ज्ञानेश कुमार की जीवनी (Gyanesh Kumar Biography in Hindi)
Gyanesh Kumar Latest News – बिहार विधानसभा चुनाव वर्ष के अंत से होना है. सभी राजनैतिक पार्टियां अभी से ही तैयारी में जुट गई है. कोई भी पार्टी अपनी ओर से कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है. ऐसे में राज्य में चुनाव आयोग भी सक्रिय है. राज्य में, इन दिनों बूथ लेवल पर मतदाताओं की सघन जांच पड़ताल चल रही है और मृत, स्थायी रूप से पलायन कर चुके पंजीकृत व विदेशी लोगो की पहचान करके उसे सूचि से हटाया जा रहा है. इसको लेकर राज्य से लेकर केंद्र तक में विपक्षी पार्टियों ने एनडीए पर हमला बोल दिया है. उनका आरोप मुख्य रूप से चुनाव आयुक्त के ऊपर है. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्षी पार्टियों के सभी आरोपों का जबाव दिया है और कहा है SIR बिहार के बाद समूचे देश में लागु किया जाएगा. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ‘2023 के मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त नियुक्ति अधिनियम’ के प्रावधानों के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त हैं. इस लेख में हम आपको भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तज्ञानेश कुमार की जीवनी (Gyanesh Kumar Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
ज्ञानेश कुमार का जन्म, परिवार और शिक्षा (Shubhanshu Shukla Birth, Family & Education)
ज्ञानेश कुमार का जन्म 27 जनवरी 1964 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ है. ज्ञानेश कुमार ने आई आई टी कानपुर से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया था. बाद में, उन्होंने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस और एच आई आई डी, हार्वर्ड विश्वविद्यालय, अमरीका से इन्वायरमेंटल इकोनॉमिक्स की पढाई की.
ज्ञानेश कुमार का करियर (Gyanesh Kumar Career)
ज्ञानेश कुमार 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी है. उन्हें राजीव कुमार के स्थान पर मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया. वे इस पद पर जनवरी, 2029 तक रहेंगे. इससे पहले वे केंद्र के अलग अलग शीर्ष पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके है.
भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभालने से पहले ज्ञानेश कुमार 15 मार्च 2024 तक भारत के चुनाव आयुक्त थे. चुनाव आयुक्त बनने से पहले वे केंद्र में सहकारिता सचिव और संसदीय मामलों के सचिव थे. इस पद पर रहते हुए उन्होंने गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के रूप में भी कार्य किया. सहकारिता सचिव रहते उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यो का सम्पादन किया. उनके कार्यकाल में सहकारिता मंत्रालय में बहु राज्य सहकारी समितियां (एमएससीएस) संशोधन अधिनियम, 2023 तो तीन नए राष्ट्रीय सहकारी निकायों जैसे, भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (बीबीएसएसएल), राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (एनसीओएल) एवं राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) का गठन हुआ था.
ज्ञानेश कुमार ने सहारा समूह की चार बहु राज्य सहकारी समितियों के वास्तविक जमाकर्ताओं द्वारा दावे प्रस्तुत करने के लिए सीआरसीएस सहारा रिफंड पोर्टल आरम्भ में भी सहयोग दिया. ज्ञानेश कुमार श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाने में भी अपनी भूमिका निभा चुके है. इतना ही नहीं, देश की सुरक्षा के मामले में सबसे संवेदनशील क्षेत्र जम्मू कश्मीर में वे राज्य के प्रभारी रह चुके है. केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 2019 में राज्य की 370 धारा को हटाया गया था. उस समय ज्ञानेश कुमार जम्मू कश्मीर राज्य मामलो के प्रभारी थे.
ज्ञानेश कुमार केंद्र की यूपीए सरकार के समय मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री रहते वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2012 तक रक्षा (उत्पादन) मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर आसीन थे. इस तरह न केवल मोदी सरकार बल्कि कांग्रेस की नेतृत्व वाली सरकार में भी वे प्रमुख पदों पर रह चुके है.
ज्ञानेश कुमार को 19 फरवरी, 2025 को भारत का मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया. मुख्य चुनाव आयुक्त रहते उन्हें अभी कई राज्यों में होने वाले चुनावों को करवाना है. इनमें वर्ष के अंत से पहले बिहार चुनाव, अगले वर्ष पश्चिम बंगाल फिर इसके बाद असम व तमिलनाडु में भी चुनावों को करवाना है.
चुनाव में मामले में पश्चिम बंगाल का चुनाव सबसे संवेदनशील माना जाता है, जहां हिंसा बड़े पैमाने पर देखने को मिलती है. असम का चुनाव भी चुनाव आयोग के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता रहा है क्योकि राज्य में बड़ी संख्या में घुसपैठियों का पता लगाए बिना निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद करना सम्भव नहीं है.
बिहार विधान सभा चुनाव से पहले राज्य में SIR का मुद्दा ?
बिहार चुनाव से पहले SIR को लेकर RJD सहित कांग्रेस बबाल मचाये हुए है. ऐसे में कुछ लोगो को लगता होगा कि ये SIR क्या है. यहाँ पर चुनाव को लेकर जो SIR की बात हो रही है वह सर, वह नहीं है, जो आदरसूचक के लिए प्रयोग किये जाते है बल्कि इसका अर्थ विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान (Special Inensive Revision) है. इसके अंतर्गत वोटर लिस्ट की समीक्षा की जा रही है और बूथ लेवल पर जाँच करके मतदाता सूचि में संशोधन किया जा रहा है.
हाल ही में विपक्ष के द्वारा लगाए गए इल्जाम को लेकर मुख्य चुनाव आयोग ज्ञानेश कुमार ने कहा कि क्या किसी के प्रभाव में आकर संविधान के विरुद्ध मृत, स्थायी रूप से पलायन कर चुके पंजीकृत एवं विदेशी मतदाताओं को भी स्थान दिया जा सकता है? उन्होंने घोषणा कि की बिहार के बाद समूचे देश में विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान (Special Inensive Revision) लागु किया जाएगा.
इस लेख में हमने आपको भारत के मुख्य चुनाव आयुक्तज्ञानेश कुमार की जीवनी (Gyanesh Kumar Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























