Jaipur Yojana Bhawan: देश में एक तरफ कल 2000 के नोट पर पाबंदी लगी है वहीं दूसरी तरफ सरकारी दफ्तर में एक बंद पड़ी अलमारी से 2.31 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी और एक किलो सोना बरामद हो जाए तो हड़कंप मचना लाजमी है, यही हुआ है जयपुर के सचिवालय स्थित योजना भवन में, दरअसल राजस्थान शासन सचिवालय स्थित योजना भवन के सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के कार्यालय में दो करोड़ 39 लाख 49 हजार 500 रुपए की रकम बरामद की गई है, यह रकम एक अलमारी में मिली है. शुक्रवार देर रात मुख्य सचिव ऊषा शर्मा और पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने मीडिया को इसकी जानकारी दी. वहीं अब विपक्ष को भी बैठे बिठाए एक अहम मुद्दा गहलोत सरकार को घेरने के लिए मिल गया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने देर रात कहा कि सरकारी कार्यालय में नकद रकम मिलना दिखाता है कि राज्य शासन में कितना भ्रष्टाचार है.
बीते दिन जैसे ही 2000 के नोटों पर रोक की खबर आई, तो देर रात जयपुर में दो करोड़ से अधिक नकदी की बरामदगी हुई है. इसमें सबसे रोचक बात यह है कि जो कैश बरामद हुआ है उसमें 2 हजार और 500 के ही नोट हैं. यह बात खुद राजस्थान की मुख्य सचिव, पुलिस निदेशक और पुलिस कमिश्नर ने देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताई है. बता दें, योजना भवन के बेसमेंट में रखी अलमारी में 2 करोड़ से ज्यादा की नकदी और 1 किलो सोना मिला है. सरकारी विभाग की अलमारी में मिली बड़ी रकम के बाद अब पुलिस इस पूरे मामले को लेकर काफी ज्यादा गंभीर हो गई है. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, डीजी लॉ एंड ऑर्डर, जयपुर पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने देर रात 11 बजे सचिवालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर इसकी जानकारी दी. पुलिस ने इस पूरे मामले में 8 से ज्यादा विभाग से जुड़े लोगों को हिरासत में लिया है.
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वहीं अब इस मामले को लेकर विपक्ष भी प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमलावर हो गया है. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे लेकर सीएम अशोक गहलोत पर जोरदार हमला बोला है. शेखावत ने ट्वीट कर कहा कि गहलोत सरकार का पेट काला धन निगलते-निगलते ऊपर तक भर गया है, इसलिए आज सचिवालय ने करोड़ों की नकदी और सोना उगल दिया. शेखावत ने आगे कहा कि विकास में निरंतर नीचे जा रहे राज्य में भ्रष्टाचार किस ऊंचाई पर पहुंच गया है, ये उसका प्रत्यक्ष प्रमाण है, सरकारी लीपापोती जारी है लेकिन जनता से कुछ छिपता नहीं है.
मंत्री शेखावत ने आगे हमला जारी रखते हुए कहा कि गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार की परतें एक-एक कर खुलती जा रही हैं. मुख्यमंत्री की नाक के नीचे सचिवालय में ढाई करोड़ रुपए नकद और सोना बरामद होना दर्शाता है कि यह सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है. शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री से सीधा सवाल है कि सचिवालय में आखिर इतनी नकदी और सोना आया कहां से ? यह किसका है ? केवल लीपापोती करने से काम नहीं चलेगा. जनता को जवाब देना ही होगा. शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री जनता को आपकी सरकार का भ्रष्टाचार साफ-साफ नजर आ रहा है और वह जवाब देने के लिए तैयार बैठी है.
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वहीं इस मामले को लेकर नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी गहलोत सरकार पर हमला बोला है, राठौड़ ने ट्वीट कर लिखा कि भ्रष्टाचार की गंगोत्री आखिरकार सचिवालय तक पहुंच ही गई, राजस्थान सचिवालय जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बैठकर शासन चलाते हैं वहां करोड़ों की नकदी और सोना बरामद होना इस बात का प्रमाण है कि गहलोत सरकार भ्रष्टाचार के संरक्षणदाता की भूमिका में है. राठौड़ ने आगे लिखा कि 2 हजार के नोट को चलन से बाहर करने का बयान देने वाले मुख्यमंत्री जी आप केवल इतना बता दीजिए कि आपका सचिवालय 2 हजार के अनगिनत नोटों को क्यों उगल रहा है ? योजना भवन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग में किन उद्देश्यों को पूरा करने के लिए करोड़ों रुपए छिपाकर रखे गए?. उन्होंने आगे कहा कि आनन फानन में अपने काले कारनामों को छिपाने के लिए बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में आईटी, ईडी और एसीबी जैसे विभागों का कोई अधिकारी शामिल नहीं, आखिर माजरा क्या है?
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव का कहना है कि इसकी जांच चल रही है. पूरी तहकीकात के बाद बातें बताई जाएगीं. श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि इस केस की पूरी जानकारी सीएम अशोक गहलोत को दे दी गई हैं. इस मामले में कुछ लोगों को डिटेन भी किया गया है. पुलिस कमिश्नर आनंद श्री वास्तव ने कहा कि योजना भवन में सूचना प्रोधोगिकी विभाग है, जहां पर अलमारी में कागजात हैं. चैकिंग की जा रही थी और तहखाने में कुछ अलमारी थी, लेकिन दो खुल नहीं रही थी. किसी तकनीशियन को बुलाकर अलमारी तोड़ी गई तो यह रकम बरामद हुई है.