Politalks.News/Rajasthan. हाल ही में बीते रविवार राजधानी में आयोजित भाजपा के जनप्रतिनिधि सम्मेलन में भाग लेने जयपुर आए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) द्वारा गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर लगाए गए आरोपों के जवाब में मंगलवार की पीसीसी में मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने अमित शाह, भाजपा और गजेंद्र सिंह शेखावत पर जमकर निशाना साधा. अब सीएम गहलोत के आरोपों पर जोरदार पलटवार करते हुए विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Rathod) ने एक वक्तव्य जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के इस आरोप कि भारतीय जनता पार्टी के नेता बिना तथ्यों की बात कहते हैं, पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘क्या प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर पूरे देश में सर्वाधिक वेट राजस्थान में नहीं है? क्या 100 यूनिट उपयोग करने वाले घरेलू उपभोक्ता से वसूल हो रही विद्युत दर प्रदेश में सर्वाधिक नहीं है? क्या किसान पर मंडी में अनाज बेचने पर लगने वाला मंडी टैक्स व सेस सर्वाधिक राजस्थान में नहीं है? मुख्यमंत्री जी इस सत्य को क्यों छुपाना चाहते हैं?’
वहीं बहुचर्चित फ़ोन टैपिंग मामले को लेकर सीएम गहलोत द्वारा जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत पर लगाए आरोप पर पलटवार करते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री जी जो केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह जी के टेलीफोन टैपिंग प्रकरण में आवाज का नमूना लेने की चिंता कर रहे हैं, अच्छा रहता कि वह पहले अपने स्वयं के मंत्रिमंडल में सम्मिलित पर्यटन मंत्री सहित सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के आरोपित विधायकों की आवाज के नमूने जांच एजेंसी को दिलवा देते.
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गहलोत सरकार पर पलटवार करते हुए दिग्गज बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि जिस सरकार का जन्म ही अंतर्विरोध से हुआ हो, जिसके स्वयं के तत्कालीन कांग्रेस के संगठन के प्रदेश अध्यक्ष की नाराजगी व खुले विद्रोह को मुख्यमंत्री जी संज्ञान में नहीं ले सके तथा अपमान की राजनीति के चलते अपने ही कुनबे को बांधे रखने में असमर्थ है, वह देश के गृहमंत्री सहित अन्य पर सरकार गिराने का आरोप लगाकर अपनी ही करनी को छिपाना चाहते हैं.
उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि वर्ष 2018 में महज 0.5 फीसदी अधिक मत लेकर सत्ता में आई कांग्रेस पार्टी की नींव ही अंतर्कलह पर टिकी हुई थी जिसका डगमगाना भी सुनिश्चित था. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री व तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच की खींचतान पर खुद गहलोत जी ने मुहर लगाई थी और अपने ही कर्मों की वजह से कांग्रेस सरकार को पांच सितारा होटल में कैद रहना पड़ा था.
बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को कांग्रेस पार्टी में उपजे असंतोष व अपनी अक्षमता का ठीकरा दूसरों पर नहीं फोड़ना चाहिए. मुख्यमंत्री जी खुद बार-बार कहते हैं कि अगर बसपा व निर्दलीय विधायक साथ नहीं देते तो उनकी सरकार नहीं बचती यानी कि मुखिया जी को कांग्रेस विधायकों पर भरोसा ही नहीं था. राठौड़ ने कहा कि राजस्थान में महंगाई के विरोध में प्रस्तावित रैली में सरकारी तंत्र को झोंकने वाले सरकार के मुखिया यह स्पष्ट करें कि उन्होंने प्रदेश में महंगाई कम करने के क्या-क्या व कब प्रयास किए तो बेहतर होगा.
सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि वास्तविकता यह है कि राजधानी जयपुर में प्रदेश भाजपा के जनप्रतिनिधि महासम्मेलन के सफल आयोजन को देखकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी बौखलाहट में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी कर अंतर्कलह से जूझ रही अपनी सरकार की नाकामी पर पर्दा डालने में लगे हैं. राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत जी मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे हुए हैं लेकिन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह अपने पद व गरिमा का कदापि सम्मान नहीं करते हुए लगातार केन्द्रीय मंत्री के खिलाफ आधारहीन व झूठी बातें मीडिया के समक्ष रखकर जनता को भ्रमित करने में लगे हैं.