Politalks.News/Delhi. इन दिनों देश में मुफ्त की रेवड़ियों को लेकर सियासत चरम पर है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी और बीजेपी मुख्य रूप से इस मसले को लेकर आमने सामने है. यहीं नहीं रेवड़ी कल्चर को ख़त्म करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी केंद्र सरकार से जवाब मांग चूका है. अब तक केंद्र सरकार की तरफ से इससे जुड़ा कोई जवाब सामने नहीं आया है लेकिन मुफ्त की रेवड़ी को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जमकर निशाना साधा है. अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर केंद्र सरकार को सलाह देते हुए कहा कि, ‘आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर हमें फ्री की रेवड़ी की जगह फ्री शिक्षा, फ्री इलाज, 300 unit फ़्री बिजली के बारे में सोचना चाहिए, लेकिन जो लोग बच्चों की मुफ्त शिक्षा, इलाज बिजली-पानी को मुफ्त रेवड़ी कहते हैं वे देश के गद्दार हैं.’ इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस पर भी जमकर निशाना साधा.
चुनाव के समय राजनीतिक दलों की ओर से मतदाताओं को लुभाने के तरह-तरह के तरीकों और मुफ्त की घोषणाओं को लेकर देश की सियासत गर्म है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 16 जुलाई को अपने भाषण में कहा था कि, ‘मुफ्त का ‘रेवड़ी कल्चर’ देश के लिए बहुत घातक है.’ वहीं पीएम मोदी के बाद इस मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी अहम् टिप्पणी की थी. SC ने कहा था कि, ‘आखिर इस ‘रेवड़ी कल्चर’ को कैसे रोका जा सकता है.’ वहीं इस मुद्दे को लेकर अब देश में सियासत बेहद गर्म है. देश की सियासत में तेजी से अपना पैर पसार रही आम आदमी पार्टी लगत मुफ्त की रेवड़ी का जिक्र करते हुए केंद्र सरकार पर हमलावर है.
सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि आम लोगों को मिल रही FREE शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी बंद होनी चाहिए, इससे सरकारों को घाटा होता है. बच्चों को मिल रही फ़्री शिक्षा को ‘रेवड़ी’ बता बंद करने का माहौल बनाना बहुत दु:खद है.’
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मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘आज़ादी की 75वीं वर्षगांठ पर हमें ये सोचना था कि शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधा, बिजली, पानी देने में जो भारी कमी हुई है, उसे अगले 5 साल में कैसे पूरा किया जाए. उल्टा देश में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि जिनके पास पैसे नहीं सरकारों की बला से अशिक्षित रहें, प्यासे रहें, मर जाएं.’ केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘आपको पता है इन लोगों ने चंद दोस्तों का 10 लाख करोड़ का क़र्ज़ माफ़ कर दिया. इनके हिसाब से सरकारी पैसे से बच्चों को फ्री शिक्षा नहीं मिलनी चाहिए, ग़रीबों का फ़्री इलाज नहीं होना चाहिए. सरकारी पैसा इनके दोस्तों के क़र्ज़ माफ़ करने के लिए इस्तेमाल होने चाहिए. जो लोग बच्चों की मुफ्त शिक्षा, इलाज बिजली-पानी को मुफ्त रेवड़ी कहते हैं वे देश के गद्दार हैं. ऐसे लोगों को देश का गद्दार घोषित किया जाए और गिरफ्तार करके सजा दी जाए, जिन्होंने अमीरों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ किया है.’
मुफ्त शिक्षा, मुफ्त इलाज और मुफ्त पानी देने वाले देशों का जिक्र करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘डेनमार्क, नॉर्वे जैसे 39 देश अपने बच्चों को फ्री एजुकेशन देते हैं, ये देश इसी से अमीर बने. कनाडा, UK जैसे 9 देश फ्री हेल्थकेयर देते हैं. US, जर्मनी जैसे 16 देश बेरोज़गारी भत्ता देते हैं, लेकिन इन देशों ने अपने दोस्तों के लाखों-करोड़ के क़र्ज़ माफ़ नहीं किये बल्कि देश की जनता को सुविधा दी. मैं 130 करोड़ लोगों की ओर से प्रत्येक राज्य सरकारों से मांग करता हूं कि देश में हर बच्चे के लिए अच्छी और मुफ्त शिक्षा का इंतजाम किया जाए. इस देश में पैदा होने वाले हर बच्चे का अधिकार है यह फ्री की रेवड़ी नहीं है. मैं मांग करता हूं कि देश के हर व्यक्ति के लिए मुफ्त इलाज, देश के हर परिवार को 300 यूनिट मुफ्त बिजली और जब तक रोजगार ना मिल जाए हर बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता मिले.’
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पत्रकार वार्ता के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, ‘मैं मांग करता हूं कि जिन लोगों ने दोस्तों के 10 लाख करोड़ का कर्ज माफ किया, कानून लाया जाए इसको देश के साथ गद्दारी घोषित किया जाए. दोस्तों के बैंकों के कर्ज माफ करने वालों को गिरफ्तार करके सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए. देश में एक पार्टी है जो परिवारवाद करती है और देश में एक पार्टी है जो दोस्तवाद करती है. अब संकल्प लेने का वक्त है कि हम परिवारवाद और दोस्तवाद खत्म करेंगे और भारतवाद लेकर आएंगे.’