Politalks.News/MadhyaPradesh. गुरूवार को जब RSS प्रमुख मोहन भागवत ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात के बाद मदरसों और मस्जिदों का दौरा किया तो ये कथन चरित्रार्थ होता नजर आया कि ये सियासत है साहब कब क्या रंग दिखा दे कुछ कहा नहीं जा सकता. जी हां RSS और आरएसएस प्रमुख का नाम जब भी सियासी गलियारों या आम चर्चाओं में आता है तो संघ और मुस्लिम समुदाय की कट्टर दुश्मनी के क्षण अन्तरप्टल पर घूम जाते हैं. बीते रोज मोहन भागवत के अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाक़ात के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तो BJP और भागवत पर निशाना साधा लेकिन मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत का आभार जताते हुए कहा कि, ‘भारत जोड़ो यात्रा को अभी दो हफ्ते भी नहीं हुए और वे मदरसा जाने लगे, हम उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं.’
आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत इन दिनों अपनी मुलाक़ातों को लेकर चर्चा में हैं. गुरुवार को उनकी अखिल भारतीय इमाम संगठन के प्रमुख इमाम उमर अहमद इलियासी से मुलाक़ात भी ख़बरों में छाई रही. इससे पहले पिछले महीने मोहन भागवत की पाँच मुस्लिम बुद्धिजीवियों से हुई मुलाक़ात की भी काफ़ी चर्चा हुई है. मोहन भागवत गुरुवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग पर स्थित मस्जिद में इमाम उमर अहमद इलियासी से मिलने पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ संघ के कृष्ण गोपाल, राम लाल और इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे. मस्जिद में अखिल भारतीय इमाम संगठन का कार्यालय है. ये बातचीत करीब एक घंटा चली और उसके बाद संघ प्रमुख ने इमाम उमर इलियासी के पिता जमील इलियासी की पुण्यतिथि पर उनकी मज़ार पर जियारत भी की. उन्होंने इमाम के परिवार से मुलाक़ात की.
मोहन भागवत की इस मुलाकात को लेकर सियासी गहमागहमी भी तेज हो गई है. एक तरफ जहां AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मोहन भागवत और बीजेपी पर निशाना साधा. वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मोहन भागवत का आभार जताया. शुक्रवार को नरसिंहपुर के ज्ञोतेश्वर में ब्रह्मलीन शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती जी की श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि, ‘भारत जोड़ो यात्रा को अभी दो हफ्ते भी नहीं हुए और इसका कितना असर संघ प्रमुख मोहन भागवत पर हुआ है, यह आप देखिए. वे मदरसा जाने लगे. वे मस्जिद जाने लगे. मस्जिद और मदरसा जाने के लिए निश्चित तौर पर मोहन भागवत को प्रेरणा भारत जोड़ो यात्रा से मिली होगी. हम उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं.’
दिग्विजय सिंह ने दिल्ली के इमाम द्वारा संघ प्रमुख मोहन भागवत को राष्ट्रऋषि, राष्ट्रपिता कहने पर भी निशाना साधा है. दिग्गी राजा ने कहा कि, ‘आखिर किसके दबाव के चलते इमाम ने यह कहा है. वैसे, RSS हमेशा मुसलमानों के लिए दुष्प्रचार करती रही है कि मुसलमान अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक हो जाएंगे, जबकि ऐसा नहीं है.’ वहीं जबलपुर में मौजूद प्रदेश के गृह एवं जेल मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार किया. पत्रकारों से चर्चा करते हुए मिश्रा ने कहा कि, ‘हम ना ही किसी धर्म के विरोधी हैं और ना ही मुसलमानों से बैर हैं. हमारे प्रदेश और देश में आतंकियों की खैर भी नहीं है. हम रहीम के उपासक रहे हैं. मोहन भागवत की सोच शुरू से ही स्पष्ट रही है. हम किसी धर्म और मजहब के खिलाफ नहीं हैं. हमारी संस्कृति ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की रही है.
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वहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव पर तंज कस्ते हुए नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, ‘पार्टी इस समय दुविधा में है. 4 साल में अध्यक्ष नहीं चुन पाई. कार्यकारी अध्यक्ष से ही काम चला रहे हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए जिसके नाम का प्रस्ताव पास हुआ था, वह अध्यक्ष बनना नहीं चाहते. जो अध्यक्ष बनना चाह रहे हैं, उसे पार्टी बनाने को तैयार नहीं.