Politics.News/Rajasthan. हाल ही में बीते दिनों एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा द्वारा सचिन पायलट को सत्ता सौंपने और सीएम अशोक गहलोत को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने सम्बंधी बयान के बाद से सीएम गहलोत के करीबी माने जाने वाले गहलोत सरकार में मंत्री उदय लाल आंजना ने गलत बयान बताते हुए कटाक्ष किया था. अब इस पर सीएम गहलोत के ही दूसरे करीबी माने जाने वाले बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने मंत्री आंजना के जवाब को गैर वाजिब बताया है. साथ ही ये भी कहा है कि अगर ऐसा कुछ उनको कहना ही था सार्वजनिक मंच से नहीं पार्टी फोरम में कहना चाहिए था. ऐसे में माना जा रहा है कि गिर्राज सिंह मलिंगा खिलाड़ी बैरवा के बयान से पर पूरी तरह से सहमत नहीं हैं तो पूरी तरह असहमत भी नहीं हैं.
डिजिटल मीडिया ईटीवी भारत के सवाल पर विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि आंजना और बैरवा दोनों के बयान को लोकप्रियता से नहीं जोड़ना चाहिए. दोनों की अपनी पहचान है लेकिन उन्हें मीडिया में या बाहर आकर ऐसे बोलों से बचना चाहिए. अगर उन्हें कोई बात कहनी भी है तो पार्टी के भीतर कहनी चाहिए. मलिंगा का मानना है कि ऐसा कह कर विपक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा थमाया जा रहा है. मलिंगा ने कहा कि, ‘खिलाड़ी लाल बैरवा एमपी और विधायक रह चुके हैं, उनकी पहचान खुद है. खिलाड़ी लाल बैरवा पूर्व में एमपी रहे और वर्तमान में विधायक और एससी आयोग के अध्यक्ष हैं. अच्छे पदों पर रहे हैं तो वो भी लोकप्रिय हैं. आंजना और खिलाड़ी ने जो कहा वो अब कहने का समय नहीं था. ये बातें सिर्फ पार्टी स्तर पर होनी चाहिए. मीडिया के सामने इस प्रकार के बयान नहीं देने चाहिए. खिलाड़ी लाल का बयान भी ठीक नहीं था पर उदय लाल का बयान और भी ज्यादा गलत था.’
गिर्राज सिंह मलिंगा ने आगे कहा कि अगर आपस में इस प्रकार की बातें होंगी तो विपक्षी लोगों को बोलने के लिए मौका मिलता है. इस लड़ाई को खत्म करना चाहिए, घी नही डालना चाहिए. खिलाड़ी लाल ने बोल दिया तो उदय लाल ने कटाक्ष कर दिया. इस प्रकार से कल कोई तीसरा और चौथा भी बोलेगा. इस प्रकार बीजेपी को बना बनाया मुद्दा मिल जाएगा. बैरवा ने कोई बात बोली है, तो पार्टी स्तर पर बैठकर विचार करना चाहिए. दोनों को इस प्रकार एक दूसरे पर कटाक्ष नहीं करना चाहिए. इससे पार्टी को नुकसान होता है.
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आपको बता दें, हाल ही में बसेड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक एवं एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने मीडिया को दिए अपने एक इंटरव्यू में कहा था कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अब पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बन जाना चाहिए और सचिन पायलट को यदि मुख्यमंत्री बना दिया जाए तो इसमें किसी को दिक्कत नहीं है. बैरवा ने आगे कहा था कि गहलोत रह लिए 20 साल मुख्यमंत्री समेत कई बड़े पदों पर अब राष्ट्रीय अध्यक्ष बनकर पायलट को मुख्यमंत्री बनाएं. आगे बैरवा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है अब लौटाने का समय है.
वहीं दूसरी ओर, प्रदेश के सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने खिलाड़ी लाल बैरवा पर पलटवार करते हुव कटाक्ष किया था. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने वाले बयान को गलत बताते हुए आंजना ने कहा था कि सोनिया गांधी देश की अग्रिम पंक्ति के नेताओं में से एक हैं और अशोक गहलोत सबसे वरिष्ठ नेताओं में से. किसे अध्यक्ष बनाना है, यह निर्णय सभी बड़े नेता मिलकर आपस में कर लेंगे. खिलाड़ी लाल बैरवा ने कोई न कोई लोकप्रियता प्राप्त करने का प्रयास किया है, लेकिन यह पार्टी के हित में नहीं है.
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दोनों दिग्गजों के बयानों पर विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का जो बयान सामने आया है उसे देखकर माना रहा है कि मलिंगा खिलाड़ी लाल बैरवा के बयान से पूरी तरह सहमत नहीं हैं तो असहमत भी नजर नहीं आ रहे हैं.