Politalks.News/Rajasthan/Gehlot/Pilot. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा 2020 के सियासी संकट को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के मिले होने के बयान को लेकर अब गहलोत सरकार में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने हमला बोला है. मंत्री शांति धारीवाल ने अपनी ही पार्टी के पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मिले हुए होने की बात को स्वीकारते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ठीक ही कहते हैं. इसमें कुछ भी गलत नहीं है, मैं उनकी बात से सहमत हूं, हमने तो खुद यह देखा है दोनों मिले हुए हैं.
दरअसल, बीते रोज शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट और प्रदेश में सियासी संकट के समय हुए फ़ोन टैपिंग प्रकरण से जुड़े एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को लेकर कहा था कि कानून अपना काम कर रहा है. वह काफी समय से बचते रहे. आखिर में कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस सर्व हो ही गया. इनको वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? वे स्वीकार कर चुके हैं कि ये इनकी वॉइस है. लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. आप सरकार गिराने के प्रयास का मुख्य किरदार थे. सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं. आपने खुद सरकार गिराने का षड्यंत्र किया. अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने चूक कर दी. इसके बाद तो और प्रूफ हो गया, आपने खुद ठप्पा लगा दिया कि आप उनके साथ मिले हुए थे.
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अब रविवार को अपने कोटा प्रवास के दौरान मीडिया से बात करते हुए केबिनेट मंत्री शांति धारीवाल ने सीएम अशोक गहलोत की बात को दोहराते हुए कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत ने ठीक कहा है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है. हमने खुद दोनों को मिला हुआ देखा है. इसके साथ ही दौसा से बीजेपी सांसद जसकौर मीणा के राजस्थान में भी महाराष्ट्र जैसे हालात बनने के बयान पर शांति धारीवाल ने कहा कि भाजपा वाले पहले भी मुंह की खा चुके हैं, फिर मुंह की खाएंगे. राज्यसभा के चुनाव में उन्होंने देख लिया है कि कांग्रेस को तो पूरे 126 वोट मिले हैं, जबकि बीजेपी का ही एक वोट टूटा है.
….भैरोंसिंह सिंह शेखावत भी जांच करवा चुके
वहीं हाल ही में पूर्व भाजपा विधायक प्रहलाद गुंजल द्वारा कोटा स्थित नवरंग होटल को लेकर मंत्री शांति धारीवाल पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने 69 ए और स्टेट ग्रांट का पट्टा होटल के लिए मांगा था. गुंजल के आरोपों पर धारीवाल ने कहा कि लोग अशिष्ट भाषा का प्रयोग नहीं करते हैं. मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि इस तरह की बातें करना बंद कर दें. भाजपा शासन में गुंडा तत्वों का बोलबाला था और लोगों के प्लाटों पर कब्जे किए जा रहे थे जिन्हें हमने 3 साल में ठीक कर दिया और आने वाले साल में बिल्कुल दुरुस्त कर देंगे.
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इसके साथ मंत्री शांति धारीवाल ने यह भी कहा कि कई बार मेरी संपत्ति पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाता है कि सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया है. मैं उन लोगों को जवाब देना चाहता हूं कि पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत भी इस मामले में जांच करवा चुके. मैंने 1995 में उनके दामाद नरपत सिंह राजवी के पिता पर आरोप लगा दिए थे जिसके बाद भैरों सिंह शेखावत ने मेरी संपत्ति के सारे कागजात नगर निगम से जयपुर मंगा लिए थे. उनका परीक्षण किया, लेकिन कुछ भी नहीं मिलने पर सारे दस्तावेज वापस लौटा दिए थे. मैंने पट्टे के लिए आवेदन नहीं किया. मेरे पास पहले से ही पट्टा मौजूद है.