Politalks.News/Rajasthan/Gehlot. प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से जारी अतिवृष्टि से कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए है, जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है और यहां तक कि कई जगहों पर लोगों की जान भी जा चुकी है. ऐसे में तीन दिन के दिल्ली दौरे के लिए बाद जयपुर लौटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में हरसंभव और त्वरित राहत पहुंचाने के लिए जिला प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. सीएम गहलोत ने देर शाम आपदा प्रबंधन की समीक्षा की और राहत कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए आपदा प्रबंधन गतिविधियों को और तेजी से बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने बाढ़ प्रभावित परिवारों को सहायता राशि की भी घोषणा की है.
देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया पेज पर जानकारी शेयर करते हुए बताया कि, ‘प्रदेश में जोधपुर सहित कई जगहों पर अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का मुआवजा राज्य सरकार द्वारा दिया जाएगा. जनहानि होने की स्थिति में चिरंजीवी योजना से जुड़े हुए परिवारों को 5 लाख रुपये प्रति परिवार की सहायता राशि दी जाएगी. इसके अतिरिक्त आपदा के प्रावधान लागू होने पर राज्य आपदा राहत कोष से जनहानि होने की स्थिति में 4 लाख रुपये प्रति व्यक्ति की सहायता राशि तथा घायलों को भी नियमानुसार सहायता राशि दी जाएगी. आवास एवं पशुधन को हुए नुकसान का सर्वेक्षण कार्य भी वर्षा के रूकते ही प्रारम्भ हो जायेगा.
यह भी पढ़ें: माफिया संचालित बेईमान और भ्रष्ट गहलोत सरकार को बाय बाय करने को बैठी है जनता तैयार- तरुण चुघ
इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे बारिश के इस मौसम में ज्यादा सावधानी बरतें. भारी बारिश, आकाशीय बिजली और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए भी पूरी सावधानी बनाए रखें. साथ ही उन्होंने जलाशयों से दूर रहने के लिए भी अपील की. जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में राहत कार्यों की हर गतिविधि पर सीएम नजर बनाए हुए हैं. मुख्यमंत्री के निर्देशों पर जिला प्रशासन की ओर से अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में मिशन मोड पर राहत कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है.
इससे पहले खुद मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में हुई भारी बारिश को देखते हुए सीएम गहलोत ने जिला प्रशासन को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए. आपको बता दें कि तेज बारिश को देखते हुए जोधपुर के सभी राजकीय और निजी विद्यालयों में 26, 27 और 28 जुलाई को अवकाश घोषित किया गया. आपदा प्रबंधन में जुटे अधिकारियों की ओर से जिले में राहत कार्य कराए जा रहे हैं. जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता, पुलिस आयुक्त रवि दत्त गौड़ सहित प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से शहर की गलियों और जलभराव क्षेत्रों का दौरा किया गया. जिला कलक्टर की ओर से नगर निगम और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जल्द से जल्द सुधार कार्य कराने, पानी निकासी के लिए सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए गए.
यह भी पढ़े: कावड़ियों पर बरसाए जा रहे हैं फूल और हम खुली जगह पर जरा पढ़ लें नमाज तो हो जाता है बवाल- ओवैसी
इंदिरा रसोई के जरिए भोजन की व्यवस्था: जिला प्रशासन की ओर से जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए इन्दिरा रसोई के जरिए भोजन पैकेट्स की व्यवस्था की जा रही है. अतिवृष्टि के मद्देनजर संभाग मुख्यालय पर जिला कलक्ट्रेट और नगर निगम स्तर पर एक-एक नियंत्रण कक्ष 24 घंटे संचालित है. जोधपुर जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों की संभावित बाढ़ नियंत्रण कार्ययोजना के अंतर्गत एहतियात के तौर पर एसडीआरएफ भी तैनात है. असुरक्षित मकानों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाकर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.