देशभर में कांग्रेस के विग्रह के जिम्मेदार होंगे गहलोत, कांग्रेस के बहादुर शाह जफर भी होंगे साबित- पूनियां

कांग्रेस अपने घर के झगड़े को भाजपा के सर मढ़कर पाक साफ होने की चतुराई कर रही है पर ‘‘ये पब्लिक है सब जानती है, अन्दर क्या है बाहर क्या है, ये सब कुछ पहचानती है’’ - सतीश पूनियां

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Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में पिछले 2 सप्ताह से अधिक समय से चल रहा सियासी संकट यूं ही बरकरार है. सत्ता संकट के इस समय में सत्ता पक्ष और विपक्ष में आरोप प्रत्यारोप के शब्दबाण भी एक दूसरे पर जमकर चलाए जा रहे है. रविवार को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर शब्दरूपी प्रहार किए. पूनियां ने कहा कि कांग्रेस के अन्दर चल रहे अन्तर्कलह एवं विग्रह के कारक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उनकी तानाशाही कार्यशैली है.

सतीश पूनियां ने कहा कि कोरोना का संक्रमण प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ सरकार, उनके मंत्री एवं विधायक होटल के बाड़े में बंद होकर मौज-मस्ती कर रहे है. कोरोना के प्रबंधन में राज्य सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है. प्रदेश में कोरोना के 35 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 600 से अधिक मौतें हो चुकी है. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं उनकी सरकार होटल में अंताक्षरी, कैरम, फुटबाॅल खेलने एवं फिल्में देखने में व्यस्त हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है और अपराध दिनों-दिन बढ़ते जा रहे है, अपराधियों के हौंसले बुलंद है. प्रदेश में विकास के सभी कार्य ठप्प पड़े हैं, हम पूछते हैं कि आखिर सरकार कब तक बाडे़ में बंद रहेगी.

पूनियां ने कहा कि विधानसभा सत्र बुलाने के लिए राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद को चुनौती देते हुए राजभवन को घेरने की धमकी देने वाला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो बयान दिया, उससे पूरा प्रदेश देशभर में शर्मसार हुआ है. मुख्यमंत्री गहलोत और उनकी सरकार जिस तरीके के कृत्य कर रहे हैं, बदजुबानी कर रहे हैं और अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की, इससे मुझे लगता है कि असन्तुलित होकर कुर्सी जाने के भय के कारण मुख्यमंत्री अमर्यादित एवं असंवैधानिक टिप्पणी कर रहे हैं. पूनियां ने कहा कि 25 जुलाई को प्रदेशभर में कांग्रेस द्वारा सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन कर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ायी गई, जो की आपदा प्रबंधन कानून का उल्लंघन है.

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वहीं कांग्रेस द्वारा देशभर में चलाये जा रहे ‘‘स्पीक अप फाॅर डेमोक्रेसी’’ डिजिटल अभियान को लेकर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए पूनियां ने कहा कि कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व किस नैतिकता की बात करता है, जिसने आपातकाल लगाकर चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त करने का असंवैधानिक काम किया, 91 बार देश में अनुच्छेद 356 को लागू कर तमाम राज्य सरकारों को बर्खास्त किया. आज वही लोग लोकतंत्र की बात कर रहे है.

पूनियां ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस पर यह कहावत सही चरितार्थ हो रही है कि ‘‘नौ सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को’’, कांग्रेस ने राजस्थान में पाॅलिटिकल क्राइसिस किया एवं वर्षों से देश में लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन किया. संविधान का अपमान किया और अब ‘‘स्पीक अप फाॅर डेमोक्रेसी’’ के पाखंड से पुराने पाप थोड़े धुलने वाले हैं?

पूनियां ने कांग्रेस में चल रहे अन्तर्कलह को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है और कांग्रेस का केवल राजस्थान ही नहीं देशभर में जो विग्रह होगा उसके जिम्मेदार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत होंगे. अशोक गहलोत कांग्रेस के बहादुर शाह जफर साबित होंगे.

इसके साथ ही पूनियां ने ट्वीट कर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अपने घर के झगड़े को भाजपा के सर मढ़कर पाक साफ होने की चतुराई कर रही है पर ‘‘ये पब्लिक है सब जानती है, अन्दर क्या है बाहर क्या है, ये सब कुछ पहचानती है?’’

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एक अन्य ट्वीट में पूनियां ने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता सब देख रही है, ईश्वर भी साक्षी है, आपका ईमान कैसे गवाही दे रहा है, कुर्सी की भूख ने आपको लोभी बना दिया, कोरोना ही नहीं प्रदेश में अपराध भी तेजी से बढ़ रहे है, क्या बाड़े में बैठे रहना ही लोकतंत्र है? कांग्रेस नेतृत्व बताये अशोक गहलोत सरकार कब बाड़े से बाहर निकलेगी?

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