Politalks.News/Rajasthan. अलवर की मूकबधिर मासूम के साथ दरिंदगी (Alwar Gang Rape) के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) ने आज रणथंभौर में जमकर प्रदर्शन किया. किरोड़ी मीणा ने सवाईमाधोपुर के रणथंभौर में जन्मदिन मना रही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (priyanka gandhi) को ज्ञापन देने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने इससे पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया. सांसद मीणा बड़ी संख्या में बेटियों और महिलाओं के साथ प्रियंका गांधी को ज्ञापन देने पहुंचे थे. सांसद मीणा के प्रदर्शन की सूचना पर सवाईमाधोपुर पुलिस के हाथ पैर फूल गए. पुलिस ने मीणा को रणथंभौर के होटल शेर बाग से कुछ देर पहले ही रोक दिया और हिरासत में ले लिया. सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि, ‘जब कुछ कॉलेज छात्राओं को होटल में ज्ञापन देने के लिए भेजा गया तो पुलिस ने उनको कहा कि मैडम नहीं मिलना चाहती हैं और उन्हें वापस भेज दिया गया’. आपको बता दें, अपना 50वां बर्थडे सेलिब्रेट करने के लिए प्रियंका गांधी परिवार समेत रणथंभौर (Ranthambhor) के शेर बाग में रूकीं हैं.
किरोड़ी का प्रियंका पर तंज- कांग्रेस की राजकुमारी कर रही है जनता को गुमराह
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी मीणा ने कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर जोरदार तंज कसते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस की राजकुमारी उत्तर प्रदेश में ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के नाम पर वहां की जनता को गुमराह कर रही हैं, लेकिन वे अलवर में मूकबधिर बच्ची के साथ हुई दरिंदगी के मामले में कुछ नहीं बोल रहीं. प्रियंका गांधी को साथ गई बच्चियों से मिलकर ज्ञापन लेने का प्रस्ताव भेजा, लेकिन अधिकारियों ने बताया कि मैडम नहीं मिलना चाहतीं. इससे उनका दोगलापन साफ जाहिर होता है. उनकी संवेदना वहीं जागती हैं जहां उनकी सरकार नहीं है’.
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‘अलवर में दरिंदी की हदें पार लेकिन प्रियंका के कान पर जूं भी नहीं रेंग रही’
राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी मीणा ने कहा कि, ‘अलवर में दरिंदों ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया और प्राइवेट पार्ट पर नुकीली चीज से वार कर हैवानियत की हदें पार कीं, लेकिन न तो प्रियंका गांधी के कानों पर जूं रेंग रही है और न ही राजस्थान सरकार के’. किरोड़ी मीणा ने कहा कि, ‘कांग्रेस की राजकुमारी जी को मैं तो अलवर की बेटी के साथ हुए अन्याय को लेकर एक ज्ञापन आपको देना चाहता था, जिससे कि पीड़ित को न्याय मिल सके, लेकिन मुख्यमंत्री के इशारे पर पुलिस ने मुझे हिरासत में ले लिया. कोई ऐसी जेल नहीं है जो मुझे प्रदेश में गरीब दलित महिलाओं बेरोज़गार युवाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने से रोक सके’.
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‘प्रियंका ने ज्ञापन देने गई बच्चियों से मिलने से किया इनकार’
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी मीणा ने आगे कहा कि, ‘होटल के बाहर प्रदर्शन कर रही बेटियों और महिलाओं ने कुछ पल के लिए प्रियंका से मिलने का पुलिस से काफी अनुरोध किया. पुलिस ने जवाब में कहा कि, ‘प्रियंका ने मिलने से इनकार कर दिया है ऐसे में वे उनसे उनकी मुलाकात नहीं करवा सकते हैं. प्रियंका के ना मिलने से नाराज बेटियों की काफी देर तक पुलिस से झड़प भी होती रही. इसमें कुछ लड़कियों को मामूली चोटे भी आई’.