Politalks.News/Rajasthan. पीसीसी चीफ के साथ-साथ गहलोत सरकार में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को ज्ञापन देने आए स्कूल लैक्चरर्स को फटकारने के मामले पर बवाल मचस हुआ है. मामले में कई शिक्षक संगठनों द्वारा सीएम अशोक गहलोत से लिखित में शिकायत करने के बाद अब प्रदेश भाजपा ने भी डोटासरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. शिक्षा मंत्री डोटासरा ने शुक्रवार को अपने सीकर आवास पर ज्ञापन देने आए कुछ लैक्चरर्स को बेइज्जत करते हुए जबरदस्त फटकारा था और कहा था कि यहां तुम्हें किसने बुलाया, मेरे घर को नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? इस फटकार को स्कूल लेक्चरर्स ने अपमान बताया तो अब भाजपा भी मंत्री को घेर रही है.
बाड़ा और बाड़ेबंदी ही पसंद है इनको
बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने शिक्षा के मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को आड़े हाथों लिया. पूनियां ने कहा कि राजनेता आम जनता की पीड़ा सुनने के लिए होते हैं, पर शायद कांग्रेस नेताओं को बाड़े और बाड़ेबंदी पसंद है. इसलिए शिक्षा मंत्री जी खुद के घर को नाथी का बाड़ा बता रहे हैं. इधर, असम के कट्टरपंथियों की बाडेबंदी कर ख़िदमत की जा रही है और घर पधारे शिक्षकों को बेइज़्ज़त कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: बाड़ाबंदी पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच ‘जंग-ए-ट्वीटर’, गजेंद्र सिंह ने सीएम गहलोत को बताया कांग्रेस का जेलर
जनसुनवाई में ऐसा घमंड है तो लोग अपनी मांगें किसके समक्ष रखेंगे ?
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने लिखा- तुम्हें टीचर किसने बनाया? मेरे से पहले समय मांगते, मैं अनुमति देता फिर आते यूं ही कैसे आ गए, नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? ये अमर्यादित बोल राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासराजी के हैं. जनसुनवाई में ऐसा घमंड है तो लोग अपनी मांगें किसके समक्ष रखेंगे?
आपको बता दें, सीकर में शुक्रवार को डोटासरा के घर पर ज्ञापन देने आए स्कूल लेक्चरर्स को फटकारने का वीडियो भी वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लेकर अब शिक्षक संगठनों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. स्कूल लैक्चरर्स के संगठनों ने भी इसे अपमान बताया है.
यह भी पढ़ें: बीजेपी को ‘बुआ’ पर नहीं ‘भतीजे’ पर भरोसा, सहाड़ा में ज्योतिरादित्य सिंधिया लगाएंगे पार्टी की नैया पार!
वायरल वीडियो मेें शिक्षा के मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा जो खुद भी शिक्षक रह चुके हैं, शिक्षा देने वाले शिक्षकों को बुरी तरह से फटकारते हुए कह रहे हैं कि, ‘आपको टीचर किसने बना दिया, पांचों को सस्पेंड कीजिए. इतना ही नहीं जब शिक्षकों ने स्कूल से छुट्टी लेकर आने की बात कही तो शिक्षा मंत्री ने तुरंत पीए को इसकी जांच करने के आदेश देते हुए उन्हें अपने आवास पर ही बिठा लिया. चेतावनी भी दी कि यदि उनका छुट्टी लेकर नहीं आना सामने आया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डोटासरा ने कहा कि मेरे घर पर छुट्टी लेकर आ गए. पर्सनल रेजिडेंस पर वर्किंग डे पर ज्ञापन देने की कहां जरूरत पड़ गई? फिर अंदर बैठाकर अपने स्टाफ से कह रहे हैं कि चेक करवाइए अगर ये छुट्टी लेकर नहीं आए हैं तो सस्पेंड कर दीजिए. मेरे घर को नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या?