‘कांग्रेस में कलह कभी नहीं हो सकती ख़त्म, कुर्सी 1 दावेदार हैं 2, यह कमर्शियल नहीं, पॉलिटिकल ब्रेक है’

कांग्रेस में जो 4 साल पहले विग्रह शुरू हुआ, उसे कोई रोक नहीं सकता है, क्योंकि यह किस्सा है कुर्सी का, कांग्रेस नेता जो कल एकता की बाते कर रहे थे यह एकता है सिर्फ दिखावा, वैसे भी हाथी के दांत दिखाने के अलग और खाने के होते हैं अलग- बीजेपी

'कांग्रेस की एकता है महज दिखावा'
'कांग्रेस की एकता है महज दिखावा'

Satish Poonia on Rajasthan Congress. राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच पिछले दो महीने से जारी तीखी सियासी बयानबाजी पर अब सीजफायर लागु हो गया है. अगले महीने की शुरुआत में राजस्थान आने वाली भारत जोड़ो यात्रा से पहले कांग्रेस आलाकमान ने संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के जरिए प्रदेश के पार्टी नेताओं के लिए सख्त संदेश भेजा. भारत जोड़ो यात्रा को लेकर बीते रोज मंगलवार को हुई बैठक में KC वेणुगोपाल ने पार्टी नेताओं से दो टूक अंदाज में कहा कि, ‘मेरे कहने के बाद भी प्रदेश में बयानबाजी जारी रही, ऐसे में अब जो भी कुछ बयान देगा वो समझ ले कि वो जो आज है वो कल नहीं रहेगा.’ वहीं बैठक के बाहर वेणुगोपाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट का हाथ ऊंचा कर एकजुटता का संदेश भी दिया. अब इस सियासी घटनाक्रम को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर तंज कसा है. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कांग्रेस में जो विग्रह शुरू हुआ, उसे कोई रोक नहीं सकता, कुर्सी एक है और दावेदार दो हैं.’

अगले साल के अंत में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गहमगहमी अपने चरम पर है. कांग्रेस पार्टी जहां भारत जोड़ो यात्रा के जरिए साल भर पहले चुनावी माहौल को अपने पक्ष में बनाने की जुगत में जुटी है. तो वहीं भारतीय जनता पार्टी कल 1 दिसंबर से सरकार के खिलाफ जन आक्रोश यात्रा के जरिए मोर्चा खोलने की तैयारी कर रही है. इससे पहले मंगलवार को राजस्थान कांग्रेस में जारी सियासी खींचतान के बीच एक सुखद तस्वीर देखने को मिली. अब इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए रवाना होने से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कांग्रेस में जो 4 साल पहले विग्रह शुरू हुआ, उसे कोई रोक नहीं सकता है. क्योंकि यह किस्सा कुर्सी का है. कुर्सी एक है और दावेदार दो हैं. इसी विग्रह की सजा प्रदेश की जनता लगातार भुगत रही है लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नहीं है.’

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प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘कांग्रेस के नेता जो कल एकता की बाते कर रहे थे यह एकता दिखावे की एकता है. वैसे भी हाथी के दांत दिखाने के अलग और खाने के अलग होते हैं. राहुल गांधी की यात्रा के मद्देनजर यह हल्का डैमेज कंट्रोल है. इस विग्रह का राजस्थान की स्थिरता पर असर पड़ेगा. फोटो में भले ही एकता दिखी हो, लेकिन मन तो नहीं मिले.’ वहीं कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा और भाजपा की जन आक्रोश यात्रा को लेकर सतीश पूनियां ने कहा कि, ‘राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अलग है और हमारी यात्रा बिलकुल अलग है. इतना जरूर है कि राहुल गांधी ने कांग्रेस के इतिहास को ठीक से पढ़ा नही है. इस देश में जब जब विभाजन की बात होगी, आपातकाल की बात होगी तब-तब कांग्रेस को याद किया जाएगा.’

सतीश पूनियां ने आगे कहा कि, ‘दुसरी बात यह है कि 55 साल तक राज करने वाली पार्टी खडिंत हो गई, नामो निशान मिट गया. देश ने नीतियों से, व्यवहार से नकार दिया. राजस्थान की दशा यह है कि यात्रा का नाम है भारत जोड़ो और पंच लाइन है लोगों को मरता छोड़ो.’ वहीं पत्रकारों ने जब सतीश पूनियां से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रावण बताने से जुड़े सवाल पर प्रतिक्रिया जननी चाही तो उन्होंने कहा कि, ‘मुझे लगता है कि यह कांग्रेस के मानसिकता का प्रतीक है. कांग्रेस के लोग शुरुआत से लेकर अबतक राम पर सवाल उठाते रहे, काल्पनिक बताते रहे. ऐसी पार्टी से क्या उम्मीद कर सकते हैं. रामसेतु से उन्हे परहेज था, राम से परहेज था. उस व्यक्ति के खिलाफ इतनी ओछी टिप्पणी का जवाब गुजरात की जनता देगी.’

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वहीं कांग्रेस में जारी आंतरिक खींचतान को लेकर बीजेपी विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने निशाना साधा है. रामलाल शर्मा ने कहा कि, ‘राजस्थान कांग्रेस में जारी खींचतान राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के बाद खुलकर सबके सामने एक बार फिर आएगा. लाख प्रयासों के बावजूद कांग्रेस की अंदरूनी कलह कम नहीं है. कांग्रेस के नेताओं में अंदरूनी अंदर खाने नाराजगी भरी पड़ी है. कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कल फिर हाथ खड़े करके प्रदेश के आवाम को यह विश्वास दिलाया कि कांग्रेस में सब ठीक है. लेकिन जिस तरह से टीवी पर विज्ञापन आते हैं उसमें एक कमर्शियल ब्रेक लेते हैं तो यह वैसे ही है. यह कमर्शियल ब्रेक नहीं है, यह पॉलिटिकल ब्रेक है.’

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