BJP नेता से रिश्ते के चलते DGP मुझसे दुश्मनी रखते हैं, मुझे फंसाने का किया जा रहा है षड्यंत्र- मलिंगा

एईएन उनका नाम इसलिए ले रहा है, क्योंकि उन्होंने दो बार उसकी शिकायत बिजली मंत्री से की है, DGP के कहने पर पुलिस अधिकारी मुझे फंसा रहे हैं, जसवंत सिंह डीजीपी को अपना दामाद मानते हैं और 1996 में उनकी शादी में उन्होंने मारुति 800 गिफ्ट भी दी थी, डीजीपी कितने दिन पद पर रहेंगे, गलत जांच की तो न्यायालय से करवाऊंगा पूरी जांच, लाठर बोले- गिरफ्तारी के डर से बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं विधायक

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Politalks.News/Rajasthan. धौलपुर के बाड़ी ऑफिस में घुसकर बिजली कंपनी के
एईएन-जेईन के साथ बुरी तरह मारपीट मामले आरोपी कांग्रेस विधायक गिर्राज मलिंगा (Congress MLA Giriraj Singh Malinga) ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए खुद को निर्दोष बताया और राजस्थान के डीजीपी (DGP) एम एल लाठर पर उन्हें फंसाने के आरोप लगाए हैं. मलिंगा ने कहा कि, ‘डीजीपी मुझसे व्यक्तिगत दुश्मनी रखते हैं और मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बीजेपी नेता जसवंत गुर्जर को डीजीपी सपोर्ट करते हैं. जसवंत गुर्जर डीजीपी को दामाद की तरह मानते हैं. 1996 में जसवंत गुर्जर ने मौजूदा डीजीपी को कार गिफ्ट की थी. डीजीपी के ससुर जसवंत गुर्जर के बिजनेस पार्टनर रहे हैं और यही कारण है कि संबंध निभाने के लिए अब मुझे फंसाने का षड्यंत्र किया जा रहा है.’

मामले पर पीसी के जरिए अपनी सफाई देते हुए बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा की बिजली अधिकारियों को पीटने का मैं दोषी नहीं हूं. मलिंगा ने कहा कि DGP के कहने पर पुलिस अधिकारी मुझे फंसा रहे हैं. मेरे खिलाफ जबरदस्ती गवाह तैयार किये जा रहे हैं. मलिंगा ने कहा कि, ‘मैं कोई गुंडा नहीं, एक विधायक हूं. जांच में दोषी मिलूंगा तो खुद अरेस्ट्स होने के लिए पुलिस के पास पहुंच जाऊंगा. इस मामले में जब मारपीट वाले समय ही एईएन बयान देने में सक्षम थे तो फिर उनकी FIR क्यों नहीं लिखी गई. राजनीतिक रंजिश के चलते मुझे फंसाने की कोशिश की जा रही है. मैं मामले की जांच में पूरा सहयोग करूंगा.’ विधायक मलिंगा ने राजस्थान के डीजीपी को कठघरे में खड़े करते हुए कहा कि इस बात की जांच करवाई जाए कि पुलिस के डीजीपी और जसवंत सिंह के क्या रिश्ते हैं?

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बिजली अधिकारी द्वारा विधायक का नाम लिए जाने पर मलिंगा ने कहा कि एईएन उनका नाम इसलिए ले रहा है, क्योंकि उन्होंने दो बार उसकी शिकायत बिजली मंत्री से की है कि उसने वीसीआर भरने में क्षेत्र में लूट मचा रखी है. इसलिए एईएन मेरा नाम ले रहा है. मलिंगा से जब पूछा गया कि डीजीपी जैसे पद पर बैठा कोई व्यक्ति ऐसा क्यों करेगा तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि डीजीपी के ससुर राजाराम मील के साथ जसवंत गुर्जर के शराब कारोबार में रिश्ते थे.

डीजीपी पर आरोप लगाते हुए मलिंगा ने आगे कहा कि, ‘हमारे पूर्व विधायक इसी कारण डीजीपी को अपना दामाद मानते हैं और 1996 में उनकी शादी में उन्होंने मारुति 800 गिफ्ट भी दी थी. इस बात की जांच करवाई जाए कि जब वर्तमान डीजीपी कितने दिन जयपुर के हनुमान नगर में पूर्व विधायक गुर्जर के निवास पर रहे थे.’ विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि इस मामले में उन्हें पुलिस अधिकारी जबरन फंसा रहे हैं और जो गवाह उनके पक्ष में बयान दे रहे हैं उनके बयान नहीं लिए जा रहे हैं. जबकि जबरन लोगों से उनके खिलाफ गवाही दिलवाई जा रही है.

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डीजीपी कितने दिन पद पर रहेंगे, गलत जांच की तो न्यायालय से करवाऊंगा पूरी जांच : इस दौरान डीजीपी और पूर्व विधायक जसवंत गुर्जर की सांठगांठ के आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक मलिंगा ने यह भी कहा कि डीजीपी कितने दिन पद पर रहेंगे. उनके खिलाफ गलत जांच की गई और फंसाने का प्रयास किया गया तो मैं न्यायालय का सहारा लूंगा और न्यायालय से पूरी जांच दोबारा करवाऊंगा. उधर, डीजीपी एमएल लाठर ने विधायक मलिंगा के आरोपों पर दो टूक कहा कि, ‘विधायक गिरफ्तारी के डर से बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. अपराध किया है तो कार्रवाई होगी. मेरे पर लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं.’

बिजली कर्मियों से मारपीट को लेकर विधायक गिर्राज मलिंगा ने कहा कि विद्युत कर्मियों के साथ मारपीट किया जाना गलत है, लेकिन इसके साथ ही आंदोलन कर रहे बिजली कर्मियों को यह भी देखना चाहिए की विद्युत कर्मियों का व्यवहार कैसा है. उन्होंने कहा कि संबंधित एईएन की शिकायत उन्होंने दो बार मंत्री से की थी तो वहीं कुछ दिन पहले गंगापुर सिटी के विधायक रामकेश मीणा के साथ जेईएन ने किस तरीके से बातचीत की थी, यह सब जानते हैं. इस एईएन ने भी क्षेत्र में लूट मचा रखी थी और फर्जी वीसीआर के जरिए हजारों रुपये आम जनता से लूट रहा था और इसी कारण जनता ने उससे मारपीट की है.

गौरतलब है कि धौलपुर के बाड़ी में ऑफिस में घुसकर बिजली कंपनी के एईएन से मारपीट के मामले में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा व उनके समर्थकों पर केस दर्ज है. इस हमले में एईएन की कई हड्डियां टूट गई थीं और वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे. वहीं मामले में मलिंगा का नाम शामिल होने पर उनके सर्मथक और सर्वसमाज द्वारा लगातार मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भेजे जा रहे हैं. ज्ञापन में बताया गया है कि मामले में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का कोई लेना देना नहीं है उनको झूठा फंसाया जा रहा है. वहीं इस दौरान उपखंड मुख्यालय पर बाड़ी पंचायत समिति की 35 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने बैठक की और सरपंच संघ के बैनर तले एक ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को सौंपा गया. जिसमें विधायक गिर्राज मलिंगा को साजिशन फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए मामले के निष्पक्ष जांच की मांग की गयी है और मांग नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दे गयी है.

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