बिहार चुनाव से पहले लालू खेमे में अफरा-तफरी! दो विधायकों ने कर दिया ‘खेला’

बिहार की सियासत में बड़े बदलाव के मिल रहे नए संकेत, विधायकों के बागी तेवरों ने राजद के लिए खड़ी की असहज परिस्थितियां, अब क्या करने वाले हैं लालू-तेजस्वी

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बिहार विधानसभा चुनाव को अभी वक्त है लेकिन राजनीति पार्टियों में अफरा तफरी शुरू हो गयी है. इसमें लालू खेमे में बगावत होने के आसार अभी से दिखाई देने लगे हैं. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के विधायकों ने पार्टी के साथ ‘खेला’ होने की शुरूआत भी कर दी है. हालांकि चुनावी साल में ये सामान्य है लेकिन सियासी गर्मागर्मी वाले हालातों में इस तरह की घटनाएं सामान्य न होकर किसी बड़ी राजनीतिक घटना के संकेत दे रही हैं.

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गया दौरे के दौरान राजद पार्टी के के दो विधायक नवादा से विधायक विभा देवी और राजौली (SC) से विधायक प्रकाश वीर उनके साथ मंच पर नजर आए. चुनावी साल में आरजेडी के दो विधायकों का एनडीए के मंच पर नजर आना बड़ा संकेत माना जा रहा है. प्रोटोकॉल के मुताबिक स्थानीय विधायकों को आमंत्रण दिया जाता है, लेकिन राजनीतिक रूप से यह तस्वीर आरजेडी के लिए असहज मानी जा रही है. चुनावी साल में यह घटनाक्रम राजद के लिए चुनौती बन सकता है.

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इस घटनाक्रम पर राजौली विधायक प्रकाश वीर के बगावती तेवर भी सामने आए हैं. एक मीडिया संस्थान को दिए गए बयान में विधायक ने कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज से काफी प्रभावित हैं. अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई होती है तो उन्हें इसका कोई डर नहीं है. प्रकाश वीर का यह बयान साफ संकेत देता है कि पार्टी लाइन से हटकर उनकी राह अब अलग हो सकती है.

राजौली विधानसभा क्षेत्र (SC) से विधायक प्रकाश वीर 2020 में पार्टी को जीत दिलाने में सफल रहे. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कन्हैया कुमार को मात दी और कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद 12,593 वोटों के अंतर से यह सीट अपने नाम की. प्रकाश वीर लंबे समय से राजद से जुड़े रहे हैं और स्थानीय स्तर पर उनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है.

वहीं विभा देवी राजद के टिकट पर 2020 के विधानसभा चुनाव में नवादा सीट से विजयी हुईं. इस चुनाव में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार श्रवण कुमार को शिकस्त दी और 26,310 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की. विभा देवी का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है. वह राजवल्लभ यादव की पत्नी हैं. पति के जेल जाने के बाद वह राजनीति में एक्टिव हो गयीं. नवादा जैसे अहम क्षेत्र से मजबूत जीत दर्ज करने के बाद वे लालू-तेजस्वी कैंप की अहम विधायक मानी जाती हैं.

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हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में दोनों नेताओं के मंच पर मौजूद रहने ने सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी है. बताया जा रहा है कि दोनों विधायक लंबे समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि दोनों विधायक जल्द बीजेपी या एनडीए का दामन थाम सकते हैं. वहीं ये भी माना जा रहा है कि टिकट पाने के लिए लालू व तेजस्वी खेमे पर केवल दबाव की राजनीति का खेल खेला जा रहा है. सच जो भी हो लेकिन पीएम मोदी के मंच पर विभा देवी और प्रकाश वीर मौजूदगी ने बिहार की सियासत में बड़े बदलाव के संकेत दे दिए हैं.

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