सोनिया-राहुल पर बढ़ते ED के शिंकजे से बौखलाई कांग्रेस पार्टी सड़कों पर कर रही है नौटंकी- राठौड़

मंहगाई व बेरोजगारी के नाम पर सड़कों पर नौटंकीपूर्ण प्रदर्शन करके राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति कर रही कांग्रेस पार्टी, सरकार के मुखिया बढ़ी महंगाई को लेकर कभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति के सामने धरने का ढोंग करते तो कभी राजभवन का घेराव, बार-बार राजभवन का घेराव किया जाना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय- राजेन्द्र राठौड़

कांग्रेस के प्रदर्शन पर राजेन्द्र राठौड़ का हमला
कांग्रेस के प्रदर्शन पर राजेन्द्र राठौड़ का हमला

Politalks.News/Rajasthan. बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ कांग्रेस ने आज देशभर में प्रदर्शन किया. देश की राजधानी दिल्ली में कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं ने आज काले कपड़े एवं हाथों में काली पट्टी पहनकर प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी सहित कई दिग्गजों ने काले कपड़े पहनकर जमकर नारेबाजी की. राहुल गांधी ने जहां संसद भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन की तरफ पैदल मार्च निकाला तो प्रियंका गांधी ने AICC मुख्यालय पर प्रदर्शन किया. जिसके बाद पुलिस ने राहुल-प्रियंका सहित सभी नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. वहीं कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर अब बीजेपी नेताओं की तंजपूर्ण प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर कहा कि नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व उनके बेटे राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है, उससे बौखलाई कांग्रेस पार्टी मंहगाई व बेरोजगारी के नाम पर सड़कों पर नौटंकीपूर्ण प्रदर्शन करके राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति कर रही है.

कांग्रेस के प्रदर्शन पर सवाल उठाते हुए दिग्गज बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि सरकार के मुखिया बढ़ी महंगाई को लेकर कभी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की मूर्ति के सामने धरने का ढोंग करते हैं तो कभी राज्यपाल का घेराव करते हैं. राज्यपाल राज्य के संवैधानिक प्रमुख होते हैं, ऐसे में प्रदर्शन के नाम पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा बार-बार राजभवन का घेराव किया जाना अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं निंदनीय है. संवैधानिक संस्थाओं की दुहाई देने वाली कांग्रेस खुद संवैधानिक मर्यादाओं को तार-तार करने का काम कर रही है.

पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि राहुल गांधी महंगाई को लेकर यह झूठ फैला रहे हैं कि सदन में सरकार महंगाई पर चर्चा करने से भाग रही है. उन्हें जवाब देना चाहिये कि सदन में महंगाई पर चर्चा हुई, तो उसमें कांग्रेस के लोगों ने भाग लिया था या नहीं? सच्चाई यह है कि सदन में खुद कांग्रेस व अन्य विपक्षी नेताओं ने महंगाई पर चर्चा की थी जिस पर केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी ने जवाब भी दिया था.

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इसके साथ ही गहलोत सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि CMIE के अनुसार 29.8% बेरोजगारी दर के साथ राजस्थान देश में दूसरे पायदान पर खडा है. राज्य में बेरोजगार युवाओं की संख्या 67 लाख है जिसमें 23 लाख ग्रेजुएट बेरोजगार है. सरकार ने बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की थी लेकिन दुर्भाग्य है कि वर्तमान में महज 53 हजार बेरोजगार युवा ही भत्ता ले रहे हैं क्योंकि सरकार ने 4 घंटे की सरकारी कार्यालय में चौकीदारी करने की मनमानी शर्त लगा रखी है.

गहलोत सरकार पर हमला जारी रखते हुए बीजेपी नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि अपने जनघोषणा पत्र के पृष्ठ संख्या 38 के बिन्दु संख्या 49 में महंगाई नियंत्रण हेतु आवश्यक एवं प्रभावी कदम उठाने का दावा करने वाली सरकार के शासन में पेट्रोल पर 31.4% व डीजल पर 19.30% वैट है . केंद्र सरकार ने माह मई 2022 में पेट्रोल पर ₹8 और डीजल पर ₹6 प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी घटाई एवं घरेलू गैस के सिलेंडर के दामों में सब्सिडी देने का निर्णय लिया, इसके बावजूद गहलोत सरकार ने वैट की दरों में कमी करके जनता को राहत नहीं पहुंचाई.

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वहीं महंगी बिजली के मुद्दे गहलोत सरकार पर सवाल उठाते हुए राजेन्द्र राठौड़ ने आगे कहा कि महंगी बिजली देने में भी सरकार चांदी कूटने का काम कर रही है. राज्य सरकार विद्युत उपभोक्ताओं से 15 पैसे प्रति यूनिट शहरी सैस, 10 पैसे प्रति यूनिट विद्युत शुल्क, 40 पैसे प्रति यूनिट जल संरक्षण उपकर, 5 पैसे प्रति यूनिट एवं हाल ही में लगाये गये 24 पैसे प्रति यूनिट फ्यूल सरचार्ज सहित कई प्रकार के सैस को मिलाकर करीब 17 रुपये प्रति यूनिट तक की महंगी दर से बिजली के दाम वसूलकर जनता पर महंगाई का बोझ लाद रही है.

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