Politalks.News/Rajasthan. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जीवन से जुड़ी पुस्तक ‘मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के बयान के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है. बीते रोज सोमवार को झुंझुनूं में इस पुस्तक पर आयोजित एक कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आने वाले समय में इस पुस्तक का महत्व भागवत गीता के बराबर ही होगा. शेखावत इस बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह चापलूसी की पराकाष्ठा है और बहुत शर्मनाक है. इतनी चापलूसी करनी है तो नरेंद्र मोदी को श्रीकृष्ण बता देना चाहिए. वहीं सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने केंद्रीय मंत्री शेखावत का यह बयान प्रभु श्रीकृष्ण का शाश्वत संदेश देती गीता का अपमान है. तो वहीं प्रदेश कांग्रेस सचिव जसवंत गुर्जर ने भाजपा नेताओं से पूछा कि क्या उनकी अलगी योजना हर गांव गांव में मोदी के मंदिर बनाने की है?
दरअसल, अक्टूबर 2001 में नरेन्द्र मोदी के पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से अब तक पीएम मोदी के सफल राजनैतिक जीवन के 20 साल पूरे होने के उपलक्ष में लिखी गई इस पुस्तक ‘मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ का विमोचन पिछले दिनों दिल्ली के विज्ञान भवन में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह ने किया था. इस पुस्तक का लेखक कोई एक या दो व्यक्ति नहीं हैं. पुस्तक में कुल 21 अध्याय हैं. इस पुस्तक को लेकर झुंझुनूं में आयोजित एक कार्यशाला में बोलते हुए केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आने वाले समय में ‘मोदी@20’ का महत्व गीता के बराबर होगा. देश के समावेशी विकास के लिए प्रधानमंत्री ने जिस लक्ष्य से काम किया, उसका प्रभाव भी इसमें दिखाई दे रहा है. इसे दुनिया का कोई मैनेजमेंट स्कूल किताब के ज्ञान और अनुभवों के आधार पर संकलित कर सीखा नहीं सकता. उनके अनुभवों और कार्यों के आधार पर यह पुस्तक तैयार की गई है.
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वहीं मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा मंगलवार को बीकानेर के दौरे पर आए. रामेश्वर डूडी के माता जी के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करने आए पीसीसी चीफ डोटासरा ने इस दौरान सर्किट हाउस में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और संगठन को लेकर चर्चा की. वहीं, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लिखी किताब की तुलना मद्भागवत गीता से करने को लेकर डोटासरा ने कहा कि यह वाकई में बहुत शर्मनाक है. इतनी चापलूसी करनी है तो नरेंद्र मोदी को श्रीकृष्ण बता देना चाहिए. शेखावत पर जुबानी हमला बोलते हुए डोटासरा ने आगे कहा कि उन्हें ईआरसीपी परियोजना पर बोलना चाहिए, महंगाई को लेकर बोलना चाहिए, लेकिन वह इन सब पर बोलने के बजाय इस तरह के बयान दे रहे हैं, जो कभी भी स्वीकार्य नहीं है.
इसके साथ ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के मोदी युग में खुद के जन्म होने पर गर्व महसूस करने के बयान पर पत्रकारों के सवाल को लेकर डोटासरा ने कहा कि मुझे इस बात का दुख है कि मैं जब राजनीति में आया तब देश में इस तरह की सरकार है. इस तरह के प्रधानमंत्री हैं जो लाल किले से भी झूठ बोलते हैं और ऐसे में अब मेरा यह कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते प्रयास रहेगा कि 2024 में ऐसी सरकार का सूपड़ा साफ कर दें.
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वहीं केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के बयान पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री के ओएसडी लोकेश शर्मा ने ट्वीट किया कि ‘पवित्र सनातन ग्रंथ श्रीमद भगवत गीता की तुलना इस रूप में करना प्रभु श्रीकृष्ण का शाश्वत संदेश देती गीता का अपमान है. यह देशवासियों की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने वाला है. इससे पता चलता है कि आपके मन में श्रीमद् भागवत गीता का न तो सम्मान है और न ही हमारे धर्मग्रंथों के महत्व की कोई जानकारी है.’ मुख्यमंत्री के सलाहकार संयम लोढा ने कहा कि जो लोग इन्द्रियभोग तथा भौतिक ऐश्वर्य के प्रति अत्यधिक आसक्त होने से ऐसी वस्तुओं से मोहग्रस्त हो जाते हैं, उनके मनो में भगवान के प्रति भक्ति का दृढ निश्चय नहीं होता.
इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस सचिव जसवंत गुर्जर ने कहा है कि यह बहुत निंदनीय है कि गजेन्द्र सिंह शेखावत जी मोदी पर लिखी पुस्तक की तुलना श्रीमद्भागवत गीता से कर रहे हैं. साथ ही प्रदेशध्यक्ष सतीश पूनिया जी भी इसे मोदी युग बता रहे हैं. गुर्जर ने पूछा कि क्या उनकी अलगी योजना हर गांव गांव में मोदी के मंदिर बनाने की है. यह हिन्दुओं की आस्था का अपमान है. साथ ही यह भाजपा के हिटलर की राह पर बढते कदम है. गौरतलब है कि बीते रोज सतीश पूनिया ने भी उदयपुर में कहा था कि मोदी युग में जी रहे, यह परम सौभाग्य है.