Harsh Vardhan Shringla Latest News – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 12 जुलाई, 2025 को देश के चार जाने माने प्रसिद्ध हस्तियों को राज्यसभा सदस्य के तौर पर मनोनीत किया. उनके एक नाम हर्षवर्धन श्रृंगला का भी है. हर्षवर्धन श्रृंगला भारत के पूर्व विदेश सचिव है. वे अमेरिका सहित कई देशो में भारत के उच्चायुक्त रह चुके है. भारत में उनके विदेश सचिव रहते देश कई चुनौतियों जैसे कोविड महामारी, चीन के साथ डोकलाम विवाद, अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद हुई अफगानिस्तान में फैली अराजकता आदि से सामना किया. हर्षवर्धन श्रृंगला एक अनुभवी अफसर रहे है. वे अपनी बेहतरीन सूझ बुझ के लिए जाने जाते है. विदेश सचिव से सेवानिवृत होने के बाद उन्हें 2023 में हुए भारत की G20 आयोजन में समन्वयक बनाया गया था. इस लेख में हम आपको राज्यसभा सांसद हर्षवर्धन श्रृंगला की जीवनी (Harsh Vardhan Shringla Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
हर्षवर्धन श्रृंगला की जीवनी (Harsh Vardhan Shringla Biography in Hindi)
| पूरा नाम | हर्षवर्धन श्रृंगला |
| उम्र | 63 साल |
| जन्म तारीख | 1 मई 1962 |
| जन्म स्थान | महाराष्ट्र |
| शिक्षा | स्नातक |
| कॉलेज | उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली |
| वर्तमान पद | पूर्व विदेश सचिव, राज्यसभा सदस्य |
| व्यवसाय | आईएफएस अधिकारी, राजनीतिक |
| राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | तेंदुफ शेरिंग ला |
| माता का नाम | हरि देवी बसनेत |
| पत्नी का नाम | हेमल श्रृंगला |
| बेटें का नाम | एक बेटा |
| बेटी का नाम | – |
| स्थाई पता | 4, फ्रैंकलिन प्रीस्टेज रोड, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल |
| वर्तमान पता | 213, वसंत एन्क्लेव, नई दिल्ली |
| फोन नंबर | 9560015776 |
| ईमेल | – |
हर्षवर्धन श्रृंगला का जन्म और परिवार (Harsh Vardhan Shringla Birth & Family)
हर्षवर्धन श्रृंगला का जन्म 1 मई 1962 को महाराष्ट्र के मुंबई में हुआ था. उनके पिता तेंदुफ शेरिंग ला, एक बौद्ध सिक्किमी और माता हरि देवी बसनेत, एक हिंदू गोरखा थीं. उनके माता-पिता दोनों दार्जिलिंग के सिक्किमी थे. हर्षवर्धन श्रृंगला के पिता भी भारतीय सिविल सेवा में थे.
उनकी शादी हेमल श्रृंगला से हुई है. उनका एक बेटा है. हर्षवर्धन श्रृंगला की चाची चोकिला अय्यर भारत की पहली महिला विदेश सचिव के तौर पर काम कर चुकी है. वह मार्च 2001 से जून 2002 तक भारत की विदेश सचिव थी.
हर्षवर्धन श्रृंगला की शिक्षा (Harsh Vardhan Shringla Education)
हर्षवर्धन श्रृंगला की इंटरमीडिएट की पढाई राजस्थान के अजमेर के मेयो कॉलेज से हुई. बाद में उन्होंने सेंट स्टीफंस कॉलेज, दिल्ली से स्नातक किया.
हर्षवर्धन श्रृंगला का शुरुआती जीवन (Harsh Vardhan Shringla Education)
भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में शामिल होने से पहले हर्षवर्धन श्रृंगला निजी उद्योग में काम किया. इसके बाद से उन्होंने संघर्ष निवारण, आर्थिक कूटनीति, प्रवासी भारतीयों और भारत-बांग्लादेश संबंधों पर शोधपत्र प्रकाशित किए हैं.
हर्षवर्धन श्रृंगला का राजनीतिक करियर (Harsh Vardhan Shringla Political Career)
हर्षवर्धन श्रृंगला 1984 में भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) में शामिल हुए. एक IFS अधिकारी के तौर पर उनका करियर बहुत ही शानदार रहा. उन्होंने 38 वर्षों तक इस क्षेत्र में सेवा दी. इन वर्षो में वे विभिन्न देशो में भारत का प्रतिनिधित्व किया. हर्षवर्धन श्रृंगला एक आईएफएस अफसर के तौर पर जनवरी 2014 में पहली बार थाईलैंड में भारत के डिप्लोमेट नियुक्त हुए. वह वहां दो वषो तक कार्यरत रहे.
