Politalks.News/Rajasthan. दो दिन बाद होने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान की सियासत अपने चरम पर है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि उदयपुर में मौजूद सभी कांग्रेसी एवं समर्थित विधायक कल यानी 9 जून को जयपुर आ जायेंगे. उदयपुर से ये सभी विधायक जयपुर स्थित होटल लीला या फेयरमॉन्ट में रुकेंगे, जहां से 10 जून को वो सीधे विधानसभा पहुंचेंगे. इसी बीच सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज कुछ घण्टों के लिए जयपुर आए और बीमारी या किसी कारणवश जो विधायक बाड़ेबंदी में नहीं पहुंच पाए उनसे मुलाकात की और वापस उदयपुर पहुंच गए. वहीं सीएम गहलोत ने उदयपुर से रवाना होने से पहले बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी डॉ सुभाष चंद्रा के बयान पर पलटवार भी किया. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘BJP के स्पॉन्सर सुभाष चंद्रा निर्दलीय होकर जानबूझकर यहां मैदान में आए हैं, लेकिन 126 विधायक हमारे साथ हैं.’
उदयपुर के ताज अरावली रिसोर्ट में चल रही कांग्रेस की बाड़ेबंदी से समय निकालकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्यसभा के तीनों प्रत्याशियों संग बुधवार को जयपुर पहुंचे. जयपुर में राज्यसभा प्रत्याशी रणदीप सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी को साथ लेकर सीएम गहलोत ने पहले विधायक रूपाराम मेघवाल से और फिर मंत्री मुरारी लाल मीणा से मुलाकात की. इसके बाद अभी तक जयपुर में ही रुके हुए मंत्री रमेश मीणा, सुभाष गर्ग और चाकसू विधायक वेदप्रकाश सोलंकी को साथ लेकर वापस बाड़ाबंदी में उदयपुर पहुंचे.
वहीं बुधवार सुबह जयपुर के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर में मीडिया से बात करते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘हमारी तैयारी पूरी है और हमारे पास 126 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. हमारे तीनों प्रत्याशी आसानी से जीत हासिल कर लेंगे. बावजूद इसके बीजेपी के पास बहुमत नहीं था फिर भी उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के जरिए हॉर्स ट्रेडिंग करने का प्रयास किया. BJP के स्पॉन्सर सुभाष चंद्रा निर्दलीय होकर जानबूझकर यहां मैदान में आए. सियासी संकट के दौरान भी हमारे विधायकों को लोग लालच दिया गया लेकिन हमारे विधायक टस से मस नहीं हुए और सरकार के साथ खड़े रहे. जब उनके पास पूरे विधायक नहीं थे तो आखिर किस आधार पर तीसरा उम्मीदवार खड़ा किया. इसका जवाब उनके पास नहीं है.’
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, ‘मध्य प्रदेश सरकार गिराने का मामला हो या फिर राजस्थान में सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने का मामला हो, आजादी के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब चुनी हुई सरकारों को षड्यंत्र के तहत गिराने का काम किया जा रहा है. भाजपा लोकतंत्र के लिए बहुत बड़ी ख़तरे की घंटी है. बीजेपी देश में बेरोजगारी महंगाई पर बात नहीं करना चाहती, महंगाई और बेरोजगारी सबसे बड़े मुद्दे हैं लेकिन बीजेपी इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कभी हिंदू मुसलमान और कभी मंदिर मस्जिद के मामले उठाती है. देश में सांप्रदायिक तनाव फैल रहा है कई जगह दंगे हो चुके हैं, भाईचारा समाप्त किया जा रहा है, लेकिन इस राज का भी अंत होगा. एक दिन लोगों को समझ में आएगा और अंत में जीत सच्चाई की होगी.’
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बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगम्बर मुहम्मद को लेकर दिए गए बयान के बाद खाड़ी देशों की नाराजगी को लेकर भी सीएम गहलोत ने अपने प्रतिक्रिया दी. सीएम गहलोत ने कहा कि, ‘बीजेपी ने दबाव में अपने प्रवक्ताओं पर कार्रवाई की है और उन्हें कहा है कि घबराने की कोई बात नहीं है. खाली सस्पेंड किया है जबकि सभी लोग उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रही है. बीजेपी के इस कृत्य को पूरी दुनिया देख रही है. आज दुनिया भर में भारत की छवि खराब हो रही है. देश के लिए अमेरिका क्या बोल रहा है, अरब देश क्या बोल रहे हैं जो मान सम्मान हमने 70 साल में कमाया था उसे मोदी सरकार तहस-नहस करने में लगी है. यह चिंता हम सब को होनी चाहिए, देश में जो आज हालात बने हुए हैं वो काफी चिंताजनक है.’