Politalks.News/Rajasthan. ‘हमारी सरकार ने जिस तरह का शानदार काम में किया है, उससे विपक्ष घबराया हुआ है, चुनाव में वह किन मुद्दों को लेकर जाए, इस बौखलाहट में वह कानून-व्यवस्था और जंगलराज जैसे जुमले गढ़ रहा है, लेकिन प्रदेश की जनता सब समझती है,’ ये कहना है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का. प्रदेश में लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. प्रदेश की कनून व्यवस्था अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के एक रामबाण की तरह है और उसे वो पूरी तरह प्रयोग में भी ले रहा है. जालोर की घटना हो या फिर अलवर में हुई मोब लिंचिंग की घटना, राजधानी जयपुर में दलित महिला को जीना जलाने की घटना हो या फिर राजधानी के मुरलीपुरा में एक पंडित के द्वारा आत्मदाह की घटना, इन सभी को आधार बनाकर बीजेपी प्रदेश सरकार पर हमलावर है.
बीजेपी जहां प्रदेश सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा रही है तो वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए बीजेपी पर पलटवार किया. शुक्रवार को राजस्थान डीजीफेस्ट 2022 में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘बीजेपी के वरिष्ठ विधायक जो स्पोक्सपर्सन भी हैं, वो सच्चाई बोल रहे हैं. लेकिन बीजेपी के कुछ नेता हैं, जो राजनीति करते हैं. उनको इस तरह की राजनीति मुबारक हो. घटनाएं होती हैं, हम भी स्वीकार करते हैं. लेकिन घटनाओं पर कितनी जल्दी कार्रवाई की गई है, यह देखने वाली बात होती है. हमने इसके लिए लगातार काम किया है.’ वहीं राजस्थान विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया के बयान ‘अब तो राजस्थान में जंगलराज से भी घटिया राज हो गया है’ पर भी पलटवार किया.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि, ‘हमने जिस तरह का शानदार काम पिछले सालों में किया है, उन योजनाएं से विपक्ष घबराया हुआ है. चुनाव में वह किन मुद्दों को लेकर जाए, इस बौखलाहट में वह कानून-व्यवस्था और जंगलराज जैसे जुमले गढ़ रहा है, लेकिन प्रदेश की जनता सब समझती है.’ सीएम गहलोत ने आगे कहा कि, ‘हमारी सरकार ने अपराधों में कमी लाने के लिए सभी थानों में मुकदमा दर्ज करने की अनिवार्यता लागू की, जिसकी वजह से मुकदमों की संख्या बढ़ी है. लेकिन हमारे लिए जरूरी था कि हम किस तरीके से हर एक व्यक्ति की पीड़ा को सुनें और उसके लिए मुकदमें दर्ज हों. आज कम से कम सुनवाई होने लग गई है. बीजेपी वाले जो लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, उससे उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा. हम प्रदेश के लोगों को सुशासन देने के लिए कटिबद्ध हैं. उस दिशा में लगातार काम कर रहे हैं.’
पत्रकारों से बात करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘बीजेपी के खुद के एमएलए उल्टा बोल रहे हैं, जबकि उन्हीं के सीनियर विधायक जोगेश्वर गर्ग खुद ही सच्चाई का बखान कर रहे हैं. फिर उनको क्या बताएं हम लोग? ये राजनीति उनको मुबारक हो, हम तो चाहते हैं कि घटना तो होती है देशभर के अंदर, पर घटना पर त्वरित कार्रवाई जितनी राजस्थान में होती है, किसी प्रदेश में नहीं होती है, ये दावे के साथ मैं कह सकता हूं.’
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वहीं पत्रकार वार्ता के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जिक्र करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘यह पंडित नेहरू का नाम नहीं लेते हैं, जो जेलों में बंद रहे. राजीव गांधी 1973-74 का अमेंडमेंट लेकर आए थे, पंचायतों का जिसमें महिलाओं एससी, एसटी और ओबीसी को आरक्षण मिला है. डिजिटल क्रांति राजीव गांधी लेकर आए, लेकिन एनडीए की सरकार ने कसम खा रखी है. पूर्व प्रधानमंत्री की उपलब्धियों और उनके काम का नाम नहीं लेगी लेकिन इससे उनको नुकसान है, क्योंकि युवा पीढ़ी है अब मोबाइल पर, गूगल पर सब जानती है. आने वाले दिनों में सब समझ जाएगी और रुकने वाली नहीं है.’