Politalks.News/UttarPradesh. एक तरफ जहां देश में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है तो वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बड़ी घोषणा करते हुए सभी को चौंका दिया. बुधवार को मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित वृहद रोजगार मेला एवं सेवायोजित प्रशिक्षणार्थियों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस मेले में देश की कई बड़ी कंपनियों सहित करीब 90 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए और युवाओं को रोजगार के लिए चयनित किया. इसके साथ ही कुछ युवाओं को सीएम योगी आदित्यनाथ ने नियुक्ति पत्र भी सौंपे. वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘स्किल मैपिंग के आधार पर सरकार प्रदेश में हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी या रोजगार से जोड़ने का काम सुनिश्चित कर रही है.’
दो दिवसीय गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को रोजगार एवं विकास की सौगात दी. मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमएमयूटी) में आइटीआइ द्वारा आयोजित वृहद रोजगार मेले में शामिल हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को रोजगार के प्रति प्रोत्साहित किया. इस मेले में करीब 10 हजार युवाओं को रोजगार प्रदान किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘प्रदेश में सभी परिवारों के सभी सदस्यों की स्किल मैपिंग का अभियान शुरू होने जा रहा है. स्किल मैपिंग के बाद आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण देकर वंचित लोगों को रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा. इस डबल इंजन की सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में कोई भी परिवार रोजगार से वंचित ना रहे.’
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘स्किल मैपिंग के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि कितने परिवार में सदस्य नौकरी से जुड़े हैं या सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर रोजगार कर रहे हैं. इसमें जो भी वंचित मिलेंगे, उनका डाटा तैयार किया जाएगा. एक बार डाटा आते ही बचे परिवारों को विशेष कार्यक्रम से जोड़कर कम से कम उनके एक सदस्य को नौकरी व रोजगार मुहैया कराया जाएगा.’ सीएम योगी ने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में देश की बागडोर संभालने के बाद युवाओं, उद्यमियों, हस्तशिल्पियों व कारीगरों के ऊर्जा व हुनर को पहचान देने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए. स्किल इंडिया, स्टार्टअप, स्टैंडअप, मेक इन इंडिया, मुद्रा आदि योजनाओं के क्रियान्वयन से युवाओं को पहली बार लगा कि सरकार उनके बारे में भी सोचती है.’
वहीं 5 ट्रिलियन इकॉनमी का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री की मंशा देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाने की है. ऐसे में इस लक्ष्य को हासिल करने में अपना योगदान देने के लिए उत्तर प्रदेश ने अपनी अर्थव्यवस्था 1 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाना तय किया है. इस दिशा में उद्यमियों, कारीगरों, युवाओं के बल पर हमने तेजी से कदम भी बढ़ा दिए हैं. वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में छठवें स्थान पर थी, आज यह देश में दूसरे पायदान पर है. बीते 5 साल में उत्तर प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय व जीडीपी दोगुनी हो चुकी है.’ आर्थिक का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि, ‘डबल इंजन की सरकार हर क्षेत्र में तेजी से कार्य करते हुए सभी लोगों को आर्थिक स्वावलंबन का रास्ता दिखा रही है.’
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कोरोना महामारी का जिक्र करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘पीएम मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने बीते 5 साल में 5 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है. 1.61 करोड़ युवाओं को एमएसएमई व उद्यमों में रोजगार से जोड़ा गया है. 60 लाख हस्तशिल्पियों व कारीगरों को स्वतः रोजगार के लिए बैंकों से अनुदानित लोन उपलब्ध कराया गया है. इन सबका परिणाम पूरे देश के सामने है. वर्ष 2015-16 में यूपी में बेरोजगारी दर 18 फीसद से अधिक थी. कोरोनाकाल की चुनौती के बावजूद जबकि 40 लाख प्रवासी कामगार व श्रमिक यूपी लौटे, बेरोजगारी दर करीब 16 फीसद घटकर अब महज 2.7 फीसद पर है. इस उपलब्धि में सरकार के प्रयासों के साथ युवाओं, उद्यमियों व कारीगरों की ऊर्जा व हुनर का महत्वपूर्ण योगदान है.