Politalks.News/Rajasthan/MobLynching. ‘हम लोगों ने 5 मारे हैं, फिर चाहे बहरोड़ का मामला हो या लाला मंडी का, यह पहला मामला है जब उन लोगों ने हमला किया है. हमने अपने कार्यकर्ताओं को छूट दे रखी थी, अब हालात खराब होने लगे हैं और इसके लिए योजना बनाकर विरोध करना होगा….’- अरररे आप गलत समझ रहे हैं, ये बयान किसी माफिया डॉन या किसी गुंडे का नहीं है, बल्कि यह कहना है पूर्व विधायक और भाजपा के दिग्गज नेता ज्ञानदेव आहूजा का. जी, हाल ही में अलवर के गोविंदगढ़ मॉब लिंचिंग मामले में शुक्रवार को अलवर पहुंचे ज्ञानदेव आहूजा ने मृतक चिरंजीलाल के परिजनों से बातचीत करते हुए यह जोरदार बयान दिया है. लेकिन जमाना हाई टेक्नोलॉजी का है, भूल गए कि आज हर जगह सोशल मीडिया तथाकथित पत्रकार मौजूद हैं, सो ऐसा धुआंधार बोलते हुए ज्ञानदेव आहूजा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
हालांकि अब पूर्व रामगढ़ विधायक ज्ञानदेव आहूजा का यह बयान उनके गले की फांस बनता नजर आ रहा है. एक तरफ इस बयान को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 153a में मामला दर्ज कर लिया है तो वहीं भाजपा ने भी आहूजा के इस बयान से अपना पल्ला झाड़ लिया है और कहा कि यह ज्ञानदेव आहूजा का अपना बयान है, पार्टी का इससे कोई लेना देना नहीं है. वहीं दूसरी ओर मामले के सामने आते ही मौके की ताक में बैठे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ज्ञानदेव आहूजा के साथ साथ भाजपा को भी लपेटे में ले लिया है.
यहां आपको बता दें कि एनसीआर की सीमा से लगता अलवर जिला प्रदेश की राजनीति का गढ़ बन चुका है. हाल ही में यहां गोविंदगढ़ में एक सब्जी विक्रेता के साथ हुई मॉब लिंचिंग की घटना, जिसमें चिरंजीलाल की मौत हो गई, के मामले के बाद भाजपा और कांग्रेस के तमाम नेता इन दिनों यहां पहुंच रहे हैं. बता दें कि 14 अगस्त को अलवर के गोविंदगढ़ के पास एक गांव में चिरंजी लाल सैनी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. मॉब लिंचिंग के इस मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब भाजपा का प्रतिनिधिमंडल अलवर पहुंचा. भाजपा ने इस मामले को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमला बोला तो वहीं भाजपा नेता इस पूरे मुद्दे को भुनाने में जुटे हुए हैं, यही वजह है कि चिरंजीलाल के घर पर परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए नेताओं का तांता लगा हुआ है.
इसी कड़ी में रामगढ़ के पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्ञानदेव आहूजा शुक्रवार को चिरंजीलाल के परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान मृतक के परिजनों के घर पर लोगों से बातचीत करते हुए ज्ञानदेव आहूजा ने यह विवादित बयान दिया और कहा कि 5 लोगों को तो हमने मारा है. बहरोड हो, ललावंडी हो या जिले में अन्य जगह. यह पहली घटना है जब उन्होंने मारा है. यही नहीं आहूजा ने आगे कहा कि हमने अपने कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी थी. अब हालात खराब होने लगे हैं और इसके लिए योजना बनाकर विरोध करना होगा. इस दौरान आहूजा के बयान का किसी ने वीडियो बना लिया जो इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
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दिग्गज भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा के इस बयान पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया और लिखा कि अब तक पांच हमने मारे, कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी थी कि मारो, जमानत हम करवाएंगे. डोटासरा ने कहा कि भाजपा के मजहबी आतंक और कट्टरता के और क्या सबूत चाहिए. पूरे देश में भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है. गोविंद सिंह डोटासरा के इस ट्वीट के बाद प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति गरमा चुकी है. कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा के निशाने पर चल रही कांग्रेस के लिए यह बयान बड़ी राहत देने वाला हो सकता है, जिसका पता आने वाले दिनों में चलेगा.