Politalks.News/Rajasthan/Maderna. जोधपुर के सबसे चर्चित सियासी कुनबे मदेरणा परिवार की राजनीतिक वारिस और ओसियां से कांग्रेस की तेज तर्रार विधायक दिव्या मदेरणा (MLA Divya Maderna) ने एक बार फिर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) पर बड़ा हमला बोला है. देर शाम खींवसर के भोमासर ग़ांव में वीर तेजा जी महाराज का तेजा गायन कार्यक्रम में पहुंची विधायक मदेरणा ने सांसद बेनीवाल का नाम लिए बिना कहा कि, ‘मैं उन नेताओं में से नहीं हूं जो शादी और धार्मिक कार्यक्रमों में पॉलिटिकल बयानबाजी करते हों, मैं परसराम मदेरणा की पोती और महिपाल मदेरणा की बेटी हूं, इसलिए राजनीति उसूलों से करती हूं. मानती हूं कि अगर कोई सामने से उन्हें ललकारे तो उसूल बराबर के हों.’
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यही नहीं ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा ने आगे कहा कि खींवसर क्षेत्र से उनका पारिवारिक जुड़ाव है, इसलिए यहां वो अपने परिवार के लोगों से मिलने के लिए आती है. मदेरणा ने कहा कि पिछली बार यहां पहुंचकर उन्होंने खींवसर क्षेत्र का पॉलिटिकल टेंपरेचर नापा था, यहां बीमारी भी बहुत जबरदस्त है. विधायक दिव्या ने कहा कि अब मैं ऑपरेशन कर इस बीमारी का इलाज करूंगी, मैंने खींवसर ऑपरेशन का आगाज कर दिया है. सांसद हनुमान बेनीवाल पर हमला जारी रखते हुए दिव्या ने कहा कि किसानों का सबसे बड़ा दुश्मन नागौर में है. यहां से जो नेता है वो बार-बार ओसियां में आकर कहते है कि दिव्या को हराएंगे. उनका एक ही टारगेट है. में पूछना चाहती हूं कि क्या मैं किसान की बेटी नहीं हूं और क्या मैं किसान विरोधी हूं?
वीर तेजा जी महाराज का तेजा गायन कार्यक्रम में शिरकत पहुंची दिव्या मदेरणा ने आगे कहा कि आज नागौर वेंटिलेटर पर सांसे ले रहा है और राजनैतिक रूप से हाशिये पर है, मैं तो ऑपरेशन सफल कर दूंगी पर जनता को भी जागरूक होना पडेगा. विधायक मदेरणा ने कहा कि उनका खींवसर से दुःख-दर्द और संघर्ष का पीढ़ियों का रिश्ता है और वो बार-बार यही रिश्ता निभाने आती हैं. इसी रिश्ते को लेकर सामने वाले ललकारते है.
आपको याद दिला दें कि करीब महीने भर पहले भी विधायक दिव्या मदेरणा और सांसद हनुमान बेनीवाल के बीच जबरदस्त सियासी कोल्डवार हुआ था. दरअसल पिछले साल पंचायत चुनावों में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की RLP पार्टी और ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा के बीच तल्खियां बढ़ गई थीं. इन चुनावों में जोधपुर जिले में RLP का जबरदस्त प्रदर्शन रहा था. ओसियां में तो कांटे की टक्कर के बीच बेनीवाल के इशारे पर आर एल पी की मदद से ही बीजेपी का प्रधान बना था. क्यों कि ओसियां में कांग्रेस और बीजेपी के 11-11 सदस्य चुनाव जीते थे और वहीं एक सदस्य RLP से जीता था. RLP के एक सदस्य ने बीजेपी के पक्ष में वोटिंग कर दिव्या मदेरणा के गढ़ में प्रधान की सीट उनसे छीन ली थी. वहीं इसके अलावा भी जोधपुर जिले में RLP ने दो जगह अपने प्रधान बना लिए थे. इसके बाद से दोनों सियासी क्षत्रपों के बीच तल्खी बनी हुई है.