कामयाबी पचाना सीखे BJP, अपनी जीत में योगदान के लिए मायावती और ओवैसी को दें भारत रत्न- राउत का तंज

पंजाब को छोड़ चार राज्यों में भाजपा की प्रचंड जीत, संजय राउत ने भाजपा पर कसे तंज, पूछा सवाल- 'भाजपा जैसी राष्ट्रवादी पार्टी को पंजाब में पूरी तरह क्यों ठुकरा दिया गया?' शिवसेना की हार पर बोले- नोटा से कम वोट इसलिए मिले क्योंकि पार्टी के पास नहीं थे नोट

कामयाबी पचाना सीखे भाजपा
कामयाबी पचाना सीखे भाजपा

Politalks.News/Maharashtra. पांच राज्यों के चुनावी नतीजे (Assembly Election Results) सामने आ चुके हैं. चार राज्यों में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की है. ना सिर्फ उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) में बीजेपी का बुलडोजर विरोधियों पर जम कर चला है बल्कि उत्तराखंड, (Uttrakhand Assembly Election 2022) मणिपुर और गोवा में भी बीजेपी ने अपना दबदबा बरकरार रखा. गुरुवार को पीएम मोदी ने इस विजय पर वोटरों का आभार मानते हुए कहा कि एक तरफ उत्तर भारत का राज्य उत्तराखंड, एक तरफ उत्तर-मध्य भारत का उत्तर प्रदेश जिसे मां गंगा का आशीर्वाद मिला हुआ है. चार राज्यों में मिली हार पर तंज कसते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि, ‘यूपी में भाजपा को मिली जीत के लिए मायावती और ओवैसी को उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण और भारत रत्न मिलना चाहिए’. पंजाब (Punjab Assembly Election 2022) में भाजपा की हार को राउत ने जीत से बड़ा बताया है. सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तो पहले से ही थी कि मायावती इस बार के चुनाव में बिल्कुल भी एक्टिव नहीं दिख रही थी. अब पार्टी की भी अभूतपू्र्व हार हुई है’.

‘मायावती और ओवैसी को योगदान के लिए देना चाहिए पद्म विभूषण और भारत रत्न’
उत्तरप्रदेश को लेकर संजय राउत ने कहा कि, ‘यह भाजपा का राज्य था, अब भी है, लेकिन अखिलेश की सीटें तीन गुना बढ़ी हैं. सपा 42 से 125 पर पहुंची है. मायावती व ओवैसी ने भाजपा की जीत में योगदान दिया, इसलिए उन्हें पद्म विभूषण व भारत रत्न देना चाहिए’. शिवसेना सांसद संजय राउत ने भाजपा को सीख देते हुए कहा कि, ‘भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है, लेकिन उसे कामयाबी को पचाना सीखना चाहिए’.

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‘भाजपा जैसी राष्ट्रवादी पार्टी को पंजाब में पूरी तरह क्यों ठुकरा दिया गया?’
शिवसेना नेता राउत ने सवाल उठाते हुए कहा कि, ‘पांच राज्यों के चुनाव में से भाजपा ने चार में जीत हासिल की, इससे हमें दुख हो, ऐसा कोई कारण नहीं है. हम उनकी खुशी में शामिल हैं’. राउत ने इसके साथ ही सवाल खड़ा किया कि उत्तराखंड के सीएम क्यों हारे? गोवा में दो डिप्टी सीएम क्यों हारे? सबसे ज्यादा चिंता की बात पंजाब है, भाजपा जैसी राष्ट्रवादी पार्टी पंजाब में पूरी तरह ठुकरा दी गई’. राउत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री सभी ने पंजाब में जबर्दस्त प्रचार किया था, तो फिर पंजाब में क्यों हारे? शिवसेना नेता ने कहा कि यूपी, उत्तराखंड व गोवा पहले से भाजपा के थे, यह सही है, लेकिन भाजपा यूपी में कांग्रेस व शिवसेना की हार की तुलना में पंजाब में भाजपा की हार ज्यादा बड़ी है’. पीएम मोदी ने कल शाम को भजापा मुख्यालय में पंजाब में पार्टी को मिली हार पर दुख जताया था.

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‘नोट की कमी थी, इसलिए हमें नोटा से कम वोट मिले’
पत्रकारों ने जब संजय राउत से यह पूछा की गोवा, उत्तर प्रदेश व मणिपुर चुनाव में शिवसेना के नगण्य प्रदर्शन क्यों रहा? इस पर शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने तंज कसते हुए कहा कि, ‘उनकी पार्टी को ‘नोटा’ से भी कम वोट इसलिए मिले क्योंकि उसके पास ‘नोट’ कम थे’

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