाएंगे.
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इससे पहले अपने बारां प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को बारां सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता में बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा पीएम मोदी द्वारा सीएम गहलोत की तारीफ के मुद्दे पर जवाब देते हुए कहा कि, ‘एक बात बताइए, उन्होंने (पीएम नरेंद्र मोदी ने) तारीफ क्या की? उन्होंने तो तथ्य रखे, उन्होंने कोई मेरी परफॉर्मेंस की बात तो नहीं की. तारीफ तो मैं तब मानता जब वो मेरी बातें मान लेते, 3 बातें मान लेते. मानगढ़ को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करते, रतलाम-डूंगरपुर वाया बांसवाड़ा रेल प्रोजेक्ट को चालू करते और चिरंजीवी हेल्थ स्कीम को पूरे देश में लागू करते. तब मानता मैं कि वो मेरी तारीफ कर रहे हैं. दरअलस, वो कह रहे थे कि हमारी जमात थी जब मुख्यमंत्रियों की, हम साथ थे, तब ये सीनियर थे, आज यहां बैठे मुख्यमंत्रियों में सबसे सीनियर ये हैं, इसमें क्या तारीफ है?
यही नहीं इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद के द्वारा पीएम मोदी की तारीफ पर उठ रहे सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि, ‘दूसरा जो आप कह रहे हो कि मैंने उनकी तारीफ की, जबकि मैंने तो उनको आईना बताया कि आप जो बार-बार घमंड कर रहे हो कि मैं दुनियाभर के अंदर बहुत ही प्रसिद्ध, क्या कहते हैं पॉपुलर प्राइम मिनिस्टर हूं, आप जहां कहीं भी दुनिया में जा रहे हो, तो आपका इसलिए सम्मान होता है कि आप गांधी के देश के हो. यही तो मैंने कहा और क्या कहा? अब तोड़-मरोड़कर उसका चाहे कुछ भी करो. राजनीति में थोड़ा-बहुत तो हर आदमी का एंबिशन होता है, हम क्यों बुरा मानें? हर आदमी अपना एंबिशन रखता है और रखना भी चाहिए, महत्वाकांक्षा होती है, महत्वाकांक्षा रहनी भी चाहिए. लेकिन अप्रोच का फर्क होता है. इसलिए मैं नहीं चाहता कि मैं यहां पर कोई बात बोलूं, खाली यही है कि हम सब मिलकर इस बार अगला चुनाव जीते और ये पब्लिक इंटरेस्ट राजस्थान के लिए भी जरूरी है और देश के लिए भी जरूरी है.’
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वहीं राजस्थान में आम आदमी पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने की घोषणा के सवाल पर सीएम ने कहा कि उन्हें आप की चिंता नहीं, ये लोग महा-झूठे हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि गुजरात मॉडल अब सिर्फ हवा हवाई साबित हो रहा है, वहां सड़कें तक खराब हैं. गुजरात चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां एंटी इनकंबेंसी भारी है, इसलिए प्रधानमंत्री को हर 7 दिन में वहां जाना पड़ रहा है, वहां भी इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी.