Politalks.News/Bihar/LaluYadav. यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पूर्व ओएसडी भोला यादव को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है. बता दें, CBI ने आईआरसीटी से जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब स्कैम) देने के घोटाला मामले में भोला यादव के खिलाफ एक्शन लिया है. इस मामले में सीबीआई की भोला यादव के राज्य में चार ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. रेलवे भर्ती घोटाले में सीबीआई अधिकारी भोला यादव से पूछताछ कर रहे हैं. भोला यादव आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार के काफी करीबी माने जाते हैं. बता दें, भोला यादव वर्षों से लालू यादव के साथ उनका साया बनकर रहते हैं. अदालत से लेकर अस्पताल तक सभी जगहों पर वे आरजेडी प्रमुख लालू के साथ अक्सर देखे जाते हैं. सीबीआई ने उनके पटना और दरभंगा स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की है.
आपको बता दें कि भोला यादव आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. भोला ने 2015 में बहादुरपुर विधानसभा सीट से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. हालांकि 2020 के विधानसभा चुनाव में भोला यादव हायाघाट से आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़े लेकिन सफलता नहीं मिली थी. करीब 20 वर्षों से ज्यादा समय से लालू यादव के साथ चल रहे भोला यादव को लालू के परिवार का सदस्य ही माना जाता है. चारा घोटाला सहित कई अन्य मामलों में जब भी लालू यादव को अदालत जाना पड़ा, भोला यादव उनके साथ साये की तरह नजर आए.
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इस दौरान कई बार लालू यादव कई बार रांची के रिम्स और दिल्ली के एम्स अस्पताल में भी भर्ती रहे. तब भी भोला यादव उनके साथ रहे थे. पिछले दिनों कंधे में फ्रैक्चर के बाद लालू यादव की तबीयत बिगड़ गई थी. उन्हें दिल्ली के एम्स में इलाज के लिए ले जाया गया. उस समय भी भोला यादव तेजस्वी के साथ लालू को लेकर दिल्ली गए थे. ऐसे में लालू की तरह ही भोला यादव पर भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है. यही नहीं आरजेडी चीफ के करीबी होने के कारण भोला यादव को उनका बड़ा राजदार भी माना जाता है. ऐसे में पूर्व विधायक पर कथित रूप से बड़ी संपत्ति अर्जित करने की बातें कही जाती रही हैं. बीते कुछ दिनों से भोला दिल्ली में ही थे, वहीं पर सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया और फिर गिरफ्तार कर लिया.
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भोला यादव के पटना और दरभंगा स्थित चार ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. दरअसल, साल 2004 से 2009 के बीच जब लालू यादव रेल मंत्री थे, तब भोला यादव उनके ओएसडी रहे थे. उस समय रेलवे में जमीन के बदले नौकरी लगवाने के आरोप हैं और भोला यादव को इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है. यहां आपको बता दें, सीबीआई ने दो महीने पहले इस मामले में लालू परिवार के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. पटना स्थित राबड़ी आवास और दिल्ली में मीसा भारती के घर समेत लालू प्रसाद यादव के कई ठिकानों पर सीबीआई की टीम पहुंची थी.
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गौरतलब है कि सीबीआई ने तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियां, नौकरशाह और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज किया था. आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी पोस्ट पर लोगों को नौकरियां दिलाई गईं, इसके बदले में जमीन लालू परिवार के लोगों के नाम पर करवा दी गईं. जांच में सामने आया कि रेलवे की ओर से उन पदों पर भर्ती के लिए किसी तरह का नोटिफिकेशन नहीं निकाला गया था. लालू परिवार के लोगों ने इस कथित घोटाले में एक लाख वर्ग फीट से ज्यादा की जमीन अपने नाम करवा ली थी. हालांकि पूरी सच्चाई अभी जांच खत्म होने के बाद ही सामने आएगी.