पॉलिटॉक्स ब्यूरो. राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि दुनिया में ख्याति प्राप्त कम्पनियां जिन्हें केन्द्र सरकार कभी नवरत्न कहा करती थी, पांच-छह दशकों से जो अच्छी कंपनीयां चल रही थीं, उनके घाटे को खत्म करके मुनाफे में लाने की बजाय मोदी सरकार उनको बेचने जा रही है. यह केंद्र सरकार के कुप्रबंधन का बहुत बडा उदाहरण है. वहीं पायलट ने बताया कि दिल्ली के चुनावों में कांग्रेस बहुत अच्छी स्थिति में है और वहां त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. इसके साथ ही सचिन पायलट ने कहा कि सरकार की पूरी कोशिश है कि प्रदेश में जल्द से जल्द पंचायत राज के चुनाव हों और ग्रास रुट यानी जिला परिषद और पंचायत समिति की सरकारें स्थापित हों.
दरअसल, दिल्ली चुनाव की व्यस्तता के बीच पीसीसी चीफ व प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बुधवार को शासन सचिवालय में डांग, मगरा व मेवात विकास योजना बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की. बोर्ड बैठक में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का लेखा जोखा रखा गया. बैठक में एसीएस ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज राजेश्वर सिंह, विभाग के सभी अधिकारी, संबंधित क्षेत्रों के जिला कलेक्टर व विधायक मौजूद रहे.
बैठक के बाद सचिवालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि ग्रामीण विकास मंत्रालय की जो तीन महत्वपूर्ण योजनाएं हैं मगरा, डांग और मेवात क्षेत्रों के लिए अलग-अलग स्कीमों के तहत अलग-अलग धनराशि आवंटित की गई है. वित्तिय वर्ष का यह आखिरी पडाव है. इसलिए सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया है कि जितना भी बजट हमारा है वह सही ढंग से खर्च हो जाये. जितनी भी स्कीम सरकार ने बना रखी है उसमें जो धन आवंटन हुआ है, उसका क्रियान्वयन सही तरीके से हो इसके लिए विभाग के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया है.
वहीं पंचायत चुनाव से जुडे सवाल पर पायलट ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है, अब कोई विवाद की बात नहीं है. माननीय हाईकोर्ट जो भी निर्णय करेगा वह सब को मान्य हैं. सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन पहले जो अपना आदेश जारी किया उसके बाद सभी संदेह दूर हो गये हैं. सरकार चाहती है कि सही प्रणाली के तहत चुनाव हो जिससे गांव की सरकारे जिला परिषद और पंचायत समिति की जल्द स्थापित हो. हमारी सरकार का शुरू से यही मत रहा है. चुनाव आयोग का सरकार पूरी तरह से सहयोग कर रही है ताकि जल्द चुनाव हो जाए और चुनाव लडकर लोग अपनी जिम्मेदारी संभाल सकें.
केंद्र सरकार द्वारा LIC कंपनी को बेचने के सवाल पर सचिन पायलट ने मुस्कराते हुए कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ LIC ही नहीं बल्कि बहुत सी कंपनीयों को बेच रही है चाहे वो बीएसएनएल, एलआईसी हो या एयर इंडिया. अभी वित्तिय प्रबंधन ऐसा है कि पिछले 6 साल में बीजेपी के लोग जिन कंपनियों को नवरत्न बोला करते थे या जिन्होंने दुनिया में ख्याति पा ली थी, उनको बेचा जा रहा है. जब बीजेपी विपक्ष में थी तब बोलते थे की कंपनियों को बेचा नहीं जाना चाहिए. आज ऐसी कोई कंपनी नहीं है जिसका निजिकरण करने में केंद्र सरकार पीछे हट रही है. इस समय केंद्र सरकार वित्तीय प्रबंधन बहुत खराब है. हालही में जो बजट आया है उस बजट से कन्फ्यूजन पैदा हो गया है. दो तरह के इनकम टैक्स बना दिए गये है, देश में निवेश हो नहीं रहा है, रोजगार के बारे में कोई आंकड़े नहीं दिए गए. ऐसा पहली बार हुआ है कि बजट के बाद शेयर मार्केट पूरी तरह क्रैश हो गया. पांच छह दशकों से जो अच्छी कंपनीयां चल रही थी, उनके घाटे को खत्म करने के मुनाफे में लाने की बजाय सरकार उनको को बेच रही है. यह केंद्र सरकार के कुप्रबंधन का बहुत बडा उदाहरण है.
इसके साथ ही दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली में कांग्रेस की स्थिति बहुत बेहतर है, वहां त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. दिल्ली की वर्तमान केजरीवाल सरकार ने सिर्फ अखबारों में इश्तिहार छपवाये हैं. दिल्ली में केजरीवाल ने बहुत सारे वादे किये थे वाईफाई, सीसीटीवी और बिजली पानी के नाम पर लोगों को भ्रमित जरूर कर रहे हैं. दिल्ली में कांग्रेस का अच्छा कैंपेन चल रहा है, राजस्थान से दिल्ली चुनाव प्रचार के लिए बहुत से लोग गये है. पार्टी नेता राहुल जी और प्रियंका जी ने कल रैली की थी, कल भी एक मीटिंग है. मैं भी लगतार दिल्ली में चुनावी मीटिंग कर रहा हूं. पिछली बार जो परिणाम आये थे वो कांग्रेस के लिए बहुत अच्छे नहीं थे लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी के पक्ष में अच्छे परिणाम आएंगे.