Politalks.News/Uttarpradesh. यूक्रेन और रूस में युद्ध (War in Ukraine and Russia) की शुरुआत हो चुकी है. इसके साथ ही दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी हो गई है. रूस और अमेरिका जैसी महाशक्तियों के आमने-सामने होने से भारत सहित पूरी दुनिया इसका असर हो सकता है. इस बीच यूपी चुनाव में (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) भी इसकी गूंज सुनाई देने लगी है. हाल ही में पीएम मोदी ने इस तनाव की ओर इशारा करते हुए कहा था कि, ‘टफ टाइम में भारत को भी मजबूत बनने की जरूरत है’. अब इस पर राष्ट्रीय लोकदल के चीफ जयंत चौधरी (Rashtriya Lok Dal Chief Jayant Choudhary) ने इस युद्ध को लेकर भविष्यवाणी करते हुए कहा है कि, ‘चुनाव बाद डीजल-पेट्रोल की कीमतों में एक झटके में 10 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि होगी’ (After the elections, the prices of diesel and petrol will increase by Rs 10 per liter in one stroke.). जयंत ने भारत सरकार के व्यर्थ खर्चे रोकने की मांग की है. आशीष मिश्रा टेनी की जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती नहीं देने पर योगी सरकार को आड़े हाथ लिया.
‘यूपी चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के 10 रुपए बढ़ेंगे दाम’
राष्ट्रीय लोकदल के चीफ जयंत चौधरी ने मोदी सरकार को खर्च पर लगाम लगाने की नसीहत देते हुए कहा कि, ‘तेल पर टैक्स घटाना पड़ेगा’. जयंत ने ट्वीट किया कि, ‘उत्तर प्रदेश के चुनाव के बाद जब पेट्रोल डीजल के भाव सीधा 10 रुपय बढ़ाए जाएंगे, तब जो परिस्थिति बनेंगी, उसकी योजना आज बननी चाहिए. मोदी सरकार को तेल पर शुल्क घटाने पड़ेंगे! साथ ही बजट में जो विकास के लक्ष्य रखे हैं, वो संभव नहीं…व्यय पर लगाम लगाना आवश्यक है!!’
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‘भारत सरकार रोके व्यर्थ खर्चे’
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सेंट्रल विस्टा प्रॉजेक्ट को व्यर्थ का खर्च बताते हुए जयंत ने सरकार और आरबीआई को भी सलाह दी और लिखा कि, ‘रूस-युद्ध टकराव और इसका क्रूड और अन्य अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर होने वाले असर को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को वृद्धि अनुमान, मुद्रास्फीति और ब्याज दरों पर रुख की समीक्षा करनी चाहिए. भारत सरकार को व्यर्थ के खर्चे (सेंट्रल विस्टा) को रोककर तेल उपभोक्ताओं को राहत देनी चाहिए’.
‘मोदी यूक्रेन को ले आए हैं यूपी के चुनाव में’
रालोद प्रमुख ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, ‘मोदी यूक्रेन को यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में ले आए हैं. कहते हैं कि मुश्किल समय में कठोर नेताओं की जरूरत है. इतनी आसान बात, अब उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को बिजली, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत नहीं मांगनी चाहिए और ना ही आर्थिक विकास और रोजगार के बारे में पूछना चाहिए’
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आशीष मिश्रा की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट क्यों नहीं गई सरकार?
प्रमुख जयंत चौधरी ने लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने को लेकर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार की जमकर खिंचाई की और भाजपा पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया. जयंत ने यह भी सवाल किया कि, ‘इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन क्यों दायर नहीं की? जिसने मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा को जमानत दे दी’