पेगासस कांड पर सड़क से सदन तक कांग्रेस का हंगामा, मामला गंभीर, पर सबूत दो तो कराएं जांच- SC

नरेंद्र मोदी जी ने सिर्फ मेरे फोन के अंदर नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हर युवा के फोन के अंदर डाला है पेगासस का आइडिया, जब तक 'हम दो हमारे दो की सरकार' है इस देश के युवाओं को नहीं मिल सकता रोजगार- राहुल गांधी, अगर जासूसी से जुड़ी रिपोर्ट सही हैं तो ये मामला है बहुत ही गंभीर, लेकिन केवल अखबार की कतरन के आधार पर नहीं दे सकते जांच के आदेश- सुप्रीम कोर्ट

पेगासस कांड पर सड़क से सदन तक कांग्रेस का हंगामा,
पेगासस कांड पर सड़क से सदन तक कांग्रेस का हंगामा,

Politalks.News/Pegasas. देश के राजनीतिक हलकों से लेकर आमजन तक अगर कोई मुद्दा सबसे ज्यादा सुर्खिया बटोर रहा है तो वह है पेगासस जासूसी कांड. इजराइली स्पाइवेयर पेगासस जासूसी मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार चारों तरफ से घिरती नजर आ रही है. विपक्ष लगातार संसद के अंदर और संसद के बाहर पेगासस जासूसी कांड को लेकर सरकार पर हमलावर है. एक ओर जहां सरकार कह रही है कि वह इस मुद्दे पर सदन में चर्चा के लिए तैयार है तो वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार केवल इस मुद्दे पर विपक्ष को देश के सामने बुरा बना रही है. वहीं दूसरी ओर पेगासस मामले को सुप्रीम कोर्ट ने भी गंभीर मुद्दा बताया है. तो वहीं संसद से लेकर ट्विटर तक केंद्र सरकार पर हमलावर रहने वाले राहुल गांधी ने गुरूवार को भारतीय युवा कांग्रेस के ‘संसद घेराव’ कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने देश के हर युवा में पेगासस का आईडिया डाल दिया है.

वहीं, पेगासस जासूसी मामले को लेकर गुरवार को भी विपक्षी पार्टियों की और से संसद के दोनों सदनों के अंदर हंगामा जारी रहा. विपक्ष के हंगामे के कारण कई बार सदन की कार्यवाही बीच में ही रोकनी भी पड़ी. वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वायनाड सांसद राहुल गांधी ने भारतीय युवा कांग्रेस के संसद घेराव कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश में सबसे बड़ा मुद्दा रोजगार का है लेकिन पीएम मोदी रोजगार के मुद्दे पर कुछ नहीं बोलते हैं. पीएम मोदी ने हर साल 2 करोड़ रोजगार दिए जाने का वादा किया था, लेकिन हुआ यह कि उल्टा लाखों-करोड़ों युवाओं से उनका रोजगार छीना गया.

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‘हम दो हमारे दो की सरकार’ के रहते युवाओं को नहीं मिलेगा रोजगार
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘हम दो हमारे दो की सरकार’ के रहते इस देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल सकता. राहुल ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार का लक्ष्य इस देश के लाखों करोड़ो युवाओं की आवाज दबाने का है क्योंकि वे जानते हैं कि यदि हिंदुस्तान के युवा ने अपने दिल की बात बोलनी शुरू कर दी, अगर इस देश के युवा ने सच्चाई बोलनी शुरू कर दी तो नरेंद्र मोदी सरकार चली जाएगी. राहुल गांधी ने आगे कहा कि यदि आप सत्य बोलते हैं तो आपके फोन में पेगासस है. पेगासस सच्चाई को दबाने और इस देश की आवाज को कुचलने का सबसे बड़ा हथियार बन गया है.

‘हारेगा वो हर बाज़ी जब निकलेंगे हम साथ में!’
राहुल गांधी ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी जी ने सिर्फ मेरे फोन के अंदर नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के हर युवा के फोन के अंदर पेगासस का आइडिया डाला है. यह आइडिया आवाज दबाने का है. युवा कांग्रेस का काम इस देश के युवाओं की आवाज उठाने का है. हम युवाओं की आवाज को दबने नहीं देंगे. वहीं राहुल गांधी ने ट्वीटर पर कुछ फोटो शेयर करते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा और लिखा कि ‘हारेगा वो हर बाज़ी जब निकलेंगे हम साथ में!’

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अगर जासूसी से जुडी रिपोर्ट सही, तो मामला है गंभीर-SC
वहीं पेगासस मामले को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में भी सुनवाई हुई. पेगासस जासूसी मामले को लेकर पत्रकारों, वकीलों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया की तरफ सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दायर की गई थी. चीफ जस्टिस एनवी रमना और जस्टिस सूर्य कांत की बेंच के सामने इस मामले पर सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा है कि अगर जासूसी से जुड़ी रिपोर्ट सही हैं तो ये मामला बहुत ही गंभीर है. सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से इस मामले में सबूत मांगे जिसके जवाब में दिग्गज वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि इस मामले में हमारे पास कोई ठोस सबूत नहीं है.

अखबार की कतरन के आधार पर कोर्ट कैसे दे जांच के आदेश
पेगासस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से पूछा कि कोर्ट इस मामले में जांच के आदेश कैसे दे सकता है क्योंकि आपकी याचिका में अखबार की कतरन के अलावा और कुछ नहीं है. इस पर कपिल सिब्बल ने जवाब देते हुए कहा कि पेगासस के द्वारा हमारी निजता, गरिमा और हमारे गणतंत्र के मूल्यों पर हमला किया जा रहा है. पेगासस एक खराब तकनीक है जो हमारी जानकारी के बिना हमारी जिंदगी में दाखिल हो जाती है.

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10 अगस्त को होगी अगली सुनवाई
पेगासस मामले में याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट ने इस पुरे मामले की SIT से जांच करवाने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट में अब इस मामले पर अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं से कहा अपनी-अपनी अर्जियों की कॉपी केंद्र सरकार को भेजने की बात भी कही.

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