हर्षवर्धन श्रृंगला की विदेश में डिप्लोमेट के तौर पर दूसरी पोस्टिंग बांग्लादेश में हुई. वे जनवरी 2016 से लेकर जनवरी 2019 तक बांग्लादेश में भारत के उच्चायुक्त के पद पर कार्यरत थे. उन्ही के उच्चायुक्त रहते तब के बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना अप्रैल 2017 में भारत का दौरा किया था.
हर्षवर्धन श्रृंगला की एक डिप्लोमेट के तौर पर तीसरी पोस्टिंग संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी. हर्षवर्धन श्रृंगला को वर्ष 2019 में संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय राजदूत नियुक्त किया गया था. उन्होंने अपने एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान 21 अमेरिकी राज्यों की यात्रा की एवं छात्रों, भारतीय मूल के अमेरिकियों से संपर्क स्थापित किया. उन्ही दिनों पीएम नरेंद्र मोदी का अमेरिका में प्रसिद्ध शो हावडी मोदी का आयोजन हुआ था.
यह कार्यक्रम 22 सितंबर 2019 को टेक्सास के ह्यूस्टन में हुआ था, जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त रूप से 50,000 से अधिक लोगों की एक सभा को संबोधित किया था. यह कार्यक्रम केवल पीएम मोदी के लिए खास नहीं था बल्कि यह कार्यक्रम अमेरिका में किसी विदेशी नेता द्वारा आयोजित अब तक की सबसे बड़ी रैली थी जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ संयुक्त रूप से आयोजित होने वाली पहली रैली थी. इस कार्यक्रम के सफल आयोजन में अमेरिका में भारत के तत्कालीन राजदूत रहे हर्षवर्धन श्रृंगला का विशेष योगदान था.
हर्षवर्धन श्रृंगला का भारत के विदेश सचिव के तौर पर करियर
विभिन्न देशो में राजदूत के तौर पर अपनी सेवा देने के बाद हर्षवर्धन श्रृंगला को भारत का विदेश सचिव नियुक्त किया गया. उन्हें 29 जनवरी 2020 को भारत के 33वें विदेश सचिव नियुक्त किया गया. यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि भारत की विदेश नीति को धरातल पर लागु करने में ब्यूरोक्रेट यानि नौकरशाह का ही वास्तविक योगदान होता है. इसलिए ऐसे जिम्मेदारी भरे पद किसी अनुभवी अधिकारी को ही दिया जाता है.
बाद में भारत के विदेश सचिव रहते उन्होंने दिसंबर 2021 में म्यांमार का दौरा किया. उन्ही के कार्यकाल में देश के सामने कई चुनौतीपूर्ण क्षण भी आये, जैसे कोरोना महामारी, भारत चीन विवाद, अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी. उस समय भारत चीन विवाद विवाद ऐसे मोड़ पर पहुंच चुका था जिसके बाद युद्ध बिल्कुल समीप जान पड़ता था. उसी प्रकार अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद उसका असर भारत भी पड़ा था. क्योकि तालिबान अनियंत्रित और निरंकुश था. वह भारत के लिए भी खतरे से कम नहीं था. हर्षवर्धन श्रृंगला मार्च 2022 में इस पद से रिटायर हो गए. भारतीय विदेश सेवा से रिटायर होने के बाद उन्हें 2023 में भारत की G20 अध्यक्षता के लिए मुख्य G20 समन्वयक नियुक्त किया गया था.
हर्षवर्धन श्रृंगला का राज्यसभा सदस्य के तौर पर करियर
इसी के बाद हर्षवर्धन श्रृंगला को 12 जुलाई, 2025 को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा सदस्य (राज्यसभा सांसद) मनोनीत किया. श्रृंगला की बेहतरीन प्रशासनिक कार्यो के कारण उन्हें जुलाई 2025 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए नामित किया.
वर्तमान में, हर्षवर्धन श्रृंगला राज्यसभा (मनोनीत) सदस्य है.
इस लेख में हमने आपको हर्षवर्धन श्रृंगला की जीवनी (Harsh Vardhan Shringla Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























