अपनी ही विचारधारा से समझौता कर रहे हैं हार्दिक- पटेल के बयानों पर जिग्नेश मवानी ने खोला मोर्चा

आप राहुल गांधी को टारगेट करते हैं? वह आदमी जिसने तुम्हें प्यार-सम्मान दिया, 26-27 साल की उम्र में उन्होंने आपको कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया, जब आप तीन साल कांग्रेस में और शीर्ष नेतृत्व में थे तो कोई आपत्ति नहीं थी. हम चिंता भी करेंगे और चिंतन भी करेंगे, आप अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें- मेवानी

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Politalks.News/GujaratPolitics. नव संकल्प शिविर के बाद पार्टी के शुरू होने वाले ‘भारत जोड़ो’ अभियान की शुरुआत से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी का दामन छोड़ दिया. इसके साथ ही हार्दिक ने पार्टी आलाकमान और राहुल गांधी पर भी गंभीर आरोप भी लगाए. लेकिन इसी बीच हार्दिक पटेल के जिगरी माने जाने वाले निर्दलीय विधायक ने अब हार्दिक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने हार्दिक पटेल के आरोपों और सवालों पर जबरदस्त पलटवार किया है. हार्दिक पटेल ने 19 मई को अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर नस्लवाद और गुजरात विरोधी होने का आरोप लगाया था. तो वहीं हार्दिक के सनसनीखेज आरोपों का जवाब देते हुए जिग्नेश मेवानी ने कहा कि, ‘जब आप तीन साल कांग्रेस में और वो भी प्रदेश के शीर्ष नेतृत्व में थे तो कोई आपत्ति नहीं थी. मुझे समझ नहीं आता कि इस्तीफा देते समय क्या चिकन-सैंडविच दलील का मुद्दा हो सकता है?’

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विधानसभा चुनाव के कुछ महीनों पहले गुजरात में सियासी माहौल जबरदस्त गर्म हो चला है. आपको बता दें, कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद पार्टी पर जमकर हमला बोला है. हार्दिक पटेल ने कहा कि, ‘कांग्रेस की मानसिकता गुजरात विरोधी है.’ हार्दिक के कांग्रेस पार्टी पर किये गए हर वार का निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने पलटवार किया है. मेवानी ने कहा कि, ‘यह बिलकुल भी सही नहीं है कांग्रेस पार्टी की मानसिकता गुजरात विरोधी है. गुजरात की सियासत हमेशा कांग्रेस के इर्द गिर्द घूमती रही है. मेरा ऐसा मानना है कि आपको पार्टी के कुछ लोगों से आपत्ति हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि पूरी पार्टी को ही गुजरात का विरोधी बता दिया जाए.’

इसके साथ ही जिग्नेश मेवानी ने हार्दिक पटेल के चिकन सैंडविच वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘इस्तीफा देते समय क्या चिकन-सैंडविच दलील का मुद्दा हो सकता है? मुझे तो नहीं लगता. सिर्फ अपनी बात रखने के लिए आप कुछ भी कहें ये गलत है.’ आपको बता दें कि हार्दिक ने राहुल गांधी का जिक्र करते हुए कहा था कि दिल्ली में बैठे गुजरात के नेता कान लगाने का काम कर रहे हैं. राहुल गांधी जब गुजरात आते हैं तो उनके सामने गुजरात के मुद्दों पर चर्चा नहीं करते, बल्कि कमरे में बैठकर सोचते हैं कि आज राहुल गांधी को कौन सा चिकन सैंडविच दिया जाए?’

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वहीं हार्दिक के बयान कि ‘मैंने अपने जीवन के 3 साल कांग्रेस में बर्बाद किए हैं’ पर पलटवार करते हुए मेवानी ने कहा कि, ‘क्या आप राहुल गांधी को टारगेट करते हैं? वह आदमी जिसने तुम्हें प्यार-सम्मान दिया. जिस व्यक्ति के जरिए आपकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंच थी, मेरी नहीं. 26-27 साल की उम्र में उन्होंने आपको कार्यवाहक अध्यक्ष बनाया, आपको लाड़-प्यार किया, आपको स्टार प्रचारक बनाया. इन सबके बावजूद अगर आपकी छोटी सी मांग पूरी नहीं होने के कारण पार्टी में नहीं रहना चाहते तो गरिमा के साथ विदाई ले सकते थे है. अल्पेश ठाकोर ने भी कांग्रेस छोड़ी, लेकिन अपनी गरिमा को कायम रखा. लेकिन आपने ऐसा नहीं किया क्योंकि आप किसी और के दिशा निर्देश पर चल रहे थे.’

हार्दिक के भाजपा से जुड़े बयान पर कि, पाटीदार आंदोलन के दौरान भाजपा सरकार पुलिस को मार रही थी, तब कांग्रेस पार्टी ने क्या किया?’ पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘गुजरात की भाजपा सरकार ने पाटीदार समुदाय को आरक्षण दिलाने का भरोसा दिलाया था. आंदोलन में पाटीदार समाज ने अपने 14 युवाओं को खो दिया, तुम्हारे खिलाफ 32 झूठे मुकदमे करवाए, यह सब भाजपा सरकार ने ही किया. लेकिन, अब आप उसी से प्यार क्यों दिखा रहे हो?’ वहीं हार्दिक के अडानी अंबानी के प्रति जागे प्रेम का जिक्र करते हुए जिग्नेश मेवानी ने कहा कि, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आपको अचानक अडाणी और अंबानी से कैसे प्रेम हो गया. मतलब साफ है कि आप ही अपनी विचारधारा से समझौता कर रहे हैं.’ वहीं हार्दिक पटेल के कांग्रेस को नस्लवादी पार्टी बताने के मुद्दे पर मेवाणी ने कहा – ‘जब आप तीन साल कांग्रेस में और शीर्ष नेतृत्व में थे तो कोई आपत्ति नहीं थी. हम चिंता भी करेंगे और चिंतन भी करेंगे, आप अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें.’

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