Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस द्वारा आज देशभर के राजभवनों के बाहर लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ आंदोलन किया जाएगा. लेकिन राजस्थान में कांग्रेस ने रविवार शाम अचानक राजभवन के बाहर होने वाले आंदोलन के कार्यक्रम को निरस्त कर दिया. प्रदेश में आज राजभवन के बाहर कांग्रेस का कोई प्रदर्शन नहीं होगा, हालांकि देशभर के राजभवनों के बाहर यथावत प्रदर्शन किए जाएंगे.
गौरतलब है कि शुक्रवार को कांग्रेस विधायकों द्वारा राजभवन में की गई नारेबाजी व धरने को लेकर राज्यपाल कलराज मिश्र ने गहरी नाराजगी जताई थी. इसके साथ ही खुद की सुरक्षा को लेकर भी राज्य सरकार पर सवाल उठाए थे. सोमवार को राजभवन के बाहर होने वाले कांग्रेस के धरने प्रदर्शन को लेकर रविवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन में मुख्य सचिव राजीव स्वरूप और पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र यादव ने मुलाकात की. मुलकात के दौरान राज्यपाल कलराज मिश्र को राजीव स्वरूप और भूपेंद्र यादव ने कांग्रेस पार्टी द्वारा सोमवार को किए जा रहे प्रदर्शन के बारे में बताया. इस दौरान मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने राज्यपाल मिश्र को राजभवन की सुरक्षा के लिए की गई पुख्ता प्रबंध व्यवस्था की विस्तार से जानकारी दी. माना जा रहा है कि राज्यपाल मिश्र की मुख्य सचिव और डीजीपी से मुलाकात के बाद रणनीति में बदलाव कर लिया गया और राजभवन से सीधे टकराव को टाल दिया गया.
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कांग्रेस द्वारा राजभवन के बाहर होने वाले प्रदर्शन की जानकारी देते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि कल लोकतंत्र बचाओ-संविधान बचाओ अभियान के तहत कांग्रेसी देश की सभी राज्यों में राजभवन के सामने प्रदर्शन करेंगे, लेकिन हम राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे. हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे.
कल Save Democracy-Save Constitution अभियान के तहत कांग्रेसी देश की सभी राज्यों में राजभवन के सामने प्रदर्शन करेंगे, लेकिन हम #राजस्थान में ऐसा कुछ भी नहीं करेंगे।हमने महामहिम को कैबिनेट का रिवाइज्ड नोट भेज दिया है और उम्मीद करते हैं कि वे जल्द सत्र आहूत करने की स्वीकृति देंगे।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) July 26, 2020
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘राजभवन पर जनता आएगी’ वाले बयान पर मचे सियासी बवाल पर गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास ने रविवार को सफाई देते हुए कहा कि अशोक गहलोत सामाजिक जीवन में काम करते हैं. सीएम गहलोत के बयान राजभवन पर जनता आएगी, जनता आने का मतलब यह नहीं है कि जनता राजभवन के अंदर घुस जाएगी. यदि कलराज मिश्र जी के ऊपर एक भी कंकर आएगा तो पहला कंकर अशोक गहलोत अपने ऊपर लेंगे.
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मंत्री खाचरियावास ने कहा कि कलराज मिश्र भाजपा के कार्यकर्ता नहीं है बल्कि वे प्रदेश के संवैधानिक प्रमुख है और हमारा ये हक है कि हम उनसे अपना अधिकार मांगे. सीएम हाउस और राज्यपाल की दीवार एक ही है, कोई भी कंकर आता है तो मुख्यमंत्री पहले अपने सिर लेंगे. राज्यपाल की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. कलराज मिश्र पूरे प्रदेश के राज्यपाल है. हमारा भी ये नैतिक और कानूनी अधिकार है कि हम संवैधानिक प्रमुख के घर जाएं और उन्हें अपनी समस्या बताएं. संविधान की रक्षा करने के लिए अपील करना हमारा दायित्व बनता है.