Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान में अगले साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की सियासत गर्म है. बीजेपी के दिग्गज नेता एवं सांसद प्रदेश सरकार को हर मुद्दे पर घेरने को तत्पर बैठे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा हाल ही में देशभर में बढ़ते रेप के बाद हत्या के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर दिए गए बयान पर देशभर की सियासत गरमा गई है. देश के कुछ सामाजिक संगठनों और विपक्षी दलों ने इसे मुद्दा बना सीएम गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में राजसमंद से भाजपा सांसद एवं प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने सीएम गहलोत पर निशाना साधा है. दीया कुमारी ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घटिया बात करते हैं. अब कांग्रेस की यह सरकार प्रदेश में ज्यादा दिन की मेहमान नहीं है.’ दीया कुमारी के साथ साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के विरोध की गूंज कल संसद में भी सुनाई दी थी.
दरअसल, लगातार बढ़ती महंगाई और घटते रोजगार को लेकर 5 अगस्त को हुए पार्टी के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देशभर में बढ़ रहीं रेप के बाद हत्या की घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया था. मीडिया से बातचीत में सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘निर्भया कांड के बाद जिस तरह से आरोपियों को फांसी देने की मांग ने जोर पकड़ा और फिर कानून लाया गया अमल में, लेकिन उसके बाद से रेप के बाद महिलाओं की हत्या के मामलों में इजाफा हुआ है.’ सीएम गहलोत ने कहा कि ‘यह एक खतरनाक ट्रेंड बनकर उभरा है देश में, कि रेप करने वाला देखता है कि यह मेरे खिलाफ गवाह बन जाएगी, तो वह रेप भी करता है और फिर हत्या भी कर देता है.’ सीएम गहलोत ने कहा कि जो रिपोर्ट देशभर से आ रही हैं, वह बड़ा खतरनाक ट्रेंड है.
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सीएम गहलोत के इस विवादित बयान पर देश और प्रदेश के भाजपा के नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में राजसमंद से भाजपा सांसद और प्रदेश महामंत्री दीया कुमारी ने जयपुर में बड़ा बयान दिया है. दीया कुमारी ने कहा कि, ‘मुख्यमंत्री अशोक गहलोत घटिया स्तर की बात करते हैं. कांग्रेस की यह सरकार अब ज्यादा दिन की मेहमान नहीं है. मुख्यमंत्री ने इस प्रकार का बयान क्या सोच कर दिया यह वो जानें, लेकिन बलात्कारियों को किसी भी हालत में नहीं बक्शना चाहिए. मुख्यमंत्री हमेशा अपनी कमियां केंद्र सरकार पर थोपती हैं. लेकिन यदि प्रदेश की कानून व्यवस्था वो नहीं संभाल पा रहे हैं तो साफ-साफ कह दे और केंद्र को हैंड ओवर कर दें.’
वहीं हाल ही में भाजपा सांसद रंजीता कोली पर हुए कथित हमले को लेकर सांसद दीया कुमारी ने कहा कि, ‘प्रदेश की कानून व्यवस्था इस कदर बिगड़ चुकी है कि न केवल रंजीता कोली बल्कि पूर्व में मुझ पर भी इस प्रकार के हमले हो चुके हैं. प्रदेश में मैं खुद को ही सुरक्षित नहीं समझती.’ यही नहीं कल लोकसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन भी सीएम गहलोत के इस बयान पर जमकर हंगामा हुआ था. लोकसभा की कार्रवाई में भाग लेते हुए रंजना बेन भट्ट ने कहा कि, ‘राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. राजस्थान के सीएम बेटियों से रेप करने वालों को फांसी की सजा देने के कानून को नहीं अमल कर रहे हैं. नाबालिगों से रेप करने वालों को फांसी देने का कानून है. रेपिस्ट को फांसी दी जानी चाहिए.’
यही नहीं जब लोकसभा में भाजपा की महिला सांसदों ने यह मामला उठाया तो सदन में जमकर हंगामा हो गया. सीएम अशोक गहलोत के बयान पर भाजपा की महिला सांसदों ने जमकर हंगामा किया. इसके बाद सभापति को एक घंटे के लिए कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी थी.