Politalks.News/AsaduddinOwaisi. सावन का महीना चल रहा है और हजारों लाखों शिवभक्त इस पावन महीने में भोले बाबा को रिझाने के लिए तरह से तरह से उनका अभिषेक तो वहीं देशभर के अलग अलग हिस्सों से कावड़ यात्राएं भी निकाली जा रही हैं. लेकिन शिवभक्तों की इस श्रद्धा यानी कावड़ यात्रा को लेकर भी देश में सियासत शुरू हो गई. उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में कावड़ ला रहे शिवभक्तों पर प्रदेश सरकार द्वारा की जाने वाली पुष्पवर्षा AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को रास नहीं आ रही है. ओवैसी ने बिना किसी का नाम लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा और कहा कि, ‘अगर उन पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए. मुसलमान, खुली जगह पर चंद मिनट के लिए के नमाज़ भी अदा करे तो “बवाल” हो जाता है. तो वहीं ओवैसी के इन बयानों पर बीजेपी की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है. बीजेपी का कहना है कि, ‘ओवैसी अपने बयानों से देश का माहौल ख़राब करना चाहते हैं.’
सावन के इस पावन महीने में देशभर के कई हिस्सों से निकाली जा कावड़ यात्राओं के दौरान भांति-भांति की तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं पुलिस कांवड़ियों पर गुलाब की पंखुड़ियों की बौछार कर रही है तो कहीं दारोगा कांवड़ियों के पैर में लोशन लगा रही है. एक तरफ जहां इन तस्वीरों की तारीफ भी हो रही है तो वहीं अब इसे लेकर सियासत भी शुरू हो गई है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए बीजेपी पर निशाना साधा. ओवैसी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि, ‘पुलिस ने पंखुड़ियां बौछार कीं, कांवड़ियों का झंडों से “इस्तक़बाल” किया, उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफ़क़त से पेश आए. दिल्ली पुलिस ने लोहारों को हटाने की बात की, ताकि कांवड़िया नाराज़ न हो जाएं, उ.प्र हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी.’
पुलिस ने पंखुड़ियां बौछार कीं, कांवड़ियों का झंडों से "इस्तक़बाल" किया, उनके पैरों पर लोशन लगाया और उनके साथ इंतेहाई शफ़क़त से पेश आए। @DelhiPolice ने लोहारों को हटाने की बात की, ताकि कांवड़िया नाराज़ न हो जाएं, उ.प्र हुकूमत ने यात्रा के रास्तों पर गोश्त पर पाबंदी लगा दी। 1/n https://t.co/17cH4tvQUO
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) July 26, 2022
ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि, ‘यह ‘रेवड़ी कल्चर’ नहीं है? मुसलमान, खुली जगह पर चंद मिनट के लिए के नमाज़ भी अदा करे तो “बवाल” हो जाता है. मुसलमानों को सिर्फ मुसलमान होने की वजह से पुलिस की गोलियों, हिरासती तशद्दुद, NSA, UAPA, लिंचिंग, बुल्डोज़र और तोड़-फोड़ का सामना करना पड़ रहा है. कांवड़ियों के जज़्बात इतने मुतज़लज़ल हैं कि वे किसी मुसलमान पुलिस अहलकार का नाम भी बर्दाश्त नहीं कर सकते. यह भेद-भाव क्यों? यकसानियत नहीं होनी चाहिए? एक से नफ़रत और दूसरों से मोहब्बत क्यों? एक मज़हब के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट और दूसरे के लिए बुलडोज़र क्यों?’ ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में लिखा कि, ‘अगर इन पर फूल बरसा रहे हैं, तो कम से कम हमारे घर तो मत तोड़िए.’
वहीं संसद के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि, ‘सरकार जनता के टैक्स के पैसों से कांवड़ियों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसा रही है ये बहुत अच्छा काम है. लेकिन हम पर भी रहम कीजिये, सहारनपुर में मुस्लिम लड़के को मारना गलत है. कांवड़ यात्रा पर आप टैक्स पेयर के पैसों से हेलीकॉप्टर से फूल बरसा रहे हैं. पुलिस के ऑफिसर उनके पैरों की मालिस कर रहे हैं. गाजियाबाद में आपने लोहार की दुकान को बंद करवा दिया. मेरठ के एक पुलिस स्टेशन में एक मुसलमान ऑफिसर का आपने नाम हटवा दिया. अगर कोई चंद मिनट के लिए नमाज़ पढ़ता है तो पब्लिक पॉलिसी डिस्टर्ब हो रही है. मैं भाजपा से कहता हूं कि आप सबके साथ समान व्यवहार करें भेदभाव ना करें. अगर सबका साथ सबका विकास है तो हम पर फूल नहीं चढ़ाते हमारे घरों पर बूलडोजर चढ़ा देते हैं.’
यह भी पढ़े: न किसान, न जनता देगी वोट लेकिन फिर भी जीतेगी मोदी सरकार, गड़बड़ी फैलाने में है महारत हासिल- टिकैत
असदुद्दीन ओवैसी की इन टिप्पणियों पर अब बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ओवैसी पर जमकर निशाना साधा और कहा कि, ‘कावड़ियों की सेवा करना हमारे यहां प्रथा रही है, इसलिए हम सेवा भी कर रहे हैं और फूल भी बरसा रहे हैं. उनको जितनी सेवाएं देनी थी, वो पहले भी दिया और आगे भी दे रहे हैं. इनके बयान से व्यवस्थाओं में बदलाव नहीं आने वाला है. ओवैसी ये भी कह सकते हैं कि प्रयागराज कुंभ में पीएम मोदी डुबकी लगाने क्यों गए. वहां पर सफाई कर्मचारियों के चरण धोकर सम्मान क्यों दिया. ओवैसी को बेफिजूल की बयानबाजी करने की आदत है. उनके बयान को इतना महत्व देने की आवश्यकता नहीं है, समाज उनको गंभीरता से नहीं लेता है. ओवैसी अपने बयानों से देश का माहौल ख़राब करना चाहते हैं.’
वहीं मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ‘ओवैसी एक वर्ग विशेष की राजनीति करते हैं. बीजेपी तो वसुधैव कुटुम्बकम में भरोसा करती है. ओवैसी पत्थर बरसाने वालों के खिलाफ मौन रहते हैं. वहीं फूल बरसाने वालों पर सवाल खड़े करते हैं तो यह चिंता का विषय है. ओवैसी का ट्वीट उनकी संकीर्ण राजनीतिक मानसिकता को दिखाता है.’ वहीं उत्तरप्रदेश की भाजपा इकाई का कहना है कि, ‘कांवड़ यात्रा साल में एक बार होती है जबकि नमाज हर सप्ताह होती है. ईद जैसे महत्वपूर्ण मौकों पर नमाज पढ़ने के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाती है.’