Ashok Gehlot in Jodhpur. राजनीति के क्षेत्र में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कद बहुत बड़ा है. बहुत कम नेताओं में शुमार सीएम गहलोत को सियासत में जादूगीरी दिखाते हुए तकरीबन 50 साल हो गए हैं. केंद्र में मंत्री से लेकर सांसद-विधायक और, तीन बार पीसीसी चीफ और तीन बार के मुख्यमंत्री रह चुके हैं अशोक गहलोत. पिछले दिनों मानगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीएम गहलोत को देश का सबसे वरिष्ठ मुख्यमंत्री भी बताया था. प्रदेश की वर्तमान सियासत में राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की जारी अटकलों के बीच जोधपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दर्द एक बार फिर छलक पड़ा और जोधपुर में खुले मंच से सीएम गहलोत को यह कहना पड़ा कि फिलहाल मैं रिटायरमेंट नहीं ले रहा हूं. मैं रिटायर हो गया तो बीमार हो जाऊंगा. मैं बचपन से जो व्यक्ति सेवा के कार्यों में लगा हूं.
दरअसल, बीते रोज शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर स्थित रावण का चबूतरा मैदान में पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्त शिल्प उत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे. जहां मारवाड़ की जनता को सम्बोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मुझे आपसे मांगते हुए संकोच होता है. यहां के लोगों के लिए मैं घर का जोगी जोगना जैसा हूं. तीन बार आप लोगों ने सीएम बनाया, कई बार स्थिति होती है जैसे घर का जोगी जोगना है.
यह भी पढ़ें: ‘गुलाम’ से ‘आजाद’ होकर 17 नेताओं ने की कांग्रेस में घर वापसी, क्या सच में ये एक शुरुआत?
अपने बचपन को याद करते हुए थोड़ी भावुक मुद्रा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जोधपुर मारवाड़ ने मुझे बचपन से बहुत प्यार दिया है. इसलिए अब मांगते हुए संकोच होता है. इस दौरान मुख्यमंत्री गहलोत ने ने 1973 में पहली बार छात्र संघ का चुनाव लड़ने से लेकर अब तक के 50 साल के राजनीतिक करियर की बात कही. साथ ही सीएम गहलोत ने यह भी कहा कि इन 50 सालों में जोधपुर के लिए काफी सेवा का मौका मिला. अभी भी मैं रिटायर नहीं हो रहा हूं यह सेवा के कार्य जारी रहेंगे.
यह भी पढ़ें: राजस्थान कांग्रेस का सबसे बड़ा सर्वे- जनता खुद तय करेगी किसे मिलेगा टिकट और किसका कटेगा पत्ता!
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि, ‘मैंने यह कहा है कि राजनीति में 50 साल हो गए हैं, लेकिन मैं रिटायरमेंट की बात अभी नहीं कर रहा हूं. जब तक जिंदा रहूंगा तब तक सेवा करता रहूंगा. सेवा करना ही मेरा शौक है और यह में हमेशा करता आया हूं. मैं मानता हूं कि अगर आदमी एक्टिव नहीं रहता तो बीमार पड़ जाता है मुझे अभी बीमार नहीं होना है इसलिए मैं लगातार मन से अंतिम सांस तक पूरे राजस्थान और मारवाड़ की सेवा करता रहूंगा.’ बता दें प्रदेश में की सियासत में पिछले कुछ वक्त से बदलाव को लेकर चर्चा होती है ऐसे में सीएम गहलोत का यह बयान अपने आप में कई सियासी सन्देश देता है.