‘MSP के लिए अब चलेगी गोली, लाठी और मरेंगे लोग, हो चुकी है तैयारी, फिर शुरू होगा किसान आंदोलन’

11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से मनाया जाएगा काला दिवस, केंद्र सरकार ने भले ही तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हो लेकिन अब तक किसानों की मांगों को नहीं किया पूरा, राहुल गांधी की तरह सभी नेता करें ऐसी यात्राएं, देश को बर्बाद करने का काम कर रही है मोदी सरकार- सत्यपाल मलिक

‘देश को बर्बाद कर रही है मोदी सरकार’
‘देश को बर्बाद कर रही है मोदी सरकार’

Satya Pal Malik on MSP. ‘आने वाले दिनों में एमएसपी के लिए गोली चलेगी, लाठी चलेगी और लोग मरेंगे भी, क्योंकि जल्द किसान वापस उतरने वाले हैं सड़कों पर, इस मुद्दे को लेकर किसान आंदोलन करेंगे, 11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से मनाया जाएगा काला दिवस, मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन किसानों के हित के लिए सरकार से भी लड़ना पड़े तो लड़ूंगा…,’ ये कहना है कि मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक का. राज्यपाल के पद से सेवानिवृत होने के बाद से मलिक ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. हालांकि पद पर रहते हुए भी वे अपने बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में थे. लेकिन अब वे खुलकर किसानों के साथ साथ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं. गुरुवार को जयपुर में पत्रकारों से बात करते हुए मलिक ने गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ साथ कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा को लेकर राहुल गांधी की तारीफ भी की.

गुरुवार को मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. सत्यपाल मलिक ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘केंद्र सरकार ने भले ही तीनों कृषि कानून वापस ले लिए हो लेकिन अब तक किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया है. आज भी किसान परेशां हैं और आगे जल्द ही इस मुद्दे को लेकर किसान फिर से सड़कों पर उतरने वाले हैं. एमएसपी के लिए गोली चलेगी, लाठी चलेगी और लोग मरेंगे भी. अब इस मुद्दे को लेकर फिर से किसान आंदोलन होगा. सयुंक्त किसान मोर्चा के लोग इसके लिए तैयारी कर रहे हैं और इसमें मैं उनका पूरा सहयोग कर रहा हूँ. जल्द ही आंदोलन फिर से खड़ा होगा.’

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वहीं किसान आंदोलन को लेकर मलिक ने कहा कि, ‘अबकी बार जो कुछ भी होगा उसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार होगी. किसानों के साथ छल किया जा रहा है और उन्हें धोखा दिया गया है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. मोदी सरकार किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने का फैसला करे नहीं तो स्थिति कुछ और होगी.’ मलिक ने कहा कि, ’11 दिसंबर को संयुक्त किसान मोर्चे की ओर से काला दिवस मनाया जाएगा. हरियाणा में अडानी के गोदाम में गेहूं के भंडार लगा दिए गए हैं और किसानों को एमएसपी नहीं मिल रही है. ऐसे कैसे चलेगा, किसान परेशान हैं और सरकार मस्त है. मैं किसानों के हितों के लिए लड़ता रहूंगा. मैं चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन किसानों के हित के लिए सरकार से भी लड़ना पड़े तो मैं लडूंगा. किसी दल के साथ नहीं जाऊंगा लेकिन किसानों के लिए सड़कों पर बैठना पढ़े तो मैं तैयार हूँ.

पत्रकार वार्ता के दौरान भारत जोड़ो यात्रा से जुड़े सवाल पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘ऐसी यात्राएं सभी नेता करें और देश को एकजुट करने में राहुल गांधी अच्छा काम कर रहे हैं. देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी चरम पर है. इसे यदि ठीक नहीं किया गया तो वापस से संघर्ष शुरू हो जाएगा. देश को बर्बाद करने का काम मोदी सरकार कर रही है.’ वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव से जुड़े सवाल पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि, ‘मैंने गुजरात को काफी करीब से देखा है. गुजरात मॉडल कुछ भी नहीं है, वहां पर बहुत ज्यादा गरीब लोग हैं. बेरोजगारी भी लगातार बढ़ी है. वहां के किसान भी परेशान हैं, मेडिकल सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है. गुजरात में हमेशा सांप्रदायिक माहौल बनाकर चुनाव जीता जाता है. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के लिए एमएसपी की पैरवी की थी, लेकिन अब दिल्ली में आते ही वह अपने उसे बयान से बदल गए हैं. मोदी मॉडल सब फेल हो गया है. देश में भी बेरोजगारी और महंगाई की मार ने आम लोगों की जेब पर डाका डाल रखा है.’

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इस दौरान सत्यपाल मलिक से जब राजस्थान में ओबीसी आरक्षण पर चल रही विसंगतियों के मसले पर सवाल पुछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘इससे छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगी. जिन जातियों को इसका लाभ मिल रहा है, उन्हें यह लाभ मिलता रहना चाहिए. यदि किसी रिटायर्ड या अन्य जातियों को यह लाभ देना है तो वह अलग से दिया जाए. इसके लिए किसी वर्ग विशेष के अधिकारों को नहीं काटा जाना चाहिए. पुरानी स्थिति को सरकार बहाल करे, ताकि समाज में जो वैमनस्य बना हुआ है वह खत्म हो और लोगों में जातिगत द्वेष नहीं बने.’

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