Politalks.News/MadhyaPradesh. कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा ने अब तक करीब 1350 किलोमीटर की अपनी यात्रा पूरी कर ली है. फिलहाल भारत जोड़ो यात्रा तेलंगाना में है और से महाराष्ट्र होती हुई करीब 20 नवंबर को यात्रा मध्यप्रदेश में प्रवेश कर जाएगी. ऐसे में यात्रा की तैयारियों को लेकर एमपी कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता यात्रा की तैयारियों में जुट गए हैं. लेकिन इसी बीच मध्यप्रदेश के पूर्व अध्यक्ष एवं अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहने वाले दिग्विजय की चिठ्ठी ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. दिग्गी राजा ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिख एक अनूठी अपील की है. दिग्गी राजा ने पत्र में लिखा कि, ‘प्रदेश कांग्रेस कमेटी की तरफ से प्रकाशित सामग्री में मेरे फोटो का उपयोग नहीं किया जाए.’ वहीं बीजेपी का कहना है कि, ‘दिग्विजय सिंह की फोटो न लगना केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश है.’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा फिलहाल तेलंगाना में है और राहुल की यात्रा जल्द ही महाराष्ट्र से होती हुई अगले महीने मध्य प्रदेश पहुंचेगी. मिली जानकारी के अनुसार 20 नवंबर को भारत जोड़ो यात्रा बुरहानपुर के रास्ते एमपी में प्रवेश करेगी. ऐसे में कांग्रेस नेता राहुल की यात्रा की तैयारियों में जुटी है. वहीं भारत जोड़ो यात्रा की टीम भी मध्य प्रदेश पहुंच चुकी है. लेकिन इसे लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस की सियासत गरमा गई है. एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के प्रभारी दिग्विजय सिंह के ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व सीएम कमलनाथ को पत्र लिख पार्टी के भीतरी हालात पर नई बहस को जन्म दे दिया है. दिग्गी राजा ने पत्र लिखते हुए भारत जोड़ो यात्रा के पोस्टर होर्डिंग्स में अपनी तस्वीर का प्रयोग ना किए जाने की अपील की है.
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दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ को लिखे अपने पत्र में कहा कि, ‘प्रिय कमलनाथ जी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेत्रत्व में सितंबर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है. दिसंबर में यह यात्रा महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी. निमाड अंचल के बुरहानपुर से लेकर मालवा क्षेत्र के आगर मालवा जिले से होते हुए राजस्थान में प्रवेश करेगी. भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने के लिए बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संपर्क किया जा रहा है. आपने प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जिला स्तर पर यात्रा की तैयारियों के लिए जिला यात्रा प्रभारियों को तैनात कर जवाबदारी दी है.’
दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा कि, ‘प्रदेश में सभी जिलों से चल रही उप यात्राओं से लगता है कि आपके (कमल नाथ के) नेतृत्व में मध्य प्रदेश में भी यात्रा को जनसामान्य का भारी समर्थन मिलेगा. तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में यात्रा को अभूतपूर्व सफलता मिली है. देश में पिछले 7-8 वर्षों से व्याप्त नफरत के खिलाफ प्यार और सद्भावना के संदेश को लेकर चल रही यात्रा का लाखों-लाख लोगों ने दिल खोलकर स्वागत किया है. अतः मैं आपसे अनुरोध है कि यात्रा के मध्य प्रदेश में प्रचार-प्रसार के लिए जो सामग्री प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा तैयार की जा रही है, उसमें पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की फोटो के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष के नाते आपकी फोटो का उपयोग किया जाना उचित होगा. मेरा निवेदन है कि पीसीसी द्वारा प्रकाशित सामग्री में मेरी फोटो का उपयोग नहीं किया जाए.’
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वहीं भारत जोड़ो यात्रा के सफल आयोजन की बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि, ‘मध्य प्रदेश में यह यात्रा सफलता के नए आयाम स्थापित करे और कार्यकर्ताओं में एक नए जोश और उमंग का संचार करे. जहां कहीं भी उनके सहयोग की जरूरत होगी, वह पार्टी के साथ हैं.’ वहीं, उन्होंने अपनी ओर से मध्य प्रदेश में यात्रा की सफलता के लिए शुभकामनाएं देते हुए पत्र पूरा किया. वहीं, दिग्विजय सिंह की चिट्ठी के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दिग्विजय सिंह राज्य की जनता के बीच यह संदेश नहीं जाने देना चाहते कि वे राज्य की राजनीति में अपना दखल बढ़ा रहे हैं. यही नहीं वे कमलनाथ के साथ अपनी राजनीतिक बैर भाव को तवज्जो दे रहे है.
दिग्विजय सिंह के इस पत्र के बाद शिवराज सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने दिग्गी राजा पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘कांग्रेस का इंटरनल सर्वे कहता है कि जहां-जहां दिग्विजय सिंह की फोटो लगती है, वहां वोट कम हो जाते हैं. इसलिए उनकी फोटो नहीं लगाई जा रही है. दिग्विजय सिंह की फोटो न लगना केंद्रीय नेतृत्व का निर्देश है. दिग्विजय पत्र लिखकर सिर्फ अपनी फेस सेविंग कर रहे हैं. फोटो न लगना पहले से तय था, वह सिर्फ इज्जत बचाने के लिए पत्र लिख रहे हैं, क्योकि कांग्रेस में फोटो पॉलिटिक्स चल रही है. कांग्रेस को भारत जोड़ने से कोई मतलब है ही नहीं.’